à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के 60 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बागी मैदान में, 10 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ सीटों पर बने मà¥à¤¸à¥€à¤¬à¤¤
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²à¥¤ वरà¥à¤· 2013 के मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ इस विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में बागी उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ के लिठजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤²à¥‡à¤‚ खड़ी कर रहे हैं। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने लगà¤à¤— 63 बागियों को पारà¥à¤Ÿà¥€ से निकाल दिया है। वहीं लगà¤à¤— 10 सीटें à¤à¤¸à¥€ हैं, जिन पर यह बागी à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की जीत को हार में बदल सकते हैं।
नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख निकलने के बाद à¤à¥€ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ कोशिश कर रही है कि बागी पारà¥à¤Ÿà¥€ के लिठमैदान छोड़ दें। वैसे इस बार बागियों को मनाने में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ नाकाम साबित हà¥à¤ˆ है। सरकार के चार मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के खिलाफ à¤à¥€ बागी मैदान में उतरे हैं।
सरताज सिंह: बागियों में इस बार सबसे बड़ा चेहरा। सिवनी मालवा से à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने टिकट नहीं दिया तो कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ में शामिल होकर होशंगाबाद से टिकट लिया। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के लिठन सिरà¥à¤« होशंगाबाद बलà¥à¤•à¤¿ सिवनी मालवा में à¤à¥€ चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ बन रहे हैं।
रामकृषà¥à¤£ कà¥à¤¸à¤®à¤°à¤¿à¤¯à¤¾: पूरà¥à¤µ मंतà¥à¤°à¥€ और पांच बार के सांसद। दमोह और पथरिया से निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤° के रूप में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€à¥¤ दमोह से वितà¥à¤¤ मंतà¥à¤°à¥€ जयंत मलैया और पथरिया से लखन पटेल के लिठमà¥à¤¸à¥€à¤¬à¤¤ बने। पथरिया में 14 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ और दमोह में 5 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ जातिगत वोट में लगाà¤à¤‚गे सेंध।
धीरज पटेरिया: à¤à¤¾à¤œà¤¯à¥à¤®à¥‹ के पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¥¤ जबलपà¥à¤° उतà¥à¤¤à¤°-मधà¥à¤¯ से मंतà¥à¤°à¥€ शरद जैन के खिलाफ निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ मैदान में। यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के बीच अचà¥à¤›à¥€ पैठ। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने आखिरी समय तक कोशिश की, लेकिन नहीं माने। अब पूरी ताकत के साथ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ रहे हैं।
समीकà¥à¤·à¤¾ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾: गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° की पूरà¥à¤µ महापौर। गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° दकà¥à¤·à¤¿à¤£ से मंतà¥à¤°à¥€ नारायण सिंह कà¥à¤¶à¤µà¤¾à¤¹ को टिकट देने से नाराज होकर निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ रहीं। सीट पर à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की अंदरूनी कलह à¤à¥€ मà¥à¤¸à¥€à¤¬à¤¤ बन रही है।
बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤¨à¤‚द रतà¥à¤¨à¤¾à¤•à¤°: बैरसिया के पूरà¥à¤µ विधायक। विधानसà¤à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में नजीराबाद और आसपास के गांव में बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥¤ परिणाम जो à¤à¥€ हो, लेकिन à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के हजारों वोट काटने का मादà¥à¤¦à¤¾ रखते हैं। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€ के खिलाफ विरोध दिकà¥à¤•à¤¤à¥‡à¤‚ और बà¥à¤¾à¤à¤—ा। 2008 में 23 हजार से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ वोट से जीते थे।
नरेंदà¥à¤° सिंह कà¥à¤¶à¤µà¤¾à¤¹: मौजूदा विधायक, à¤à¤¿à¤‚ड से सपा के टिकट से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ मैदान में। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने राकेश चौधरी को मैदान में उतारा है। à¤à¤¿à¤‚ड में ठाकà¥à¤° समाज के वोट अचà¥à¤›à¥€ खासी तादाद में है। इसके अलावा कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में दबंग छवि à¤à¥€ है। 2013 में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ 51 हजार वोट मिले थे।
केà¤à¤² अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤²: शिवराज सरकार में पूरà¥à¤µ मंतà¥à¤°à¥€ रहे। 2013 में लगà¤à¤— 53 हजार वोट हासिल किठथे। हालांकि जीत से वे काफी दूर रहे। इस बार à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤° बदला तो निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ मैदान में उतरे। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ आखिरी समय तक मनाने की कोशिश करती रही। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ को डर है कि पांच हजार वोट à¤à¥€ काटे तो दिकà¥à¤•à¤¤à¥‡à¤‚ बà¥à¥‡à¤‚गी।
इन बड़े नामों के अलावा आमला सीट से मनोज डहेरिया, शाजापà¥à¤° सीट से जेपी मंडलोई, महेशà¥à¤µà¤° सीट से राजकà¥à¤®à¤¾à¤° मेव और बदनावर से राजेश अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² à¤à¥€ पारà¥à¤Ÿà¥€ के समीकरण बिगाड़ रहे हैं। सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ इन उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को अà¤à¥€ à¤à¥€ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° नहीं करने के लिठमना रही है।