आख़िर किस वजह से शनि और सूरà¥à¤¯ में नहीं बनती?
हिंदू धरà¥à¤® के गà¥à¤°à¤¥à¥‹à¤‚ आदि में हर देवी-देवता से संबंधित कई कथाà¤à¤‚ पढ़ने को मिलती है। इतना ही नहीं इसमें देवी-देवता के साथ-साथ समसà¥à¤¤ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ के गà¥à¤°à¥‚ यानि देवों के बारे में बहà¥à¤¤ सी कथाà¤à¤‚ वरà¥à¤£à¤¿à¤¤ है, जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम उनके बारे में जान सकते हैं। तो आइठआज बात करते हैं कि शनि देव की। हममें से बहà¥à¤¤ से लोगों ने इनके बारे में काफी कहानियां सà¥à¤¨à¥€ हैं, लेकिन आज हम आपके लिठà¤à¤• à¤à¥‡à¤¸à¤¾ विषय लेकर आà¤à¤‚ हैं जिसके बारे में शायद ही किसी को पता होगा। हिंदू धरà¥à¤® की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° शनि देव बहà¥à¤¤ ही कà¥à¤°à¥‚र गà¥à¤°à¤¹ देवता माना गया है। हर कोई इनकी नज़र से बचना चाहता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इनकी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ को à¤à¥€ विनाशकारी कहा गया है। जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· शासà¥à¤¤à¥à¤° में शनि देव का उलà¥à¤²à¥‡à¤– दंडाधिकारी के रूप में मिलता है। अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ जो कोई à¤à¥€ अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ या किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का गलत काम करता है, शनि देव उसे सज़ा ज़रूर देते हैं। इस संबंध को लेकर à¤à¤• कथा पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ है। इसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° शनि देव का जनà¥à¤® महरà¥à¤·à¤¿ कशà¥à¤¯à¤ª के अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¤¤à¥à¤µ में हà¥à¤† था। शनि के जनà¥à¤® के लिठकशà¥à¤¯à¤ª यजà¥à¤ž कराया गया था। सूरà¥à¤¯ देव की पतà¥à¤¨à¥€ छाया शिव जी की पूजा करती थीं। à¤à¤• बार छाया ने à¤à¥‚खे-पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‡ रहकर शिव जी की कठोर तपसà¥à¤¯à¤¾ की, उस समय शनि उनके गरà¥à¤ में ही थे। à¤à¥‡à¤¸à¤¾ कहा जाता है कि à¤à¥‚ख, पà¥à¤¯à¤¾à¤¸, धूप आदि को सहने की वजह से गरà¥à¤ में ही शनि का रंग काला पड़ गया और जनà¥à¤® के समय à¤à¥€ शनि का रंग काला ही रहा।सूरà¥à¤¯ देव ने जब अपने बेटे का काला रंग देखा तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी पतà¥à¤¨à¥€ छाया पर संदेह किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने छाया को अपमानित करते हà¥à¤ कहा कि यह मेरा पà¥à¤¤à¥à¤° नहीं हो सकता। यह सà¥à¤¨à¤•à¤° शनि को बहà¥à¤¤ ही कà¥à¤°à¥‹à¤§ आया। शनि ने à¤à¤¸à¥€ कà¥à¤°à¥‹à¤§ à¤à¤°à¥€ नज़रों से सूरà¥à¤¯ को देखा तो उनका रंग à¤à¥€ काला पड़ गया। साथ ही सूरà¥à¤¯ देव के घोड़ों की चाल रà¥à¤• गई। कहते हैं इसके बाद शिव जी ने सूरà¥à¤¯ देव को उनकी गलती का à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ दिलाया था। जिसके बाद सूरà¥à¤¯ देव ने अपने पà¥à¤¤à¥à¤° शनि से कà¥à¤·à¤®à¤¾ याचना की तब उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनका असली रूप वापिस मिल सका। माना जाता है कि यही कारण है जिस वजह से शनि और सूरà¥à¤¯ देव के बीच का रिशà¥à¤¤à¤¾ आज तक खराब चला आ रहा है।