CBI मामले में SC ने कहा- डायरेकà¥à¤Ÿà¤° को 2 साल तक पद पर बने रहने का अधिकार
देश की सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š जांच à¤à¤œà¥‡à¤‚सी सीबीआई में मचे घमासान पर सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ में गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ जारी है. बहस की शà¥à¤°à¥‚आत करते हà¥à¤ सॉलिसिटर जनरल (SG) ने कहा कि निदेशक होने के बाद à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेवा का हिसà¥à¤¸à¤¾ होता है. चीफ जसà¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ रंजग गोगोई ने पूछा कि सीबीआई निदेशक के अधिकार वापस लेने पहले सेलेकà¥à¤¶à¤¨ कमेटी की सलाह लेने में कà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² थी? सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने इस मामले में अपना फैसला सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रख लिया है.
बहस के दौरान जसà¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ केà¤à¤® जोसेफ ने कहा कि नियम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सीबीआई डायरेकà¥à¤Ÿà¤° को दो साल तक के लिठपद पर बने रहना चाहिà¤. जसà¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ जोसेफ ने सीनियर वकील दà¥à¤·à¥à¤¯à¤‚त दवे से कहा कि वह सीवीसी à¤à¤•à¥à¤Ÿ के बारे में पढ़ें, जिसमें कमिशà¥à¤¨à¤° के हटाने की बात है लेकिन कà¤à¥€ सीबीआई डायरेकà¥à¤Ÿà¤° को हटाने की बात नहीं है. दरअसल, दवे दलील दे रहे हैं कि सीवीसी को सीबीआई की जांच करने का अधिकार नहीं है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इस मामले में केंदà¥à¤° सरकार ने सीबीआई की सà¥à¤µà¤¾à¤¯à¤¤à¥à¤¤à¤¾ का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं रखा है.
... जब कोरà¥à¤Ÿ रूम में लगे ठहाके
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ नेता मलà¥à¤²à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥à¤œà¥à¤¨ खड़गे की तरफ से कपिल सिबà¥à¤¬à¤² ने कहा कि सीबीआई सिरà¥à¤« à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ आरà¥à¤·à¤¿, हतà¥à¤¯à¤¾ जैसे कई मामलों का निपटारा करता है. इसी दौरान चीफ जसà¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ रंजन गोगोई ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बीच में रोकते हà¥à¤ कहा कि और वो मामले à¤à¥€ जो सीबीआई को हम देते हैं. इस दौरान कोरà¥à¤Ÿ में जोरों के ठहाके लगे.
गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को बहस की शà¥à¤°à¥‚आत करते हà¥à¤ SG तà¥à¤·à¤¾à¤° मेहता ने कहा कि अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेवाà¤à¤‚ के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के मामले का निपटारा सीवीसी à¤à¤•à¥à¤Ÿ, 2003 की धारा 8(2) के तहत होता है.
सवाल यह है कि सीबीआई का निदेशक बनने के बाद कà¥à¤¯à¤¾ कोई वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेवाà¤à¤‚ का सदसà¥à¤¯ रहता है? पà¥à¤²à¤¿à¤¸ à¤à¤•à¥à¤Ÿ में à¤à¤¸à¤¾ कही नहीं लिखा कि जिस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ निदेशक बनने की है उसे पà¥à¤²à¤¿à¤¸ सेवा पर लागू होने वाले नियमों से छूट है.
जिसके जवाब में सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि आलोक वरà¥à¤®à¤¾ की दलील यह है कि उनके अधिकार वापस लेने संबंधी कोई à¤à¥€ कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ वीनीत नारायण जजमेंट के विपरीत है और à¤à¤¸à¤¾ करने के लिठसेलेकà¥à¤¶à¤¨ कमेटी की सà¥à¤µà¥€à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है. सीजेआई ने तà¥à¤·à¤¾à¤° मेहता से कहा कि सीबीआई निदेशक के अधिकार वापस लेने पहले सेलेकà¥à¤¶à¤¨ कमेटी की सलाह लेने में कà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² थी? जिसके जवाब में SG ने कहा कि यह टà¥à¤°à¤¾à¤‚सफर का मामला नहीं था. तब सीजेआई ने कहा कि फिर à¤à¥€ सेलेकà¥à¤¶à¤¨ कमेटी की सलाह लेने में कà¥à¤¯à¤¾ कठिनाई थी?
SG तà¥à¤·à¤¾à¤° मेहता ने कहा कि निदेशक अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेवा का सदसà¥à¤¯ होता है. जिसपर सीजेआई ने कहा बेशक. तà¥à¤·à¤¾à¤° मेहता ने कहा कि मान लीजिठकोई अधिकारी घूस लेता हà¥à¤† कैमरे पर पकड़ा जाता है और उसे फौरन निलंबित करना है, तब à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में इसका अधिकार केंदà¥à¤° सरकार के पास है.
सॉलिसिटर जनरल तà¥à¤·à¤¾à¤° मेहता ने दोनों अधिकारी गंà¤à¥€à¤° मामलों की जांच करने के बजाय à¤à¤• दूसरे की जांच कर रहे थें. सीवीसी संसद के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जवाबदेह हैं. जिस पर सीजेआई गोगोई ने पूछा कि कà¥à¤¯à¤¾ सीबीआई के मामले में सीवीसी की जांच à¤à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° विरोधी कानून से आगे जा सकती है. तब तà¥à¤·à¤¾à¤° मेहता ने कैबिनेट सेकà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¤°à¥€ की सीवीसी को जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ में à¤à¥‡à¤œà¥€ गई शिकायत का जिकà¥à¤° करते हà¥à¤ कहा कि सीवीसी की कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ अचानक नहीं हà¥à¤ˆ यह मामला पहले से चल रहा था.
अटॉरà¥à¤¨à¥€ जनरल केके वेणà¥à¤—ोपाल ने कहा कि हम उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ कमेटी के समकà¥à¤· इसलिठनहीं गठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह टà¥à¤°à¤¾à¤‚सफर से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ मामला नहीं था. यदि हम कमेटी के समकà¥à¤· जाते तो वो कहती कि यह मामला हमारे सामने कà¥à¤¯à¥‹ रखा जा रहा है? यह याचिकाकरà¥à¤¤à¤¾ का बनावटी तरà¥à¤• है कि यह मामला टà¥à¤°à¤¾à¤‚सफर से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ है. वेणà¥à¤—ापाल ने कहा कि सीवीसी हर महीने सीबीआई के साथ मीटिंग करता हैं. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सीवीसी को लगातार अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें मिलती रहती हैं. लिहाजा इस अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से निपटने के लिठयह कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ उपयà¥à¤•à¥à¤¤ थी.
सीबीआई की तरफ से पेश होते हà¥à¤ à¤à¤¡à¤¿à¤¶à¤¨à¤² सॉलिसिटर जनरल पीà¤à¤¸ नरसिमà¥à¤¹à¤¾ ने कहा कि समय पूरà¥à¤µ किसी अधिकारी का तबदला कमेटी की सिफारिश के बाद ही हो सकता है. हालांकि यह नियम महज टà¥à¤°à¤¾à¤‚सफर तक सीमित है.
विशेष निदेशक राकेश असà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾ की तरफ से दलील देते हà¥à¤ वरिषà¥à¤ अधिवकà¥à¤¤à¤¾ मà¥à¤•à¥à¤² रोहतगी ने कहा कि केंदà¥à¤° सरकार के पास- नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿, टà¥à¤°à¤¾à¤‚सफर, 2 साल के नà¥à¤¯à¥‚नतम कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² को छोड़कर-निलंबन, विà¤à¤¾à¤—ीय जांच और बरखासà¥à¤¤à¤—ी का अधिकार है. इस पर सीजेआई ने रोहतगी से कहा कि आप असà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾ के वकील की तरह तरà¥à¤• न दें.
सीबीआई निदेशक आलोक वरà¥à¤®à¤¾ की तरफ से वरिषà¥à¤ अधिवकà¥à¤¤à¤¾ फाली नरीमन ने कहा कि किसी à¤à¥€ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¥€ में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समीति की सलाह लेनी चाहिà¤. इस मामले में तबादले का मतलब सेवा के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤•à¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में तबादला नहीं है. तबादले का मतलब सिरà¥à¤« à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के दूसरे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾à¤‚तरण नहीं होता. केंदà¥à¤° सरकार के आदेश के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• वरà¥à¤®à¤¾ के अधिकारों को वापस ले लिया गया है. सीवीसी के आदेशानà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के मामले में जांच से दूर रखा गया. कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के अधिकार से वंचित रखना à¤à¥€ टà¥à¤°à¤¾à¤‚सफर है.सीबीआई निदेशक की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ अंतरिम निदेशक को टà¥à¤°à¤¾à¤‚सफर कर दिया गया है. यह à¤à¥€ टà¥à¤°à¤¾à¤‚सफर ही है. नरीमन ने कहा कि मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ पद पर बने रहना नहीं है, ऑफिस में बने रहना है.
इससे पहले बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को केंदà¥à¤° की तरफ से कोरà¥à¤Ÿ में कहा गया कि सीबीआई के दो शीरà¥à¤· सà¥à¤¤à¤° के अफसरों के बीच की लड़ाई सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• होने से देश की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– जांच à¤à¤œà¥‡à¤‚सी की छवि खराब हो रही थी. इसी वजह के केंदà¥à¤° को सीबीआई की साख बचाने के लिठदखल देना पड़ा.
गौरतलब है की सीबीआई के निदेशक आलोक वरà¥à¤®à¤¾ ने सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ में केंदà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ पर à¤à¥‡à¤œà¥‡ जाने के फैसले को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ दी है. कोरà¥à¤Ÿ में आलोक वरà¥à¤®à¤¾ की दलील है कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हटाने से पहले नियम का पालन नहीं किया गया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सीबीआई के निदेशक को हटाने का फैसला à¤à¤• कमेटी करती है. लेकिन उनके बारे में इस तरह की किसी à¤à¥€ कमेटी से मशविरा नहीं लिया गया.
वहीं, मामले में केंदà¥à¤° की दलील है कि आलोक वरà¥à¤®à¤¾ के खिलाफ विशेष निदेशक राकेश असà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾ ने सीवीसी के समकà¥à¤· शिकायत थी और सीवीसी की सिफारिश के आधार पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ पर à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया. वहीं, बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को अटॉरà¥à¤¨à¥€ जनरल केके वेणà¥à¤—ोपाल ने सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® को बताया कि सीबीआई के दो शीरà¥à¤· अधिकारी आलोक वरà¥à¤®à¤¾ और राकेश असà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾ की लड़ाई सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• हो चà¥à¤•à¥€ थी. जिससे पà¥à¤°à¤®à¥à¤– जांच à¤à¤œà¥‡à¤‚सी की छवि खराब हो रही थी, जिसे लेकर लोगों का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ कम हो रहा था.
वेणà¥à¤—ोपाल ने कहा कि केंदà¥à¤° सरकार और सीवीसी को यह फैसला करना था कि कौन सही है और कौन गलत? इसी वजह से सीवीसी की सिफारिश पर केंदà¥à¤° को दखल देना पड़ा और दोनों शीरà¥à¤· अधिकारियों को जांच पूरी होने छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ पर à¤à¥‡à¤œà¤¨à¤¾ पड़ा. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कोरà¥à¤Ÿ को बताया कि आलोक वरà¥à¤®à¤¾ को हटाया नहीं गया, बलà¥à¤•à¤¿ छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ पर à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया.
कà¥à¤¯à¤¾ है मामला?
आपको बता दें कि सीबीआई के दो शीरà¥à¤· अफसरों के रिशà¥à¤µà¤¤à¤–ोरी विवाद में फंसने के बाद 23 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर को केंदà¥à¤° ने जà¥à¤µà¥‰à¤‡à¤‚ट डायरेकà¥à¤Ÿà¤° à¤à¤® नागेशà¥à¤µà¤° राव को अंतरिम निदेशक नियà¥à¤•à¥à¤¤ कर दिया था. इसी के साथ जांच पूरी होने तक निदेशक आलोक वरà¥à¤®à¤¾ और विशेष निदेशक राकेश असà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾ को छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ पर à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ के साथ कà¥à¤› अनà¥à¤¯ अधिकारियों का तबादला कर दिया गया था.
दरअसल, राकेश असà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾ और उनकी टीम के à¤à¤• डीà¤à¤¸à¤ªà¥€ पर मीट कारोबारी मोइन कà¥à¤°à¥ˆà¤¶à¥€ की जांच मामले में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥€ सतीश साना के मामले को रफा- दफा करने के लिठरिशà¥à¤µà¤¤ लेने का आरोप है. वहीं, असà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾ का आरोप है कि रिशà¥à¤µà¤¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नहीं बलà¥à¤•à¤¿ आलोक वरà¥à¤®à¤¾ ने ली थी.