MP की वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ पर शà¥à¤µà¥‡à¤¤à¤ªà¤¤à¥à¤° लाà¤à¤—ी कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ सरकार
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²à¥¤ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ सरकार कामकाज संà¤à¤¾à¤²à¤¨à¥‡ के साथ ही खजाने की हालत जनता को बताने के लिठशà¥à¤µà¥‡à¤¤à¤ªà¤¤à¥à¤° लाà¤à¤—ी। नठमà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के सामने वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को लेकर पà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‡à¤‚टेशन होगा। इसके लिठसà¤à¥€ विà¤à¤¾à¤—ों को अपनी-अपनी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को लेकर रिपोरà¥à¤Ÿ तैयार करने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिठगठहैं। वहीं, मà¥à¤–à¥à¤¯ सचिव बसंत पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª सिंह ने पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· कमलनाथ से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ की।
वहीं, मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के वचन पतà¥à¤° के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ करà¥à¤œà¤®à¤¾à¤«à¥€ पर होमवरà¥à¤• शà¥à¤°à¥‚ हो गया। इसको लेकर मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ में बैंकरà¥à¤¸ और वरिषà¥à¤ अधिकारियों की बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को बैठक हà¥à¤ˆà¥¤
नई सरकार के सामने सबसे बड़ी चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ सरकार के खराब वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ हालात हैं। पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के ऊपर पौने दो लाख करोड़ रà¥à¤ªà¤ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ का करà¥à¤œ है। करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सातवां वेतनमान और à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤° देने, अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•à¥‹à¤‚ के संविलियन, à¤à¤¾à¤µà¤¾à¤‚तर à¤à¥à¤—तान, किसानों को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ राशि देने, संबल योजना सहित अनà¥à¤¯ योजनाओं के चलते सरकार का खरà¥à¤š बहà¥à¤¤ बॠगया है।
वहीं, जीà¤à¤¸à¤Ÿà¥€ लागू होने और पेटà¥à¤°à¥‹à¤²-डीजल पर वैट कम करने से आय घटी है। विकास योजनाओं के खरà¥à¤š की पूरà¥à¤¤à¤¿ के लिठरिजरà¥à¤µ बैंक के जरिठबाजार से लगातार करà¥à¤œ लिया जा रहा है। à¤à¤¸à¥€ सूरत में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ सरकार को अपने वचन पूरा करने के लिठअतिरिकà¥à¤¤ वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ संसाधन की जरूरत होगी।
जीà¤à¤¸à¤Ÿà¥€ के कारण टैकà¥à¤¸ लगाने के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° बेहद सीमित हो गठहैं और तीन माह बाद लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ होने हैं, à¤à¤¸à¥‡ में à¤à¤¸à¤¾ कोई à¤à¥€ अलोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ फैसला नई सरकार नहीं करना चाहेगी। लिहाजा, खरà¥à¤š में कटौती का कदम उठाया जा सकता है। इसके मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° ही सà¤à¥€ विà¤à¤¾à¤—ों से वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ हालात पर रिपोरà¥à¤Ÿ मांगी गई है।
सरकार जनता के सामने à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की माली हालत को शà¥à¤µà¥‡à¤¤à¤ªà¤¤à¥à¤° के जरिठरखेगी। वितà¥à¤¤ विà¤à¤¾à¤— ने à¤à¥€ इसकी तैयारी शà¥à¤°à¥‚ कर दी है। सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का कहना है कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के सामने वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‡à¤‚टेशन होगा। इसके बाद शà¥à¤µà¥‡à¤¤à¤ªà¤¤à¥à¤° के सà¥à¤µà¤°à¥‚प पर फैसला होगा।
उधर, अधिकारियों ने कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के किसानों की करà¥à¤œà¤®à¤¾à¤«à¥€ के वचन को जमीन पर उतारने की तैयारी शà¥à¤°à¥‚ कर दी है। इसको लेकर मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ में बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को बैठक हà¥à¤ˆà¥¤ इसमें नाबारà¥à¤¡, वाणिजà¥à¤¯à¤¿à¤• बैंक, वितà¥à¤¤, सहकारिता और कृषि विà¤à¤¾à¤— के वरिषà¥à¤ अधिकारियों ने मंथन किया। इस दौरान सहकारिता विà¤à¤¾à¤— के अधिकारियों ने सहकारी बैंकों से करà¥à¤œ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का बà¥à¤¯à¥‹à¤°à¤¾ रखा। इसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° करीब 33 लाख किसान करà¥à¤œà¤®à¤¾à¤«à¥€ के दायरे में आà¤à¤‚गे।
इनमें 16 लाख नियमित और 17 लाख डिफॉलà¥à¤Ÿà¤° किसान हैं। इनके ऊपर लगà¤à¤— 17 हजार करोड़ रà¥à¤ªà¤ का करà¥à¤œ है। डिफॉलà¥à¤Ÿà¤° किसानों के करà¥à¤œ पर बà¥à¤¯à¤¾à¤œ लग रहा है, जबकि नियमित किसान को जून 2019 में करà¥à¤œ की अदायगी करनी है। 2008 में यूपीठसरकार की करà¥à¤œà¤®à¤¾à¤«à¥€ और राहत योजना के बारे में à¤à¥€ बैंकों से राय ली गई।