तीन तलाक से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ नया विधेयक पारित, वोटिंग के दौरान कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸-सपा-अनà¥à¤¨à¤¾à¤¦à¥à¤°à¤®à¥à¤• का वॉकआउट
नई दिलà¥à¤²à¥€. तीन तलाक से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ नया विधेयक गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को करीब 5 घंटे चली चरà¥à¤šà¤¾ के बाद लोकसà¤à¤¾ से पारित हो गया। अब यह विधेयक राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ में à¤à¥‡à¤œà¤¾ जाà¤à¤—ा। सरकार 8 जनवरी तक चलने वाले शीतसतà¥à¤° में ही इसे पारित कराना चाहती है। इसी साल सितंबर में तीन तलाक पर अधà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ जारी किया गया था। लोकसà¤à¤¾ में विधेयक पर वोटिंग के दौरान कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸, अनà¥à¤¨à¤¾à¤¦à¥à¤°à¤®à¥à¤•, दà¥à¤°à¤®à¥à¤• और सपा के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने वॉकआउट कर दिया। इससे पहले सदन में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के नेता मलà¥à¤²à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥à¤œà¥à¤¨ खड़गे ने बिल को जà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤‚ट सिलेकà¥à¤Ÿ कमेटी के पास à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ की मांग की। वहीं, à¤à¤†à¤ˆà¤à¤®à¤†à¤ˆà¤à¤® के असदउदà¥à¤¦à¥€à¤¨ ओवैसी और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की दो सांसद सà¥à¤·à¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ देव और रंजीत रंजन ने तीन तलाक देने के दोषी को जेल à¤à¥‡à¤œà¥‡ जाने के पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ का विरोध किया। चरà¥à¤šà¤¾ का जवाब देते हà¥à¤ केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ विधि मंतà¥à¤°à¥€ रविशंकर पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ ने कहा कि जब पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨, बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ समेत 22 इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• देशों ने तीन तलाक को गैर-कानूनी करार दिया है तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ जैसे धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤· देश में तीन तलाक को अपराध मानने में कà¥à¤¯à¤¾ परेशानी है? महिला सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ के लिठयह बिल जरूरी है।
मलà¥à¤²à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥à¤œà¥à¤¨ खड़गे ने कहा, "तीन तलाक से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ बिल महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है, इसका गहन अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करने की जरूरत है। यह संवैधानिक मसला है। मैं अनà¥à¤°à¥‹à¤§ करता हूं कि इस बिल को जà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤‚ट सिलेकà¥à¤Ÿ कमेटी के पास à¤à¥‡à¤œ दिया जाà¤à¥¤"
जà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤‚ट सिलेकà¥à¤Ÿ कमेटी (संयà¥à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤µà¤° समिति) में लोकसà¤à¤¾ और राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ दोनों सदनों के सदसà¥à¤¯ शामिल होते हैं। यदि कोई सदसà¥à¤¯ किसी बिल में संशोधन का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ पेश करता है तो उसे जà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤‚ट सिलेकà¥à¤Ÿ कमेटी के पास à¤à¥‡à¤œà¤¾ जाता है।
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ सांसद सà¥à¤·à¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ देव ने कहा कि यह बिल महिला सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ के लिठनहीं, बलà¥à¤•à¤¿ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को दोषी करार देने के लिठहै। सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने अपने 300 पेज के जजमेंट में ये कहीं नहीं लिखा कि तीन तलाक पर कानून बनना चाहिठऔर इसमें सजा का पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ होना चाहिà¤à¥¤ सरकार गलत तरीके से यह विधेयक लाई है और इसके बहाने वोट बैंक की राजनीति की जा रही है।
à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सांसद मीनाकà¥à¤·à¥€ लेखी ने कहा- फोन पर मैसेज à¤à¥‡à¤œà¤•à¤°, फोन करके या अनà¥à¤¯ तरीके से तीन बार तलाक कहकर किसी महिला के जीवन को बरà¥à¤¬à¤¾à¤¦ करने की छूट को समापà¥à¤¤ किया जाना चाहिà¤à¥¤ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अगर चाहती तो यह बिल 30 साल पहले पास करा सकती थी। लेकिन, उसने बंटवारे की राजनीति को पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ दी।
केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ मà¥à¤–à¥à¤¤à¤¾à¤° अबà¥à¤¬à¤¾à¤¸ नकवी ने कहा- कà¥à¤› लोगों ने फतवा जारी करने की दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‡à¤‚ खोल ली हैं। यह देश संविधान से चलता है, शरीयत से नहीं। तीन तलाक सामाजिक कà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ है। इसी तरह से सती पà¥à¤°à¤¥à¤¾ और बाल विवाह को à¤à¥€ खतà¥à¤® किया गया था।
सपा सांसद धरà¥à¤®à¥‡à¤‚दà¥à¤° यादव ने 3 साल की सजा के पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ का विरोध किया।
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि तीन तलाक के मामलों में पति को जेल à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ पर मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिलाओं को कà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤†à¤µà¤œà¤¾ मिलेगा? हिंदू महिलाओं से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ मसलों पर चरà¥à¤šà¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं होती? कà¥à¤¯à¤¾ सरकार हिंदू महिलाओं की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठकानून लाà¤à¤—ी?
केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ ईरानी ने कहा कि सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ के फैसले के बावजूद 400 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ महिलाà¤à¤‚ तीन तलाक से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆ हैं। यह बड़ा आंकड़ा है। अगर à¤à¤• महिला à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हो रही है तो इस सदन में बैठे हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को इससे विचलित होना चाहिà¤à¥¤
असदउदà¥à¤¦à¥€à¤¨ ओवैसी ने कहा- मैं इस बिल की मà¥à¤–ालफत करता हूं। जब तीन तलाक के मामलों में पति जेल चला जाà¤à¤—ा तो महिला को छत, खाना कौन देगा? सरकार देगी?
सरकार ने कहा- बिल में हमने हर मांग का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखा
चरà¥à¤šà¤¾ का जवाब देते हà¥à¤ विधि मंतà¥à¤°à¥€ रविशंकर पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ ने कहा कि à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° का दà¥à¤°à¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— न हो, समà¤à¤¾à¥ˆà¤¤à¥‡ का माधà¥à¤¯à¤® हो और जमानत का पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ हो, विपकà¥à¤· की मांग पर ये सà¤à¥€ बदलाव बिल में किठजा चà¥à¤•à¥‡ हैं। यह बिल किसी धरà¥à¤® या समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के खिलाफ नहीं है। जब यह संसद बचà¥à¤šà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤® करने वालों के लिठफांसी की सजा पर मà¥à¤¹à¤° लगा चà¥à¤•à¥€ है तो यही संसद तीन तलाक को खतà¥à¤® करने की आवाज कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं उठा सकती? दहेज पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¨à¤¾, घरेलू हिंसा जैसे कानूनों में à¤à¥€ सजा का पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ है। उस पर इस सदन ने विरोध नहीं किया। फिर तीन तलाक के मामले में विरोध कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हो रहा है?
पीड़ित महिला को समà¥à¤®à¤¾à¤¨ देने के लिठही हमने मजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ की सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ के बाद जमानत का पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ दिया है। यह à¤à¥€ कहा गया कि सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने कानून बनाने को नहीं कहा था। जबकि हकीकत यह है कि जजमेंट में पांच जज थे। तीन जज कह चà¥à¤•à¥‡ हैं कि तीन तलाक असंवैधानिक है। जसà¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ खेहर ने कहा था कि कानून बनना चाहिà¤à¥¤ जनवरी 2017 से सितंबर 2018 तक तीन तलाक के 430 मामले सामने आठथे। इनमें 229 मामले सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ के आदेश से पहले और 201 केस उसके बाद के हैं।
राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ से विधेयक पास नहीं हà¥à¤† तो सरकार को फिर अधà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ लाना पड़ेगा
सरकार ने तीन तलाक को अपराध करार देने के लिठसितंबर में अधà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ जारी किया था। इसकी अवधि 6 महीने की होती है। लेकिन अगर इस दरमियान संसद सतà¥à¤° आ जाठतो सतà¥à¤° शà¥à¤°à¥‚ होने से 42 दिन के à¤à¥€à¤¤à¤° अधà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ को बिल से रिपà¥à¤²à¥‡à¤¸ करना होता है। मौजूदा संसद सतà¥à¤° 8 जनवरी तक चलेगा। अगर इस बार à¤à¥€ बिल राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ में अटक जाता है तो सरकार काे दोबारा अधà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ लाना पड़ेगा।
16 महीने पहले आया था सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ का फैसला
अगसà¥à¤¤ 2017 में सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने à¤à¤• बार में तीन तलाक (तलाक-à¤-बिदà¥à¤¦à¤¤) की 1400 साल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ पà¥à¤°à¤¥à¤¾ को असंवैधानिक करार दिया था और सरकार से कानून बनाने को कहा था।
सरकार ने दिसंबर 2017 में लोकसà¤à¤¾ से मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिला (विवाह अधिकार संरकà¥à¤·à¤£) विधेयक पारित कराया लेकिन राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ में यह बिल अटक गया, जहां सरकार के पास परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ संखà¥à¤¯à¤¾ बल नहीं है।
विपकà¥à¤· ने मांग की थी कि तीन तलाक के आरोपी के लिठजमानत का पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ à¤à¥€ हो।
इसी साल अगसà¥à¤¤ में विधेयक में संशोधन किठगà¤, लेकिन यह फिर राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ में अटक गया।
इसके बाद सरकार सितंबर में अधà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ लेकर आई। इसमें विपकà¥à¤· की मांग काे धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखते हà¥à¤ जमानत का पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ जोड़ा गया। अधà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ में कहा गया कि तीन तलाक देने पर तीन साल की जेल होगी।
बिल में ये बदलाव हà¥à¤
अधà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ के आधार पर तैयार किठगठनठबिल के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•, आरोपी को पà¥à¤²à¤¿à¤¸ जमानत नहीं दे सकेगी। मजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ पीड़ित पतà¥à¤¨à¥€ का पकà¥à¤· सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के बाद वाजिब वजहों के आधार पर जमानत दे सकते हैं। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पति-पतà¥à¤¨à¥€ के बीच सà¥à¤²à¤¹ कराकर शादी बरकरार रखने का à¤à¥€ अधिकार होगा।
बिल के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•, मà¥à¤•à¤¦à¤®à¥‡ का फैसला होने तक बचà¥à¤šà¤¾ मां के संरकà¥à¤·à¤£ में ही रहेगा। आरोपी को उसका à¤à¥€ गà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¾ देना होगा। तीन तलाक का अपराध सिरà¥à¤« तà¤à¥€ संजà¥à¤žà¥‡à¤¯ होगा जब पीड़ित पतà¥à¤¨à¥€ या उसके परिवार (मायके या ससà¥à¤°à¤¾à¤²) के सदसà¥à¤¯ à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° दरà¥à¤œ कराà¤à¤‚।