पà¥à¤²à¤¿à¤¸à¤•à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को नठसाल का तोहफा ....
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²à¥¤ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के डीजीपी ऋषि शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ने मैदानी पद सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ पर कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ पà¥à¤²à¤¿à¤¸à¤•à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सापà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¿à¤• अवकाश पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ जारी किà¤à¥¤ डीपीजी ने इस पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ के लिठरूप रेखा तैयार करने हेतॠनिरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिà¤à¥¤ गौरतलब है कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कमलनाथ ने मैदानी पà¥à¤²à¤¿à¤¸ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सापà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¿à¤• अवकाश देने के लिठपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ तैयार करने को कहा था।
पà¥à¤²à¤¿à¤¸ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पर हà¥à¤ˆ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ बैठक में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ महानिदेशक ऋषि शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ने वरिषà¥à¤ अधिकारियों से चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤ निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिठकि मैदानी अमले के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सापà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¿à¤• अवकाश पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया जाà¤à¤‚। यदि अपरिहारà¥à¤¯ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में कोई करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ इस अवकाश का उपà¤à¥‹à¤— नहीं कर पाता है तो वह उसी माह में अनà¥à¤¯ किसी दिन इस अवकाश का लाठले सकेगा। यदि उस माह में वह इस अवकाश का उपà¤à¥‹à¤— नहीं करता है तो यह अवकाश सà¥à¤µà¤¤: समापà¥à¤¤ हो जाà¤à¤—ा ।
उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि शासन का सबसे पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· विà¤à¤¾à¤— पà¥à¤²à¤¿à¤¸ है। जनसेवक सरकार का यह अंग ना केवल नागरिक सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤¤à¤¿ करता है बलà¥à¤•à¤¿ जन-धन की रकà¥à¤·à¤¾ के साथ शासन के हर विà¤à¤¾à¤— के दायितà¥à¤µ की सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥‚ता के लिठउतà¥à¤¤à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ है। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ विà¤à¤¾à¤— का समसà¥à¤¤ विधायी कारà¥à¤¯ थाना सà¥à¤¤à¤° पर संपादित होता है, जिनको वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में अनà¥à¤¯ शाखाओं विशेषकर सशसà¥à¤¤à¥à¤° बल से सहयोग पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है।
समाज की बढ़ती अपेकà¥à¤·à¤¾à¤“ं के दबाव समाज की बढ़ती अपेकà¥à¤·à¤¾à¤“ं के दबाव ने जमीनी सà¥à¤¤à¤° पर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठदà¥à¤·à¥à¤•à¤° सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ कर दी है। लगà¤à¤— 24 घंटे की सेवा, दिन-रात, अनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤ समय पर à¤à¥‹à¤œà¤¨, आराम की कोई मोहलत नहीं होने और लगातार परिणाम देने की अपेकà¥à¤·à¤¾ ने कारà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¤¿à¤• बल को निरंतर तनाव में रखा है। फलसà¥à¤µà¤°à¥‚प मानसिक अवसाद से लेकर आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ तक कई पà¥à¤²à¤¿à¤¸ करà¥à¤®à¥€ अपना à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ मान बैठे हैं।