अनिल अंबानी, अडानी समेत कई कारोबारियों को गहलोत सरकार का à¤à¤Ÿà¤•à¤¾, 240 à¤à¤®à¤“यू होंगे रदà¥à¤¦
निवेश में रà¥à¤šà¤¿ नहीं दिखाने पर राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सरकार रिसरà¥à¤œà¥‡à¤‚ट राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ इनवेसà¥à¤Ÿà¤®à¥‡à¤‚ट समिट के 200 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¤®à¤“यू निरसà¥à¤¤ करने वाली है. इनमें अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस समूह ओर गौतम अडानी का अडानी गà¥à¤°à¥à¤ª जैसी कंपनियों के à¤à¤®à¤“यू à¤à¥€ शामिल हैं. बताया जा रहा है कि वसà¥à¤‚धरा राजे सरकार ने नवंबर 2015 में इनवेसà¥à¤Ÿà¤° समिट का आयोजन किया था. इसके तहत ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ सरकार ने 3.37 लाख करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ के 470 à¤à¤®à¤“यू किठथे.
उदà¥à¤¯à¥‹à¤— मंतà¥à¤°à¥€ परसादी लाल मीणा के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, इनà¥à¤µà¥‡à¤¸à¥à¤Ÿà¤° मीट के बाद तीन साल में केवल 124 à¤à¤®à¤“यू ही à¤à¤¸à¥‡ रहे जिन पर काम हà¥à¤†. इससे राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ को 12 हजार करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ का निवेश मिला. लेकिन बड़ी कंपनियों ने काम शà¥à¤°à¥‚ तक नहीं किया. इस कारण उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नोटिस दिठजाà¤à¤‚गे. नोटिस के बावजूद यदि काम नहीं शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† तो à¤à¤®à¤“यू रदà¥à¤¦ होंगे.
गौरतलब है कि जिन कंपनियों ने à¤à¤®à¤“यू साइन किठथे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सरकार जमीन और टैकà¥à¤¸ आदि में रियायत देने वाली थी. इनमें परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨, खनन और मेडिकल जैसे कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° शामिल थे.
ढाई लाख करोड़ रà¥. से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ के करीब 240 à¤à¤®à¤“यू फेल....
बता दें कि रिसरà¥à¤œà¥‡à¤‚ट राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ इनवेसà¥à¤Ÿà¤®à¥‡à¤‚ट समिट में 240 à¤à¤®à¤“यू à¤à¤¸à¥‡ थे जिनमें ढाई लाख करोड़ रà¥. से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ का निवेश होने वाला था. इसमें परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨, खनन और मेडिकल जैसे कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° शामिल थे. लेकिन किसी à¤à¥€ कंपनी ने राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में रूचि नहीं दिखाई.
जानिठआखिर किस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में कितना हà¥à¤† था निवेश...
रिसरà¥à¤œà¥‡à¤‚ट राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ इनवेसà¥à¤Ÿà¤®à¥‡à¤‚ट समिट में टूरिजà¥à¤® में 10,442 करोड़ के 221 à¤à¤®à¤“यू हà¥à¤ थे. जबकि मेडिकल में करीब 2700 करोड़ रà¥. के 14 à¤à¤®à¤“यू हà¥à¤. लेकिन इनमें कोई à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ शà¥à¤°à¥‚ नहीं हà¥à¤†. वहीं, माइंस में 76 हजार करोड़ के 25 à¤à¤®à¤“यू हà¥à¤ और इसमें निवेश केवल 1500 करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ का आया.