पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की सरकार ने नागरिकों से टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° पर राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मिठाई की खोज में यह पूछने का फैसला किया कि गà¥à¤²à¤¾à¤¬ जामà¥à¤¨, बरà¥à¤«à¥€ और जलेबी में से वे किसे देश की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मिठाई के रूप में किसे चà¥à¤¨à¥‡à¤‚गे। गà¥à¤²à¤¾à¤¬ जामà¥à¤¨ ने जलेबी और बरà¥à¤«à¥€ को इस रेस में हराकर पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मिठाई का दरà¥à¤œà¤¾ हासिल किया। यह à¤à¤¾à¤°à¤¤, बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶, नेपाल में काफी लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ मिठाई है। गà¥à¤²à¤¾à¤¬ जामà¥à¤¨ à¤à¤• फारसी à¤à¤¾à¤·à¤¾ का शबà¥à¤¦ है। मैदा, खोया और चीनी इसके खास इंगà¥à¤°à¥€à¤¡à¤¿à¤¯à¤‚ट हैं।
गà¥à¤²à¤¾à¤¬ जामà¥à¤¨ को सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ वोट मिले और वो सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ विजेता के रूप में उà¤à¤°à¤¾à¥¤ जलेबी दूसरे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर रही। लगà¤à¤— 15,000 लोगों ने इस वोटिंग में हिसà¥à¤¸à¤¾ लिया। गà¥à¤²à¤¾à¤¬ जामà¥à¤¨ को 47%, जलेबी को 34% और बरà¥à¤«à¥€ को 19% वोट मिले। सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ वोट मिलने के बाद इसे 'कौमी मिठाई' घोषित किया गया।
हालांकि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की जनता को सरकार का यह फैसला पसंद नहीं आया है। नेटीजनà¥à¤¸ ने टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° पर इस फैसले का जबरदसà¥à¤¤ विरोध किया है। उनका कहना है कि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ सरकार के ऑफिशियल टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° अकाउंट के केवल 4.28 लाख फॉलोवरà¥à¤¸ हैं। लोगों का कहना है कि सिरà¥à¤« इतने लोग देश की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मिठाई का फैसला कैसे कर सकते हैं।
इस मामले में à¤à¤¾à¤°à¤¤ अपने पड़ोसी देश से à¤à¤• कदम पीछे है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहां किसी को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मिठाई का आधिकारिक दरà¥à¤œà¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नहीं है। इंटरनेट सरà¥à¤š में कई जगह जलेबी को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मिठाई बताया गया है। हालांकि सरकार की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं है।