41 अधिकारियों की सेवा होगी समापà¥à¤¤ -जानें कà¥à¤¯à¥‹à¤‚
रायपà¥à¤°à¥¤ बघेल सरकार ने फिजूलखरà¥à¤š रोकने के लिठसीà¤à¤® फैलोशिप योजना को बंद करके पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯ सचिव के रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤° समेत 41 अधिकारियों की सेवा समापà¥à¤¤ करने का आदेश जारी कर दिया है। चिपà¥à¤¸ से मंगलवार को जारी आदेश के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 31 जनवरी की शाम पांच बजे से सेवाà¤à¤‚ समापà¥à¤¤ मान ली जाà¤à¤‚गी।
à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार ने अपने कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में पà¥à¤²à¥‡à¤¸à¤®à¥‡à¤‚ट à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों के माधà¥à¤¯à¤® से मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सचिवालय से लेकर सचिवों और कलेकà¥à¤Ÿà¤° कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ तक में करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को रखा था। ये अधिकारी शैडो कलेकà¥à¤Ÿà¤° का काम कर रहे हैं।
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बघेल ने 11 जनवरी को घोषणा की थी कि कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ सरकार सीà¤à¤® फैलोशिप योजना को बंद कर रही है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सीà¤à¤® फैलोशिप के लिठनियà¥à¤•à¥à¤¤ अफसरों की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ नहीं है। इसके पहले à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार ने सीà¤à¤® फैलोशिप योजना शà¥à¤°à¥‚ करके आइआइà¤à¤®, आइआइटी जैसे उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से पà¥à¤•à¤° निकले यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की थी।
इसमें से दो मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सचिवालय में मृतà¥à¤¯à¥à¤‚जय शरà¥à¤®à¤¾ व सोमà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤®à¤° वैलà¥à¤¯à¥‚, लोक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ यांतà¥à¤°à¤¿à¤•à¥€ सचिवालय में अकà¥à¤·à¤¤ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾, सूचना पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी में अकà¥à¤·à¤¯ आतà¥à¤°à¥‡, आवास à¤à¤µà¤‚ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ अमित अशोक शिंगे, वितà¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ योजना में अंकित गोयल, खादà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ नागरिक आपूरà¥à¤¤à¤¿ निगम में आशà¥à¤¤à¥‹à¤· मिशà¥à¤°à¤¾, वाणिजà¥à¤¯à¤¿à¤• कर à¤à¤µ उदà¥à¤¯à¥‹à¤— में à¤à¥‚पिंदर जीत, नगरीय पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ में चाहत सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° शाह, पंचायत à¤à¤µà¤‚ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ विकास में चिंतन राज, परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ à¤à¤µà¤‚ गà¥à¤°à¤¾à¤® उदà¥à¤¯à¥‹à¤— में दिवà¥à¤¯à¤¾ रामासà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, शà¥à¤°à¤® में डॉ. à¤à¤¾à¤°à¥à¤—व देशपांडे, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ में हिमांशॠअगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², वन में पियà¥à¤· मिशà¥à¤°à¤¾, तकनीकी शिकà¥à¤·à¤¾ में पियà¥à¤· पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, महिला à¤à¤µà¤‚ बाल विकास में पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ वाडिकर, ऊरà¥à¤œà¤¾ में रोहित वाधवा, सà¥à¤•à¥‚ल शिकà¥à¤·à¤¾ में सतà¥à¤¯à¤°à¤¾à¤œ, समाज कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ सचिवालय में अनंत पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£à¥€ पदसà¥à¤¥ हैं। इसके अलावा रायपà¥à¤° जिला कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में सà¥à¤¨à¥‡à¤¹à¤¾ पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾, दà¥à¤°à¥à¤— में सà¥à¤ªà¤°à¥à¤£à¤¾ वरà¥à¤®à¤¾, महासमà¥à¤‚द में अà¤à¤¿à¤¨à¥€à¤¤ सिंह, सूरजपà¥à¤° में अदीब वहाब, सà¥à¤•à¤®à¤¾ अजेश ठनायर, बेमेतरा में अमन सहगल, बलौदाबाजार में अमित शरण सिंह, बसà¥à¤¤à¤° में अनास रहमान सी, धमतरी में अंशà¥à¤¾à¥à¤² अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², कोरबा में अयाज अहमद सिदà¥à¤¦à¥€à¤•à¥€, रायगॠमें आयà¥à¤·, बीजापà¥à¤° में धरणीकांध कोगंटि, जशपà¥à¤° में कà¥à¤®à¤¾à¤° देवाशीष, कोंडागांव में पलाश पांडेय, कांकेर में पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤‚त à¤à¤¸ चिनà¥à¤¨à¤¾ पनावर, राजनांदगांव में पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का सेठी, नारायणपà¥à¤° में आर रमेश रेडà¥à¤¡à¥€, जांजगीर-चांपा में राहà¥à¤² टिकà¥à¤•à¥‚, गरियाबंद में राजू सागी, सरगà¥à¤œà¤¾ में रवि कà¥à¤®à¤¾à¤°, कवरà¥à¤§à¤¾ में संकलà¥à¤ª अà¤à¤¿à¤¶à¥‡à¤·, दंतेवाड़ा में सौमà¥à¤¯à¤¾ चकà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ हैं।
इन अफसरों को सरकारी योजनाओं के कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पूरा करने में आ रही बाधाओं को समà¤à¤¨à¤¾ होता था, विà¤à¤¾à¤—ीय अधिकारियों से चरà¥à¤šà¤¾ करके योजनाओं को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ ढंग से लागू करने की रणनीति बनानी होती थी, सरकारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ व बà¥à¤²à¥‰à¤• सà¥à¤¤à¤° से जिले सà¥à¤¤à¤° तक की योजनाओं के कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ व अधिकारियों-करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की कारà¥à¤¯à¤¶à¥ˆà¤²à¥€ की मॉनीटिरिंग करनी होती थी, योजनाओं की रिपोरà¥à¤Ÿ तैयार करनी होती थी और डेटा à¤à¤¨à¤¾à¤²à¤¿à¤¸à¤¿à¤¸ करना होता था। इस काम के लिठइन अफसरों को डेॠसे दो लाख वेतन मिलता रहा है।