मंतà¥à¤°à¥€ गोविंद राजपूत परेड को सलामी देना à¤à¥‚ले, तो साधौ ने बाà¤à¤‚ हाथ से ली सलामी
सागर। राजसà¥à¤µ à¤à¤µà¤‚ परिवहन मंतà¥à¤°à¥€ गोविंद सिंह राजपूत गणतंतà¥à¤° दिवस की परेड में सलामी देना à¤à¥‚ल गà¤à¥¤ कà¥à¤› समय तक वे सावधान की मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤§à¥à¤µà¤œ के नीचे पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® पर खड़े परेड को आम लोगों की तरह देखते रहे। उनके बाजू में खड़ीं कलेकà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ मैथिल ने मंतà¥à¤°à¥€ राजपूत से कहा कि सर सलामी दीजिठतो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤•à¤¦à¤® से हाथ उठाकर सलामी देना पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकिया।
दरअसल सागर में गणतंतà¥à¤° दिवस के मà¥à¤–à¥à¤¯ समारोह में पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के राजसà¥à¤µ à¤à¤µà¤‚ परिवहन मंतà¥à¤°à¥€ गोविंद राजपूत मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के तौर पर शामिल हà¥à¤à¥¤ सà¥à¤¬à¤¹ नौ बजे धà¥à¤µà¤œà¤¾à¤°à¥‹à¤¹à¤£ के बाद पà¥à¤²à¤¿à¤¸ बल और à¤à¤¸à¤à¤à¤« की टà¥à¤•à¥œà¥€ परेड की सलामी के लिठबैंड के साथ निकली तो मंतà¥à¤°à¥€ राजपूत à¤à¤•à¤¦à¤® से समठनहीं पाठऔर वे सावधान की मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ में सीधे खड़े रहे, इधर उनके बाà¤à¤‚ तरफ खड़ीं कलेकà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ मैथिल और दाहिने तरफ खड़े à¤à¤¸à¤ªà¥€ अमित सांघी सलामी की मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ में आ गà¤à¥¤
चंद सेकंड बाद कलेकà¥à¤Ÿà¤° को आà¤à¤¾à¤¸ हà¥à¤† कि मंतà¥à¤°à¥€ सलामी नहीं दे रहे हैं तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मंतà¥à¤°à¥€ राजपूत को धीमी आवाज में कहा कि सर सलामी दीजिà¤, जिसके बाद राजपूत à¤à¤•à¤¦à¤® से हड़बड़ाकर हाथ उठाकर सलामी देने लगे। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के बाद मंतà¥à¤°à¥€ तो कà¥à¤› नहीं बोले, लेकिन उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी ने गणतंतà¥à¤° दिवस के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥‹à¤•à¤¾à¤² की जानकारी नहीं दी थी। हालांकि यह उनके लिठपहला मौका था, जब वे राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ परà¥à¤µ के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में बतौर मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि शिरकत कर रहे थे।
डॉ. साधौ का दायां कंधा है फà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤šà¤°
गणतंतà¥à¤° दिवस पर शनिवार को जिला मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पर डीआरपी लाइन में हà¥à¤ मà¥à¤–à¥à¤¯ समारोह में मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि चिकि तà¥à¤¸à¤¾ शिकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ डॉ. विजयलकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ साधौ ने बाà¤à¤‚ हाथ से धà¥à¤µà¤œà¤¾à¤°à¥‹à¤¹à¤£ कर परेड की सलामी ली। पिछले दिनों इंदौर में आयोजन के दौरान फिसलने से उनका दायां कंधा फà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤šà¤° हो गया था। पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤° चà¥à¤¾ होने से उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बाà¤à¤‚ हाथ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया। मामले में अतिरिकà¥à¤¤ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अधीकà¥à¤·à¤• शशिकांत कनकने ने बताया कि डॉ. साधौ के दाà¤à¤‚ हाथ में परेशानी थी। à¤à¤¸à¥€ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में बाà¤à¤‚ हाथ से à¤à¥€ सलामी ली जा सकती है।
डॉ. साधौ ने कहा कि कंधे में फà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤šà¤° होने से चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आराम करने की सलाह दी है। बावजूद राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ परà¥à¤µ में शामिल होकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपना करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ निà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤