आईटीà¤à¤® विशà¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में मनाया गया अंतरासà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मातृà¤à¤¾à¤·à¤¾ दिवस
गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° ( विनय शरà¥à¤®à¤¾ ) : मातृà¤à¤¾à¤·à¤¾ के पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° को बड़ावा देने के लिठ1999 में यूनेसà¥à¤•à¥‹ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 21 फरवरी को अंतरासà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मातृà¤à¤¾à¤·à¤¾ दिवस के रूप में घोसित किया गया था..
गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° 21 फरवरी को , आईटीà¤à¤® विशà¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के नानाजी देशमà¥à¤– सà¤à¤¾à¤—ार में अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मातृà¤à¤¾à¤·à¤¾ दिवस के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में कई तरह की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—ीताओं का आयोजन किया गया.. कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में विशà¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कई छातà¥à¤°-छतà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ के गीत , वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ कला के विषय- à¤à¤¾à¤°à¤¤ की à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤ˆ विविधता , सà¥à¤²à¥‹à¤—न लेखन के विषय- हमारी मातृà¤à¤¾à¤·à¤¾ का महतà¥à¤¤à¤µ पर पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी. किसी छातà¥à¤° ने अपने कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° "बिहार" पर गीत गाया , तो किसी ने अपनी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ "सदरी" में गीत पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया , कà¥à¤› छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ की à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤ˆ विविधता का सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ से विवरण किया ...
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में तृपà¥à¤¤à¤¿ पाठक ( सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समनà¥à¤µà¤¯à¤• ) , पूनम वरà¥à¤®à¤¾ (असिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ट पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° सà¥à¤•à¥‚ल ऑफ़ फारà¥à¤®à¥‡à¤¸à¥€) और अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‹à¤—िता के जज के रूप में सà¤à¤¾à¤—ार में मौजूद रहे..