40 आतंकी संगठनों पर PAK में बैन
जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° के पà¥à¤²à¤µà¤¾à¤®à¤¾ में हà¥à¤ आतंकी हमले के बाद पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ पूरी तरह से घिर गया है. पà¥à¤²à¤µà¤¾à¤®à¤¾ हमले का जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की सरज़मीं पर पल रहा जैश-à¤-मोहमà¥à¤®à¤¦ है, इसे हर कोई जानता है. जिसके बाद से ही à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ पर दबाव बनाया और दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में उसे घेरने की कोशिश की जिसका असर दिख रहा है. पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने जैश-à¤-मोहमà¥à¤®à¤¦, लशà¥à¤•à¤°-à¤-तैयबा, जमात-उद-दावा जैसे संगठनों पर बैन लगाया है. हालांकि, पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की फितरत इसमें साफ नहीं दिख रही है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बीते दो दशक में à¤à¤¸à¥‡ कई मौके आठहैं जब उसने इन संगठनों पर बैन लगाया है. सवाल à¤à¤• बार फिर यही है कि कà¥à¤¯à¤¾ ये सिरà¥à¤« दिखावे वाली कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ है.
कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ या सिरà¥à¤« दिखावा?
पà¥à¤²à¤µà¤¾à¤®à¤¾ आतंकी हमले के तार पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से ही जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ हैं इस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ को à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पटल पर साबित कर दिया था. जिसके बाद से दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के कई देशों ने पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ पर आतंकी संगठनों पर कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ करने को कहा, ना सिरà¥à¤« देश बलà¥à¤•à¤¿ संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°, FATF, UNSC की तरफ से à¤à¥€ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ पर दबाव था. यही वजह है कि उसने तà¥à¤°à¤‚त à¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ लिया और 44 संगठनों पर बैन लगाया और कà¥à¤› को हिरासत में à¤à¥€ लिया.
हालांकि, पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की इस कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ को ठोस माना जाठà¤à¤¸à¤¾ कोई सबूत नहीं है. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के ही कई लोग सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि हम इस तरह के बैन-कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ पहले à¤à¥€ देख चà¥à¤•à¥‡ हैं. गौरतलब है कि अमेरिका में आतंकी हमले, मà¥à¤‚बई हमले के बाद à¤à¥€ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने à¤à¤¸à¥‡ ही कई बार कà¥à¤› आतंकी संगठनों पर बैन लगाया था.
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं होता पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸?
दरअसल, पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का इतिहास ही à¤à¤¸à¤¾ ही कि उस पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं किया जा सकता. पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ पहले हाफिज़ सईद के संगठन पर बैन लगा चà¥à¤•à¤¾ है लेकिन हाफिज़ वहां आम चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ चà¥à¤•à¤¾ है रोज़ाना रैलियां करता है और हिंदà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ के खिलाफ ज़हर उगलता है.
ना सिरà¥à¤« हाफिज़ बलà¥à¤•à¤¿ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के विदेश मंतà¥à¤°à¥€ शाह महमूद कà¥à¤°à¥ˆà¤¶à¥€ पà¥à¤²à¤µà¤¾à¤®à¤¾ आतंकी हमले के बाद कई टीवी इंटरवà¥à¤¯à¥‚ में ये कबूल चà¥à¤•à¥‡ हैं कि जैश-à¤-मोहमà¥à¤®à¤¦ का सरगना मौलाना मसूद अजहर पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में ही है. à¤à¤• इंटरवà¥à¤¯à¥‚ में तो वह जैश का बचाव करते हà¥à¤ कह रहे थे कि पà¥à¤²à¤µà¤¾à¤®à¤¾ की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ जैश ने नहीं ली है, ये सिरà¥à¤« à¤à¤• à¤à¥à¤°à¤® है.
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ को लेना पड़ा इस तरह का à¤à¤•à¥à¤¶à¤¨?
दरअसल, इस कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ के पीछे पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की कई तरह की मजबूरियां हैं. पहली तो ये कि पà¥à¤²à¤µà¤¾à¤®à¤¾ आतंकी हमले के बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने कूटनीतिक तौर पर उसे दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में à¤à¤¸à¤¾ घेरा कि हर बड़े देश ने उसकी आलोचना की. जिसके बाद से ही उसपर संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ परिषद (UNSC) के सामने खà¥à¤¦ को साबित करने की चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ है. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अगर UNSC जैश जैसे संगठन पर बैन लगाता है तो पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के लिठकारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ करना जरूरी होता और कई अनà¥à¤¯ à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों का à¤à¥€ दबाव उसपर बनता.
यही कारण है कि 13 मारà¥à¤š को होने वाली UNSC की महाबैठक से पहले पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने इस तरह का à¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ लिया है. जिसपर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करना काफी मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² है.
पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने जिन संगठनों पर बैन लगाया है उसमें कई नामी आतंकी आकाओं का काला चिटà¥à¤ ा है. जिसमें हाफिज़ सईद का जमात-उद-दावा, फला-à¤-इंसानियत फाउंडेशन, मौलाना मसूद अजहर का जैश-à¤-मोहमà¥à¤®à¤¦, लशà¥à¤•à¤°-à¤-तैयबा, अल-कायदा, तहरीक-à¤-तालिबान शामिल हैं. ये संगठन à¤à¤¾à¤°à¤¤ में आतंक फैलाने वाले माने जाते हैं. इसके अलावा à¤à¥€ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने कई बलूच और तालिबान समरà¥à¤¥à¤¿à¤¤ संगठनों पर बैन लगाया है.