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मुशर्रफ का कबूलनामा, उनके कार्यकाल में पाक खुफिया एजेंसियों ने जैश से कराए भारत में हमले

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने आतंकी मसूद अजहर पर अपने ही देश के दावों को झुठला दिया है. मुशर्रफ ने कबूल किया है कि उनके कार्यकाल के दौरान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने खुफिया एजेंसियों के इशारों पर भारत में हमले किए थे. बता दें कि ISI पाकिस्तान की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी है, जो भारत में ऐसे हमले कराने के लिए बदनाम है.

जैश पर पहले ही कदम उठाया जाना चाहिए था  

फिलहाल दुबई में रह रहे मुशर्रफ ने जैश-ए-मोहम्मद पर पाकिस्तान सरकार की कार्रवाई का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि यह एक अच्छा कदम है. मैंने हमेशा से कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद एक आतंकवादी संगठन है और उसने दो बार मेरी भी हत्या की साजिश रची. उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि जैश के खिलाफ बहुत पहले ही कदम उठाया जाना चाहिए था.

इसलिए नहीं ले सका जैश पर एक्शन

जब उनसे पूछा गया कि सत्ता में रहने के दौरान उन्होंने जैश के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया? तो मुशर्रफ ने कहा कि वह समय अलग था. हमारी खुफिया एजेंसी के लोग भारत-पाकिस्तान के बीच जैसे को तैसा वाली स्थिति में लगे हुए थे. उस वक्त यह सब जारी था और इन सबके बीच जैश के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई और मैंने भी इस पर जोर नहीं दिया.  

 

पाक में जैश को लेकर बदलते बयान

देश में जैश-ए-मोहम्मद की मौजूदगी को लेकर पाकिस्तान और उसकी सेना की ओर से समय-समय पर बयान बदलते रहे हैं. पिछले महीने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सीएनएन को दिए इंटरव्यू में कहा था कि मसूद अजहर पाकिस्तान में मौजूद है, लेकिन सरकार उसके खिलाफ तभी कार्रवाई कर सकती है जब भारत पुलवामा हमले में उसके शामिल होने के ठोस और अमिट साक्ष्य दे जो कोर्ट में टिक सकें. हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने देश में आतंकवादी समूह की मौजूदगी से इनकार किया.  

पुलवामा हमले में जैश का हाथ

बता दें कि जैश ने हाल ही में 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसके बाद से भारत-पाकिस्तान में तनाव बढ़ गया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान सीमा में आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की, जिसमें जैश के 200-300 आतंकियों के मारे जाने की खबर है. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने के बीच पाकिस्तान ने अजहर के बेटे और उसके भाई समेत 44 आतंकवादियों को हिरासत में ले लिया. 

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