पà¥à¤²à¤µà¤¾à¤®à¤¾ और मौजूदा हालातों की वजह से टले J-K विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ
लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ 2019 की तारीखों का à¤à¤²à¤¾à¤¨ हो चà¥à¤•à¤¾ है. चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आयोग ने चार राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ का शेडà¥à¤¯à¥‚ल à¤à¥€ जारी कर दिया है. इसमें आंधà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, अरà¥à¤£à¤¾à¤šà¤² पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, ओडिशा, सिकà¥à¤•à¤¿à¤® विधानसà¤à¤¾ के चà¥à¤¨à¤¾à¤µ शामिल हैं. मगर सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ बंदोबसà¥à¤¤ को देखते हà¥à¤ जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° में विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ अà¤à¥€ नहीं होंगे. राजà¥à¤¯ में विधानसà¤à¤¾ à¤à¤‚ग है और वहां राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ शासन लगा हà¥à¤† है, बाकी राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में मौजूदा सरकारों का कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² समापà¥à¤¤ हो रहा है.
जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° में विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ पर आयोग ने कहा कि राजà¥à¤¯ सरकार और गृह मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ से इस बाबत चरà¥à¤šà¤¾ की गई है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि राजà¥à¤¯ में फिलहाल विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ नहीं होंगे. चार राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ के साथ होंगे. इन राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में ओडिशा, सिकà¥à¤•à¤¿à¤®, अरà¥à¤£à¤¾à¤šà¤² पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ और आंधà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ शामिल हैं.
गौरतलब है कि जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ पिछली बार 25 नवंबर-20 दिसंबर 2014 तक पांच चरणों में संपनà¥à¤¨ हà¥à¤ थे. राजà¥à¤¯ में कà¥à¤² 87 विधानसà¤à¤¾ सीटें हैं. इनमें से पीपल डेमोकà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¤¿à¤• पारà¥à¤Ÿà¥€ (पीडीपी) ने 28, बीजेपी ने 25, नेशनल कॉनà¥à¤«à¥à¤°à¥‡à¤‚स ने 15 और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने 12 जीती थीं. अनà¥à¤¯ दलों ने 7 सीटें जीती थीं. बहà¥à¤®à¤¤ के लिठ44 सीटें जीतना जरूरी है. 19 जून 2018 तक राजà¥à¤¯ की मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ महबूबा मà¥à¤«à¥à¤¤à¥€ रहीं. बीजेपी और पीडीपी के गठबंधन की सरकार बनी थी. फिलहाल राजà¥à¤¯ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ शासन लागू है.
जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° में छह महीने का राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² शासन पूरा होने के बाद 20 दिसंबर 2018 को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ शासन लागू है. राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ रामनाथ कोविंद ने राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² सतà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² मलिक की सिफारिश पर इस बाबत à¤à¤• घोषणा-पतà¥à¤° पर हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° किठथे. राजà¥à¤¯ में महबूबा मà¥à¤«à¥à¤¤à¥€ के नेतृतà¥à¤µ में गठबंधन सरकार से जून में बीजेपी ने समरà¥à¤¥à¤¨ वापस ले लिया था. इसके बाद जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° में राजनीतिक संकट बना हà¥à¤† है.
बता दें कि मà¥à¤–à¥à¤¯ निरà¥à¤µà¤¾à¤šà¤¨ आयà¥à¤•à¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥€à¤² अरोड़ा के नेतृतà¥à¤µ में टीम दो दिनों के लिठजमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° पहà¥à¤‚ची थी. इस दौरान चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आयोग की टीम ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमरà¥à¤¶ किया. इन दलों में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸, बीजेपी, नेशनल कांफà¥à¤°à¥‡à¤‚स, पीडीपी, माकपा और नेशनल पैंथरà¥à¤¸ पारà¥à¤Ÿà¥€ सहित अनà¥à¤¯ दलों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ शामिल रहे. इन सà¤à¥€ दलों ने चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आयोग पर पूरा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया और लोकसà¤à¤¾ और विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ कराने के लिठसहमति जताई थी.