इस बार शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ योग के साथ आà¤à¤—ी चैतà¥à¤° नवरातà¥à¤°à¤¿, धन व धरà¥à¤® में होगी वृदà¥à¤§à¤¿
इस वरà¥à¤· चैतà¥à¤° नवरातà¥à¤°à¤¿ 6 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² से शà¥à¤°à¥ होगी। शकà¥à¤¤à¤¿ की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का ये परà¥à¤µ इस बार शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ योगों के साथ आà¤à¤—ी। बà¥à¤°à¤¾à¤®à¥à¤¹à¤£à¥‹à¤‚ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• इस बार 9 दिवसीय नवरातà¥à¤° में 5 बार सरà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ सिदà¥à¤§à¤¿, दो बार रवियोग आà¤à¤—ा। इसके अलावा पà¥à¤·à¥à¤¯ नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° का संयोग बन रहा है।इस बार चैतà¥à¤° नवरातà¥à¤°à¤¿ शनिवार के दिन रेवती नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° के साथ आरंठहो रही है। उदय काल में रेवती नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° का योग साधना व सिदà¥à¤§à¤¿ में पांच गà¥à¤¨à¤¾ अधिक शà¥à¤à¤«à¤² पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करेगा। 9 दिवसीय तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° में पांच बार सरà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ तथा दो बार रवियोग का होना धरà¥à¤® शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ है। पंडित शरà¥à¤®à¤¾ ने बताया कि शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥ देवी à¤à¤¾à¤—वत के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤¸à¥‡ योगों में देवी साधना का विशेष फल पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है। धन तथा धरà¥à¤® की वृदà¥à¤§à¤¿ करने वाली यह नवरातà¥à¤°à¤¿ इस बार खास है।
दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯à¤¾ तिथि को सरà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ योग यानी 7 अपà¥à¤°à¥‡à¤² को आà¤à¤—ा। वहीं 8 अपà¥à¤°à¥‡à¤² को रवियोग होगा। इस दिन गणगौर तीज à¤à¥€ होगी। 10 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° पंचमी तिथि को सरà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ योग (लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ पंचमी) होगी। 11 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° षषà¥à¤ ी तिथि रवियोग फिर से होगा। 12 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° सपà¥à¤¤à¤®à¥€ तिथि सरà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ योग होगा। 13 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² शनिवार महाअषà¥à¤Ÿà¤®à¥€ पर सà¥à¤¬à¤¹ 11.42 के बाद नवमी तिथि सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤¤ मतानà¥à¤¸à¤¾à¤° योग होगा।
14 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² रविवार महानवमी रवीपà¥à¤·à¥à¤¯ नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° व सरà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ योग सà¥à¤¬à¤¹ 9.37 बजे तक नवमी वैषà¥à¤£à¤µ मतानà¥à¤¸à¤¾à¤° होगा। पंडित शरà¥à¤®à¤¾ ने बताया कि रेवती नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° पंचक का पांचवा नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° है। इस नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° का शà¥à¤•à¥à¤² पकà¥à¤· की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤¦à¤¾ से 1 घंटे तक सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ होना, वह à¤à¥€ उदयकाल से करीब 45 मिनट तक रहना तंतà¥à¤° साधना की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® है। नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से देखें तो रेवती नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤·à¤¾ है, जो ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦ के अनà¥à¤¯ देवताओं में से à¤à¤• है। इस लिठयह नवरातà¥à¤°à¤¿ यंतà¥à¤°, तंतà¥à¤° व मंतà¥à¤° सिदà¥à¤§à¤¿ के लिठविशेष मानी जा रही है। इसमें धन पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिठकिठजाने वाले उपाय à¤à¥€ कारगर होंगे।