अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की सà¥à¤¸à¥à¤¤ रफà¥à¤¤à¤¾à¤° पर चिंता, RBI गवरà¥à¤¨à¤° से मिले कई इकोनॉमिसà¥à¤Ÿ
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की रफà¥à¤¤à¤¾à¤° सà¥à¤¸à¥à¤¤ पड़ रही है. तेजी से बढ़ रही अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की रफà¥à¤¤à¤¾à¤° पर अचानक बà¥à¤°à¥‡à¤• लग जाने पर कई पà¥à¤°à¤®à¥à¤– अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने रिजरà¥à¤µ बैंक के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– से मिलकर चिंता जताई है. इकोनॉमिसà¥à¤Ÿ ने रिजरà¥à¤µ बैंक के गवरà¥à¤¨à¤° शकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤‚त दास से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ कर कहा है कि à¤à¤¸à¥€ मौदà¥à¤°à¤¿à¤• नीति लानी होगी जिससे अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की रफà¥à¤¤à¤¾à¤° में फिर से तेजी आà¤.
गौरतलब है कि 4 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² को रिजरà¥à¤µ बैंक मौदà¥à¤°à¤¿à¤• नीति कमिटी की बैठक होगी, जिसमें नठवितà¥à¤¤ वरà¥à¤· के लिठमौदà¥à¤°à¤¿à¤• नीति को अंतिम रूप दिया जाà¤à¤—ा. समाचार à¤à¤œà¥‡à¤‚सी रायटरà¥à¤¸ ने सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के हवाले से खबर दी है कि रिजरà¥à¤µ बैंक के गवरà¥à¤¨à¤° शकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤‚त दास ने इसके पहले करीब à¤à¤• दरà¥à¤œà¤¨ अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ की है और उनकी राय को सà¥à¤¨à¤¾ है. जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤° इकोनॉमिसà¥à¤Ÿ की राय यही है कि रिजरà¥à¤µ बैंक फिर से रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट यानी चौथाई फीसदी की कटौती करे और उसे 6 फीसदी तक ले आà¤. इसके पहले रेपो रेट का यह सà¥à¤¤à¤° अगसà¥à¤¤ 2017 में था. रिजरà¥à¤µ बैंक अपनी पिछली मौदà¥à¤°à¤¿à¤• नीति समीकà¥à¤·à¤¾ में चौथाई फीसदी की कटौती कर चà¥à¤•à¤¾ है.
गौरतलब है कि अकà¥à¤Ÿà¥‚बर से दिसंबर की तिमाही में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ सिरà¥à¤« 6.6 फीसदी की दर से बढ़ी है, जो पिछली पांच तिमाहियों में सबसे कम वृदà¥à¤§à¤¿ दर है. कमजोर उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ मांग और कम निवेश को इसकी वजह माना जा रहा है. पीà¤à¤® मोदी चà¥à¤¨à¤¾à¤µ अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ में जोरशोर से लगे हैं और à¤à¤• बार फिर से सतà¥à¤¤à¤¾ में लौटने के लिठपूरी ताकत लगा रहे हैं, à¤à¤¸à¥‡ में अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की रफà¥à¤¤à¤¾à¤° घटने को चिंता का बिंदॠमाना जा रहा है. अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की रफà¥à¤¤à¤¾à¤° घटने से टैकà¥à¤¸ कलेकà¥à¤¶à¤¨ लकà¥à¤·à¥à¤¯ से कम हो सकता है और सरकारी खरà¥à¤š में कटौती आ सकती है.
इस बैठक में शामिल à¤à¤• इकोनॉमिसà¥à¤Ÿ ने रायटरà¥à¤¸ से कहा, 'बैठक में शामिल जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° इकोनॉमिसà¥à¤Ÿ की राय यही थी कि गà¥à¤°à¥‹à¤¥ में तेजी लाने के लिठमौदà¥à¤°à¤¿à¤• नीति में ही कà¥à¤› बड़ा कदम उठाना पड़ेगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ विसà¥à¤¤à¤¾à¤° की बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ गà¥à¤‚जाइश नहीं है.' इकोनॉमिसà¥à¤Ÿ ने कहा कि अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की रफà¥à¤¤à¤¾à¤° सà¥à¤¸à¥à¤¤ पड़ने से à¤à¤¾à¤°à¤¤ के निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ पर चोट पड़ सकती है, जिसकी रफà¥à¤¤à¤¾à¤° पहले से सà¥à¤¸à¥à¤¤ है. फरवरी में à¤à¤¾à¤°à¤¤ का निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ महज 2.4 फीसदी और जनवरी में 3.7 फीसदी बढ़ा है.
सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने कहा कि यह बैठक दिसंबर में ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ गवरà¥à¤¨à¤° उरà¥à¤œà¤¿à¤¤ पटेल के साथ हà¥à¤ˆ बैठक से अलग सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ की थी. उरà¥à¤œà¤¿à¤¤ पटेल थोड़े à¤à¤•à¤¾à¤‚तपà¥à¤°à¤¿à¤¯ थे और सिरà¥à¤« 5-6 इकोनॉमिसà¥à¤Ÿ से ही मिलना पसंद करते थे, जबकि दास जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ खà¥à¤²à¥‡ और संवाद वाला रवैया अपनाते हैं.
हालांकि, इस बैठक के बारे में शकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤‚त दास या रिजरà¥à¤µ बैंक के किसी अधिकारी ने आधिकारिक रूप से कà¥à¤› नहीं बोला है. बैठक के दौरान इकोनॉमिसà¥à¤Ÿ और रिजरà¥à¤µ बैंक के अधिकारियों के बीच सूख, नकदी पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन, विनिमय दर, महंगाई, बैंक करà¥à¤œ बढ़त, बà¥à¤¯à¤¾à¤œ दरों जैसे कई मसलों पर चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆ. सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• यह बैठक करीब ढाई घंटे तक चली. कई इकोनॉमिसà¥à¤Ÿ ने कहा कि अगर मॉनसून की बारिश अचà¥à¤›à¥€ नहीं हà¥à¤ˆ तो सितंबर के बाद महंगाई बढ़ सकती है. हालांकि, à¤à¤¸à¤¾ नहीं लगता कि यह रिजरà¥à¤µ बैंक के सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤œà¤¨à¤• सà¥à¤¤à¤° 4 फीसदी से ऊपर होगा.