जिला सहकारी बैंक के 118 करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ डूबे
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²à¥¤ ई-टेंडरिंग घोटाले में à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° दरà¥à¤œ होने के बाद अब à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सरकार के कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² का à¤à¤• और घोटाला सामने आ गया। à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² जिला सहकारी केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ बैंक ने à¤à¤¸à¥€ कंपनी में जमाकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं का 110 करोड़ रà¥à¤ªà¤ लगा दिया, जो डूब गई। इसका अंदेशा अधिकारियों को हो गया था, लेकिन अधिक बà¥à¤¯à¤¾à¤œ के लालच में आठकरोड़ रà¥à¤ªà¤ अधिक मिलने के बावजूद à¤à¤• साल के लिठफिर से 118 करोड़ रà¥à¤ªà¤ लगा दिà¤à¥¤
मामले का खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ होने पर सहकारिता मंतà¥à¤°à¥€ डॉ. गोविंद सिंह ने मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कमलनाथ और मà¥à¤–à¥à¤¯ सचिव सà¥à¤§à¤¿à¤°à¤‚जन मोहंती को नोटशीट लिखकर ईओडबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚ में à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° दरà¥à¤œ कराने की सिफारिश की है। जब राशि निवेश की गई, तब बैंक के संचालक मंडल के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ समरà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जीवन मैथिल थे। इस पूरे मामले में अधिकारियों की à¤à¥‚मिका à¤à¥€ संदिगà¥à¤§ बताई जा रही है।सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• बैंक के अधिकारियों ने जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बà¥à¤¯à¤¾à¤œ के लालच में à¤à¤¸à¥€ कंपनी में जमाकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं का पैसा लगा दिया जो बंद होने की कगार पर पहà¥à¤‚च गई है। बैंक ने आईà¤à¤²à¤à¤‚डà¤à¤«à¤à¤¸ समूह मà¥à¤‚बई की दो कंपनियों (आईटीà¤à¤¨à¤à¤² और आईईटीà¤à¤¸) में अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2017 में 110 करोड़ रà¥à¤ªà¤ साà¥à¥‡ नौ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ बà¥à¤¯à¤¾à¤œ दर मिलने के कारण सावधि जमा बतौर निवेश किठथे। अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2018 में à¤à¤• साल पूूरा हो गया और बà¥à¤¯à¤¾à¤œ सहित राशि 118 करोड़ रà¥à¤ªà¤ हो गई। कंपनी यह राशि देने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में नहीं थी। इस पर कानूनी कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ करने की जगह à¤à¤• साल के लिठफिर से 118 करोड़ रà¥à¤ªà¤ की à¤à¤«à¤¡à¥€ उसी कंपनी में कर दी।