गरà¥à¤®à¥€ में फल-सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ खाà¤à¤‚, लेकिन इन बातों की जरूर रखें सावधानी
रायपà¥à¤°à¥¤ बà¥à¤¤à¥‡ तापमान से शहर की आबोहवा गरà¥à¤®-सी हो गई, वहीं खेत से लेकर बाग-बगीचों में पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• पैदावार à¤à¥€ घटने लगी है। इससे बाजार में बिकने वाली सबà¥à¤œà¥€, फल केवल ताजे और हरे दिखने के कारण खरीद रहे हैं तो संà¤à¤² जाइà¤à¥¤ कृषि वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ का कहना है कि सबà¥à¤œà¥€, फल, दूध, कोलडà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤¸ में मिलावट से लोगों की सेहत पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ रहा है, इसलिठजांच-परख कर यदि खरीदी नहीं की तो सेहतमंद बनने के बजाय कई रोगों के शिकार हो जाà¤à¤‚गे, इसलिठबाजार से खरीद रहे फल और सबà¥à¤œà¥€ खाने से अचà¥à¤›à¥€ तरह से दो से तीन बार धो ले।पतà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤° हरी सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पहले गरà¥à¤® पानी में उबाल लें, उसके बाद ही सबà¥à¤œà¥€ बनाà¤à¤‚। इस दौरान फल और सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर उपयोग हà¥à¤ केमिकलà¥à¤¸ की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ का पता चल जाà¤à¤—ा।आइजीकेवी के कृषि वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• डॉ. घनशà¥à¤¯à¤¾à¤® साहू की मानें तो अपà¥à¤°à¥ˆà¤² से जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ तक गरà¥à¤®à¥€ सीजन के चलते जल सà¥à¤¤à¤° घटने लगता है। इससे अधिकांश खेतों में फसल लगने के बजाय खाली रहते हैं। à¤à¤¸à¥‡ में राजधानी से सटे खेत- बाड़ी की सिंचाई बोरवेल ही à¤à¤• मातà¥à¤° साधन होता है, जो हैं, वे à¤à¥€ सूखने लगे हैं, इसलिठरासायनिक उरà¥à¤µà¤°à¤•à¥‹à¤‚ के बजाय किसानों को जैविक रूप से फसल लेने के लिठविवि में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दिया जाता है। पà¥à¤¯à¤¾à¤œ की खेती हो या हरी सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की पैदावार करना हो, इसलिठसà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ रहना है तो मौसम अनà¥à¤•à¥‚ल फल, हरी सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सेवन करें।
आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से जà¥à¥œà¥‡ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥€ अधिक लाठकमाने के चकà¥à¤•à¤° में समय से पहले ही दूसरे राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से विदेशी फल, सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की दसà¥à¤¤à¤• शà¥à¤°à¥‚ हो जाती है, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गोदाम में रखकर तरोताजा रखने के लिठरासायनिक उरà¥à¤µà¤°à¤•à¥‹à¤‚ का उपयोग करते हैं।
हालांकि इसमें कीट, सड़ने से रोकने के लिठकà¥à¤› वैध रासायनिकों का उपयोग होता है, लेकिन इनका à¤à¥€ à¤à¤• निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ अनà¥à¤ªà¤¾à¤¤ होना चाहिà¤à¥¤ लोगों को समय अनà¥à¤°à¥‚प फल, सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सेवन करना चाहिà¤à¥¤