आज है शनि जयंती, शनि देव की कृपा पाने के लिठकरें ये 7 उपाय
आज शनि जयंती के साथ जà¥à¤¯à¥‡à¤·à¥à¤ कृषà¥à¤£ पकà¥à¤· की सोमवती अमावसà¥à¤¯à¤¾ à¤à¥€ मनाई जा रही है. जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की मानें तो इस बार शनि जयंती लोगों के लिठखास रहने वाली है. इस बार शनि जयंती के दिन सरà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ योग बन रहा है.जिसका पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ 24 घंटे तक रहेगा. इस दिन पूजा पाठकरने से वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को विशेष फल की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होगी. जिन लोगों की राशियों में शनि की ढैयà¥à¤¯à¤¾ या साढ़ेसाती चल रही है. उनके लिठयह दिन विशेष रहेगा. आज शनि जयंती पर जानें उन सà¤à¥€ खास उपायों के बारे में जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपनाकर आप अपने जीवन की सà¤à¥€ बड़ी मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤²à¥‹à¤‚ से आसानी से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पा सकते हैं.
शनि जयंती का महतà¥à¤µ-
शनि देव की जयंती जà¥à¤¯à¥‡à¤·à¥à¤ कृषà¥à¤£ अमावसà¥à¤¯à¤¾ को मनाई जाती है. माना जाता है कि इसी दिन शनि देव का पà¥à¤°à¤¾à¤•à¤Ÿà¥à¤¯ हà¥à¤† था. इस दिन शनि समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥€ उपाय करने से वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को विशेष लाठमिलता है. शनि के उपाय संधà¥à¤¯à¤¾ काल में शà¥à¤¦à¥à¤§ होकर करने चाहिà¤. शनि को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¥ करने के लिठइस दिन कà¥à¤› करें या न करें परनà¥à¤¤à¥ किसी निरà¥à¤§à¤¨ को अनà¥à¤¨ जल का दान जरूर करें.
आज का पंचांग-
तिथि - जà¥à¤¯à¥‡à¤·à¥à¤ कृषà¥à¤£ अमावसà¥à¤¯à¤¾
नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° - रोहिणी
चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤¾ - वृषठराशि में
राहà¥à¤•à¤¾à¤² - पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ 07.30 से 09.00 तक
दिशाशूल - पूरà¥à¤µ दिशा
-अगर आपके साथ बार बार दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾ घट रही हो तो-
- शनि जयंती को शाम को à¤à¤• लोहे का छलà¥à¤²à¤¾ बाà¤à¤‚ हाथ की मधà¥à¤¯à¤®à¤¾ अंगà¥à¤²à¥€ में धारण करें.
- सरसों के तेल में देखकर अपनी छाया का दान करें.
- इसके बाद "ॠशं अà¤à¤¯à¤¹à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¯ नमः" का जप करें.
अगर आपकी नौकरी या रोजगार में समसà¥à¤¯à¤¾ आ रही हो तो-
- शनि जयंती को पीपल के वृकà¥à¤· के नीचे सरसों के तेल के नौ दीपक जलाà¤à¤‚.
- इसके बाद वृकà¥à¤· की नौ परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ करें.
- परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ के बाद शीघà¥à¤° रोजगार की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करें.
अगर आपके साथ बार बार वाद विवाद हो रहा हो, मà¥à¥˜à¤¦à¤®à¥‡ आपको परेशान कर रहे हों तो-
- शनि जयंती की शाम को हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी का दरà¥à¤¶à¤¨ जरूर करें.
- वहीठखड़े होकर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा का पाठकरें.
- अपने वजन के १०वे हिसà¥à¤¸à¥‡ के बराबर काली उरद की दाल का किसी निरà¥à¤§à¤¨ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को दान कर दें.
अगर संतान पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ में समसà¥à¤¯à¤¾ आ रही हो तो-
- शनि जयंती को पीपल की जड़ में जल अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें.
- वहीठपर "ॠकà¥à¤²à¥€à¤‚ कृषà¥à¤£à¤¾à¤¯ नमः" का १०८ बार जाप करें.
- बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को खाने पीने की चीज़ों का दान करें.
- सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर पीपल के पौधे लगवाà¤à¤‚.
अगर धन या संपतà¥à¤¤à¤¿ की समसà¥à¤¯à¤¾ हो, दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾ का सामना करना पड़ रहा हो तो-
- शनि जयंती को काले वसà¥à¤¤à¥à¤° में रखकर सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ का दान करें.
- इस दिन "ॠपà¥à¤°à¤¾à¤‚ पà¥à¤°à¥€à¤‚ पà¥à¤°à¥Œà¤‚ सः शनैशà¥à¤šà¤°à¤¾à¤¯ नमः" का ३ माला जाप करें.
अगर सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ की कोई समसà¥à¤¯à¤¾ हो तो-
- शनि जयंती को à¤à¤• काले कपडे में काला तिल,सरसों का तेल, और कà¥à¤› सिकà¥à¤•à¥‡ रखकर, अपने सर पर से नौ बार घà¥à¤®à¤¾ लें. इसको किसी निरà¥à¤§à¤¨ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को दान कर दें.
अगर शनि की साढे साती या ढैया चल रही हो तो-
- शनि जयंती को शाम को शनि मंतà¥à¤° "ॠशं शनैशà¥à¤šà¤°à¤¾à¤¯ नमः" की ११ माला का जाप करें.
- किसी निरà¥à¤§à¤¨ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को à¤à¥‹à¤œà¤¨ कराà¤à¤‚