फिर छिड़ गया है कमलनाथ-सिंधिया का सतà¥à¤¤à¤¾ संघरà¥à¤·
मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की कमलनाथ सरकार में कà¥à¤› ठीक नहीं चल रहा है. मीडिया में सà¥à¤°à¥à¤–ियां बन रही हैं कि कमलनाथ की कैबिनेट दो फाड़ हो गई है. अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ बिखर गया है, मंतà¥à¤°à¥€ आपस में उलठरहे हैं. सिंधिया गà¥à¤Ÿ के मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने मोरà¥à¤šà¤¾ खोल दिया है. मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कमलनाथ अंदरूनी दबाव में कà¥à¤·à¥à¤¬à¥à¤§ होकर यहां तक कह रहे हैं कि कà¥à¤¯à¤¾ मैं इसà¥à¤¤à¥€à¤«à¤¾ दे दूं? कमलनाथ सरकार पर पहले से ही अलà¥à¤ªà¤®à¤¤ की तलवार à¤à¥‚ल रही है, à¤à¤¸à¥‡ में अंदरूनी संघरà¥à¤· कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ छिड़ गया है? इसकी पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि में कà¥à¤› और बातें हैं.
पावर सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ल
दरअसल, विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ के समय से चल रहा कमलनाथ के खिलाफ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¤¾à¤¦à¤¿à¤¤à¥à¤¯ सिंधिया का पावर सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ल फिर शà¥à¤°à¥‚ हो गया है. सिंधिया गà¥à¤¨à¤¾-शिवपà¥à¤°à¥€ से लोकसà¤à¤¾ का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ हार चà¥à¤•à¥‡ हैं. दिलà¥à¤²à¥€ में उनकी राजनीतिक à¤à¥‚मिका अà¤à¥€ सिरà¥à¤« कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ महासचिव और पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ यूपी के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ की है. वे अब मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में अपनी दमदार जगह कायम रखना चाहते हैं. सिंधिया समरà¥à¤¥à¤• तो अब अपने नेता की पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ वापसी तक चाहने लगे हैं. उनका साफ मानना है कि विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में सिंधिया मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पद के पà¥à¤°à¤¬à¤² दावेदार थे, लेकिन मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कमनलाथ को बनाया गया. अब सिंधिया समरà¥à¤¥à¤• नेता उनकी या उनके किसी समरà¥à¤¥à¤• की ताजपोशी पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पद पर चाहते हैं.
सामूहिक इसà¥à¤¤à¥€à¤«à¥‡ का दबाव
यह अंतरà¥à¤•à¤²à¤¹ इसलिठà¤à¥€ बाहर आया है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कमलनाथ अपनी कैबिनेट में बदलाव कर रहे हैं. बाहर से समरà¥à¤¥à¤¨ दे रहे निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ विधायकों को शामिल करने के लिठकà¥à¤› मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को हटाया जा रहा है, जिसमें सिंधिया और दिगà¥à¤µà¤¿à¤œà¤¯ समरà¥à¤¥à¤•à¥‹à¤‚ के नाम आ रहे हैं. इन खबरों के बाद सिंधिया ने दिलà¥à¤²à¥€ में अपने समरà¥à¤¥à¤• मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ बैठक की. इस डिनर डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¥‡à¤¸à¥€ में कमलनाथ सरकार के कामकाज पर जमकर बातें उछलीं जो खबरों में à¤à¥€ आईं.
कई मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने खà¥à¤²à¤•à¤° शिकायतें कीं कि उनके विà¤à¤¾à¤— में à¤à¤¸à¥‡ अफसरों को बैठाया गया है, जो उनकी बात नहीं सà¥à¤¨à¤¤à¥‡, वे तो सिरà¥à¤« नाम के मंतà¥à¤°à¥€ बनाठगठहैं. कà¥à¤› मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को हटाने के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆ, जिसके बाद कई वरिषà¥à¤ मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने कहा कि अगर सिंधिया गà¥à¤Ÿ का à¤à¤• à¤à¥€ मंतà¥à¤°à¥€ हटता है तो वे सामूहिक रूप से इसà¥à¤¤à¥€à¤«à¤¾ दे देंगे. कमलनाथ कैबिनेट में सिंधिया गà¥à¤Ÿ के फिलहाल छह मंतà¥à¤°à¥€ हैं.
दिलà¥à¤²à¥€ के बाद मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में à¤à¥€ सिंधिया गà¥à¤Ÿ के मंतà¥à¤°à¥€ सामूहिक बैठकें करते रहे. अफसर उनकी नहीं सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ इस पर नाराजगी जाहिर करते रहे. कई मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की यह à¤à¥€ शिकायत थी कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कमलनाथ से उनकी आसानी से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ नहीं हो पाती. वे विधायकों और मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से नहीं मिल रहे. इन तमाम नाराजगियों का असर कैबिनेट की मीटिंग में सामने आया. सिंधिया समरà¥à¤¥à¤• मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने मैदान पकड़ लिया. इसके जवाब में कमलनाथ समरà¥à¤¥à¤• मंतà¥à¤°à¥€ सामने आ गà¤. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के सामने इस तरह के दबाव की राजनीति नहीं हो सकती. माहौल इस कदर उलठगया कि आखिर मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ को कà¥à¤·à¥à¤¬à¥à¤§ होकर यहां तक कहना पड़ा कि कà¥à¤¯à¤¾ वे इसà¥à¤¤à¥€à¤«à¤¾ दे दें?