अंडमान संकटः 'सà¤à¥€ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤, तूफान कम होते ही शà¥à¤°à¥‚ होगा राहत अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨'
नई दिलà¥à¤²à¥€: अंडमान के हेवलॉक और नील दà¥à¤µà¥€à¤ªà¥‹à¤‚ में तूफानी मौसम की वजह से तकरीबन 1400 परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• फंसे हà¥à¤ हैं। à¤à¤¸à¥‡ में गृह मंतà¥à¤°à¥€ राजनाथ सिंह ने आशà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ किया है कि सà¤à¥€ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ हैं, उनको वहां से निकालने के लिठसà¤à¥€ तैयारियां कर ली गई हैं।
राजनाथ सिंह ने आज कहा कि तूफान के कम होते ही सरकार उन सà¤à¥€ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ को ततà¥à¤•à¤¾à¤² निकालने के लिठराहत à¤à¤µà¤‚ बचाव अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥ कर देगी। इसके लिठटीमें पोरà¥à¤Ÿ बà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤° में तैयार हैं।
गृह मंतà¥à¤°à¥€ ने कहा अंडमान à¤à¤µà¤‚ निकोबार दà¥à¤µà¥€à¤ª समूह के उपराजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² डॉ जगदीश मà¥à¤–ी से उनकी बातचीत हà¥à¤ˆ है, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनको वहां के हालात से अवगत कराया है।
इससे पहले नौसेना ने फंसे हà¥à¤ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ को निकालने के लिठबà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को चार पोतों को लगाया था।
पोरà¥à¤Ÿ बà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤° से लगà¤à¤— 40 किलोमीटर दूर इन दोनों दà¥à¤µà¥€à¤ªà¥‹à¤‚ को तूफानी मौसम ने सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ किया है। इस की वजह बंगाल की खाड़ी के दकà¥à¤·à¤¿à¤£ पूरà¥à¤µ में गहरा दबाव बना गया है जिस कारण से à¤à¤¾à¤°à¥€ बारिश, तेज हवाà¤à¤‚ चल रही हैं और समà¥à¤¦à¥à¤° अशांत हो गया है।
पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ पहले ही तूफानी मौसम को à¤à¤²1 आपदा के तौर पर की घोषित कर चà¥à¤•à¤¾ है।
खराब मौसम के कारण राहत à¤à¤µà¤‚ बचाव अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ रोका
अंडमान में नील और हेवलॉक बेहद लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• गंतवà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤² हैं और सैलानियों को वहां से लाने के माधà¥à¤¯à¤® पोत या हेलीकॉपà¥à¤Ÿà¤° हैं जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सोमवार रात से खराब मौसम की वजह से अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ को रोक दिया है।
दकà¥à¤·à¤¿à¤£ अंडमान के उपायà¥à¤•à¥à¤¤ उदित पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ राय ने कहा कि दà¥à¤µà¥€à¤ªà¥‹à¤‚ पर आठतकरीबन 1400 परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• फंस गठहैं और अपने घर वापस जाने के लिठपोरà¥à¤Ÿ बà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤° आने में असमरà¥à¤¥ हैं।
हेवलॉक और नील दà¥à¤µà¥€à¤ªà¥‹à¤‚ की सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ आबादी तूफान से बà¥à¤°à¥€ तरह से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆ है जिसने जरूरी चीजों की आपूरà¥à¤¤à¤¿ में बाधा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ कर दी है।
फंसे हà¥à¤ लोगों को निकालने के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नौसेना के पोत बितà¥à¤°à¤¾, बंगारम, कà¥à¤‚à¤à¥€à¤° à¤à¤²à¤¸à¥€à¤¯à¥‚ 38 को तैनात किया गया है। निकालने का काम मौसम की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की वजह से अà¤à¥€ शà¥à¤°à¥‚ नहीं किया जा सका है।
à¤à¤• रकà¥à¤·à¤¾ अधिकारी ने कहा कि पोत बंदरगाह के बाहर इंतजार कर रहे हैं। परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ खाना, पानी, दवाà¤à¤‚ और डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ के साथ ही गोताखोरों और सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पोत पर लाया जा रहा है ताकि राहत मà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ कराई जा सके।
कई इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट संपरà¥à¤• टूटा
अंडमान पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के अधिकारियों ने कहा कि तूफानी मौसम ने पेड़ों को गिरा दिया है, बिजली आपूरà¥à¤¤à¤¿ बाधित की है और पोरà¥à¤Ÿ बà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤° के कà¥à¤› निचले इलाकों में बाॠला दी है। कई इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट संपरà¥à¤• à¤à¥€ टूट गया है।
अधिकारी ने कहा कि बहरहाल, घबराने का कोई कारण नहीं है। पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से निपटने के लिठपूरी तरह से तैयार है।
राजनिवास पर à¤à¤• उचà¥à¤šà¤¸à¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ बैठक हà¥à¤ˆ, जिसमें उपराजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² जगदीश मà¥à¤–ी ने सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ और पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठजा रहे राहत अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की समीकà¥à¤·à¤¾ की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¤à¥€ महकमों को वकà¥à¤¤ पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ देने और समनà¥à¤µà¤¯ करने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिठताकि लोगों तक तेजी से राहत पहà¥à¤‚च सके। परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विà¤à¤¾à¤— ने à¤à¥€ पोरà¥à¤Ÿ बà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤°, हेवलॉक और नील दà¥à¤µà¥€à¤ªà¥‹à¤‚ पर सहायता डेसà¥à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की हैं।