अचà¥à¤›à¤¾ ही हà¥à¤† जो ISRO ने टाल दी लॉनà¥à¤šà¤¿à¤‚ग...वरना अंतरिकà¥à¤· में खो सकता था Chandrayaan-2
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अंतरिकà¥à¤· अनà¥à¤¸à¤‚धान संगठन (ISRO) ने 15 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ को अपने मून मिशन की लॉनà¥à¤šà¤¿à¤‚ग को तय समय 2.51 बजे से 56.24 मिनट पहले रोक दी थी. इसरो की तरफ से बताया गया कि तकनीकी खामी की वजह से लॉनà¥à¤šà¤¿à¤‚ग को रोका जा रहा है. अगर यह तकनीकी खामी पता न चलती तो कà¥à¤¯à¤¾ होता? बाहà¥à¤¬à¤²à¥€ रॉकेट जीà¤à¤¸à¤à¤²à¤µà¥€-à¤à¤®à¤•à¥‡3 चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨ को लेकर उड़ जाता तो कà¥à¤¯à¤¾ होता? कà¥à¤¯à¤¾ रॉकेट à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में उड़ पाता? उड़ता तो कितनी दूर जा पाता? आइठजानते हैं à¤à¤¸à¥‡ कई सवालों के जवाब...
लॉनà¥à¤šà¤¿à¤‚ग टालने का कारण था हीलियम लीकेज
कà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¥‡à¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤Ÿà¥‡à¤œ और चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 के बीच सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ होता है लॉनà¥à¤š वà¥à¤¹à¥€à¤•à¤². इसमें होता है कमांड गैस बॉटल. इसके अंदर हीलियम लीकेज की वजह से मिशन को रोकना पड़ा. बॉटल में हीलियम का पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° लेवल बन नहीं रहा था. यह 330 पà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤‚ट से घटकर 300, फिर 280 और अंत में 160 तक पहà¥à¤‚च गया था. इसलिठलॉनà¥à¤š को रोकना पड़ा. 22 जून को गà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤‚ड टेसà¥à¤Ÿ के दौरान ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ टैंक में लीकेज की दिकà¥à¤•à¤¤ आई थी. लेकिन उसे सà¥à¤§à¤¾à¤° दिया गया था.
अगर खामी पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ न देते और रॉकेट लॉनà¥à¤š हो जाता तो आगे कà¥à¤¯à¤¾ होता
1. पृथà¥à¤µà¥€ की तय ककà¥à¤·à¤¾ से à¤à¤Ÿà¤• जाता चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2
करीब 15 मिनट 97 सेकंड पर जीà¤à¤¸à¤à¤²à¤µà¥€-à¤à¤®à¤•à¥‡3 रॉकेट कà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¥‡à¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤Ÿà¥‡à¤œ बंद होता. यहीं पर लॉनà¥à¤š वà¥à¤¹à¥€à¤•à¤² चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 को लेकर कà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¥‡à¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤Ÿà¥‡à¤œ से अलग होता. तब इसकी ऊंचाई करीब 176.38 किमी होती. अगले 25 सेकंड में 182 किमी की ऊंचाई पर चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 लॉनà¥à¤š वà¥à¤¹à¥€à¤•à¤² से अलग होता. लेकिन चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 176 किमी से लेकर 182 किमी की ऊंचाई के बीच पृथà¥à¤µà¥€ की किसी ककà¥à¤·à¤¾ में à¤à¤Ÿà¤• जाता. उसे उसकी निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ ककà¥à¤·à¤¾ में लाने के लिठकाफी मेहनत करनी पड़ती. इसमें चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 का काफी ईंधन खतà¥à¤® हो जाता.
2. चांद की टà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤°à¥€ बिगड़ जाती
सामानà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 को पृथà¥à¤µà¥€ के चारों तरफ अंडाकार ककà¥à¤·à¤¾ में पांच चकà¥à¤•à¤° लगाने थे. पृथà¥à¤µà¥€ की ककà¥à¤·à¤¾ में à¤à¤Ÿà¤•à¤¨à¥‡ के बाद उसे वापस तय ककà¥à¤·à¤¾ में लाया जाता तब à¤à¥€ उसे पांच चकà¥à¤•à¤° लगाना पड़ता लेकिन इन सब के बीच चांद के लिठतय रासà¥à¤¤à¤¾ बदल जाता. चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 को चांद की यातà¥à¤°à¤¾ के लिठसही रासà¥à¤¤à¥‡ पर लाने के लिठकाफी संघरà¥à¤· करना पड़ता. इससे चांद की यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान दूरी बढ़ जाती.
3. अगर चांद तक पहà¥à¤‚च जाता चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2, तब कà¥à¤¯à¤¾ होता
अगर इसरो वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 को चांद तक पहà¥à¤‚चाने में सफल हो à¤à¥€ जाते तो चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 में इतना ईंधन नहीं बचता कि वह चांद के चारों तरफ तय पांच चकà¥à¤•à¤° पूरा कर पाता. अगर चकà¥à¤•à¤° पूरा करके विकà¥à¤°à¤® लैंडर और पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ रोवर चांद की सतह पर उतर जाते तो निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ समय तक मिशन को पूरा नहीं कर पाते.
4. चांद तक पहà¥à¤‚चने के बाद कम हो जाती चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 की लाइफलाइन
चांद की सतह पर विकà¥à¤°à¤® लैंडर और पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ रोवर चांद की सतह पर तो उतर जाते लेकिन उनकी लाइफलाइन कम हो जाती. सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दिकà¥à¤•à¤¤ आती ऑरà¥à¤¬à¤¿à¤Ÿà¤° में कम ईंधन की वजह से. वह à¤à¤• साल तक चांद का चकà¥à¤•à¤° नहीं लगा पाता. साथ ही विकà¥à¤°à¤® लैंडर और पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ रोवर से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ डाटा को पृथà¥à¤µà¥€ तक पहà¥à¤‚चाने में दिकà¥à¤•à¤¤ आती.
हीलियम का पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° कम होता रहता तो विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿ कर जाता कà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¥‡à¤¨à¤¿à¤• इंजन
जिस हीलियम लीक की बात की जा रही है, वह कà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¥‡à¤¨à¤¿à¤• इंजन में मौजूद लिकà¥à¤µà¤¿à¤¡ ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ और हाइडà¥à¤°à¥‹à¤œà¤¨ को लॉनà¥à¤š के बाद ठंडा रखता है. अगर हीलियम लीक हो जाता तो लॉनà¥à¤š के बाद कà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¥‡à¤¨à¤¿à¤• इंजन में मौजूद लिकà¥à¤µà¤¿à¤¡ ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ और हाइडà¥à¤°à¥‹à¤œà¤¨ को लॉनà¥à¤š के बाद ठंडा नहीं रखा जा सकता था. à¤à¤¸à¥‡ में कà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¥‡à¤¨à¤¿à¤• इंजन गरà¥à¤® होकर विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿ कर जाता. इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में दो परसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बनती. पहली विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 ओवरशूट कर जाता. यानी तेज गति से अंतरिकà¥à¤· में चला जाता. à¤à¤¸à¥‡ में इसरो उससे संपरà¥à¤• नहीं कर पाता और नियंतà¥à¤°à¤£ खो देता. दूसरा ये होता कि विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿ की चपेट में आकर चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 à¤à¥€ खतà¥à¤® हो जाता.
अगर यह मिशन सही समय पर नहीं रोका जाता तो चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 के ऑरà¥à¤¬à¤¿à¤Ÿà¤°, रोवर और लैंडर को विकसित करने में इसरो वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ की 11 साल की मेहनत बेकार चली जाती. इसमें वो पांच साल à¤à¥€ शामिल होता जिसमें सà¥à¤ªà¥‡à¤¸ à¤à¤ªà¥à¤²à¥€à¤•à¥‡à¤¶à¤¨ सेंटर अहमदाबाद समेत उन सेंटरà¥à¤¸ के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ की दिन-रात की मेहनत बेकार जाती जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨-2 के सारे पेलोड बनाà¤. साथ ही साथ 1000 करोड़ रà¥à¤ªà¤ का नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ होता वो अलग.