नेहरू की धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ पर विचारधारा - आलेख
देश की राजनीती को धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤· सोच पर चलाने वाले पà¥à¤°à¤¥à¤® सबसे बड़े नेता थे जवाहरलाल नेहरू.
नेहरू तथा अनà¥à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ "सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ लीग" में किसी à¤à¥€ समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤µà¤¾à¤¦à¥€ या सांपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• संगठन से जà¥à¥œà¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने का निषेद किया गया था. १९१ॠकी रूसी कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति ने नेहरू को गहरे रूप से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ किया. नेहरू का लकà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लोगों के लिठराजनितिक सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ के साथ सामाजिक à¤à¤µà¤‚ आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करना था. à¤à¤¾à¤°à¤¤ को à¤à¤¸à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ चाहिठथी जो उसकी पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और अवसà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤•à¥‚ल हो. अतः मिशà¥à¤°à¤¿à¤¤ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के विहार को सबसे शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ समà¤à¤¾ गया. सितमà¥à¤¬à¤° १९५० में नासिक में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ हà¥à¤† तो नेहरू ने कहा "पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•à¥‹à¤‚ पर ज़à¥à¤²à¥à¤® हो रहे हैं तो कà¥à¤¯à¤¾ हम à¤à¥€ यहाठवही करें ? अगर इसे ही जनतंतà¥à¤° कहते है तो à¤à¤¾à¥œ में जाये à¤à¤¸à¤¾ जनतंतà¥à¤° ".
इस à¤à¤¾à¤·à¤£ के बाद नेहरू ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ का à¤à¤µà¤¿à¤¸à¥à¤¯ तय कर दिया था. २० सितमà¥à¤¬à¤° १९५३ में नेहरू ने देश के सारे राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को चिटà¥à¤ ी लिखी की अगर मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ सरकारी नौकरियों में बड़ाई जाये तो देश का हर नागरिक अपने आप को देश की तरकà¥à¤•à¥€ के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करेगा. नेहरू ने à¤à¤• सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° और आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के ढांचे का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ की जड़ों को à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता के बीच फैलाया.
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