मोदी सरकार जलà¥à¤¦ लाà¤à¤—ी पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के नोट, मटीरियल की खरीद शà¥à¤°à¥‚
नोटबंदी के बाद नरेंदà¥à¤° मोदी सरकार जलà¥à¤¦ ही à¤à¤• और बड़ा फैसला ले सकती है। संसद में शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को सरकार ने बताया कि वह जलà¥à¤¦ की पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के नोट लेकर आ सकती है।
लोकसà¤à¤¾ में सरकार से à¤à¤• सवाल में पूछा गया कि कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रिजरà¥à¤µ बैंक कागज के जगह पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के नोट छापने का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ है? वितà¥à¤¤ राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ अरà¥à¤œà¥à¤¨ मेघवाल ने इस सवाल के लिखित जवाब में कहा कि बैंक नोट को पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• या पॉलीमर सबà¥à¤¸à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ से छपवाने का निरà¥à¤£à¤¯ लिया गया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि इसके लिठमटीरियल की खरीद à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‚ की जा चà¥à¤•à¥€ है।
रिजरà¥à¤µ बैक लंबे समय से पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के नोट लाने की योजना बनाता रहा है और उसे टà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤² के बाद ही लॉनà¥à¤š किया जाà¤à¤—ा। फरवरी 2014 में à¤à¥€ सरकार ने संसद को बताया था कि 10 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ के नोट के रूप में à¤à¤• अरब रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ के पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• नोट छापे जाà¤à¤‚गे। टà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤² के तौर में इन नोटों को पांच शहरों कोचà¥à¤šà¤¿, मैसूर, जयपà¥à¤°, शिमला और à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° में चलाया जाà¤à¤—ा।
पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के नोटों का औसतन जीवन पांच साल का होता है और इनकी नकल करना à¤à¥€ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² होता है। इसके अलावा, पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के नोट कागज के नोटों की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ साफ होते हैं। जाली नोटों से निपटने के लिठपà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के नोटों को सबसे पहले ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ में छापा गया था।
à¤à¤• अनà¥à¤¯ सवाल के जवाब में मेघवाल ने बताया कि आरबीआई ने दिसंबर 2015 में जानकारी दी थी कि होशंगाबाद और नासिक के नोट पà¥à¤°à¥‡à¤¸ में दपे 1000 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ के कà¥à¤› पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के नोट मिले हैं जिनमें सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ का जोखिम नहीं है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस मामले में जांच के आदेश दिठहै।