अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के आतंकवादी गà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ को अब à¤à¥€ पनाह दे रहा है पाक: पेंटागन
अमेरिका के रकà¥à¤·à¤¾ विà¤à¤¾à¤— पेंटागन ने कहा है कि अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से संचालित होन वाले बड़े आतंकी समूह अà¤à¥€ à¤à¥€ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ खà¥à¤²à¥‡ रूप सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ हैं। पेंटागन ने बताया है कि तालिबान और हकà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥€ नेटवरà¥à¤• जैसे समूहों ने पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में पनाह ले रखी है। जबकि, अमेरिका ने साफ लफà¥à¤œà¥‹à¤‚ में पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से आतंकवादी संगठनों के पनाहगाह खतà¥à¤® करने को कहा था।
पेंटागन ने अमेरिकी संसद को दी गई अपनी अरà¥à¤§à¤µà¤¾à¤·à¤¿à¤°à¥à¤• रिपोरà¥à¤Ÿ में कहा कि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ सरजमीन के अंदर सरगरà¥à¤®à¥€ चलाने की तालिबान और हकà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥€ नेटवरà¥à¤• समेत अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ आतंकवादी समूहों के वरिषà¥à¤ नेतृतà¥à¤µ की आजादी बरकरार है। रिपोरà¥à¤Ÿ में कहा गया है कि अमेरिका पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ को लगातार बताता रहा है कि सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ माहौल को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ सहित आतंकवादी और चरमपंथी समूहों को पनाहगाह से वंचित करने के लिठउसे कौन से कदम उठाने चाहिà¤à¥¤
नवंबर 2016 तक की अपनी रिपोरà¥à¤Ÿ में पेंटागन ने कहा है कि तालिबान और हकà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥€ नेटवरà¥à¤• समेत अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से चलने वाले आतंकवादी समूहों के वरिषà¥à¤ नेतृतà¥à¤µ की पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ सरजमीन के अंदर पनाहगाह बरकरार है और समीकà¥à¤·à¤¾ काल के दौरान हकà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥€ नेटवरà¥à¤• के खतरों को दूर करने का कोई खास पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ नहीं दिखता। तकरीबन 100 पनà¥à¤¨à¥‹à¤‚ की इस रिपोरà¥à¤Ÿ में पेंटागन ने कहा है कि अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨-पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ सीमा से लगा कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ समूहों की पनाहगाह बना हà¥à¤† है।
रिपोरà¥à¤Ÿ में ये à¤à¥€ कहा गया है कि ये पनागाह और ये समूह दोनों देशों के लिठसà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ बने हैं और कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¤à¤¾ और सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठखतरा पेश करते हैं। रिपोरà¥à¤Ÿ में रेखांकित किया गया है कि सामूहिक रूप से आतंकवादी और उगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ समूह अफगान, अमेरिकी और सहयोगी देशों के बलों के लिठà¤à¤• शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ पेश करना जारी रखे हैं। पेंटागन ने कहा कि अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ और पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में गतिविधियां चलाने वाले आतंकवादी और चरमपंथी संगठनों की संखà¥à¤¯à¤¾ बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है और उनमें से कई पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚धित किठगठसंगठन दोनों देशों में सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ हैं जिससे खतरे का à¤à¤• जटिल वातावरण बनता है।