पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सà¥à¤‚दर लाल पटवा का निधन, पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में तीन दिन का राजकीय शोक
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²à¥¤ मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ और वरिषà¥à¤ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ नेता सà¥à¤‚दर लाल पटवा का हारà¥à¤Ÿ अटैक के बाद à¤à¤• निजी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे 92 वरà¥à¤· के थे। जानकारी के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• सोते वकà¥à¤¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हारà¥à¤Ÿ अटैक आया था, जिसके बाद उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इलाज के लिठअसà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ किया गया था। अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° नीमच जिले में उनके पैतृक गांव कà¥à¤•à¤¡à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° में 29 दिसंबर को दोपहर 2 बजे होगा। सà¥à¤‚दर लाल पटवा जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ की सरकार के दौरान 1980 और à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की सरकार में 1990 में दो बार पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बने।
वे 1997 में छिंदवाड़ा में हà¥à¤ लोकसà¤à¤¾ उपचà¥à¤¨à¤¾à¤µ में पहली बार सांसद बने। इसके बाद 1998 में होशंगाबाद से सांसद चà¥à¤¨à¥‡ गठऔर अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ विकास मंतà¥à¤°à¥€ बने। सà¥à¤‚दर लाल पटवा के निधन की खबर मिलने के बाद à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ में शोक की लहर छा गई है।
मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में तीन दिन का राजकीय शोक
सीà¤à¤® शिवराज सिंह चौहान ने टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ कर कहा कि सà¥à¤‚दर लाल पटवा जी का निधन पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के लिठअपूरà¥à¤£à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¤¿ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपना पूरा जीवन जनहित और विकास कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया था। मपà¥à¤° के विकास के लिठआजीवन पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¤°à¤¤ रहने वाले पटवा जी आप सà¥à¤µà¤šà¥à¤› राजनीति के परà¥à¤¯à¤¾à¤¯ हैं, आपको à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ नहीं जा सकेगा।
सीà¤à¤® शिवराजसिंह चौहान ने पटवाजी के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा करते हà¥à¤ कहा कि आज शाम चार बजे पटवाजी का पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह अंतिम दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठपà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ कारà¥à¤¯à¤²à¤¯ में रखी जाà¤à¤—ी। सीà¤à¤® ने कहा कि आज होने वाला हितगà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥€ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ यथावत रहेगा। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को बेहद सादगी से मानाया जाà¤à¤—ा।
छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ढ़ के सीà¤à¤® रमन सिंह ने à¤à¥€ जताया शोक
छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ॠके मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ डॉ. रमन सिंह ने अविà¤à¤¾à¤œà¤¿à¤¤ मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सà¥à¤‚दरलाल पटवा के निधन पर गहरा दà¥à¤– वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया है। डॉ सिंह ने कहा कि पटवा जी ने अपने सà¥à¤¦à¥€à¤°à¥à¤˜ सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• जीवन में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पदों पर रहते हà¥à¤ जनता को मूलà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¨ सेवाà¤à¤‚ दी। अविà¤à¤¾à¤œà¤¿à¤¤ मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ रहते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आम जनता के जीवन में बदलाव लाने के लिठअनेक योजनाà¤à¤‚ शà¥à¤°à¥‚ की, जिसका लाठछतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ॠकी जनता को à¤à¥€ मिला।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पटवा जी के निधन से à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ लोकतंतà¥à¤° के à¤à¤• सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥‡ अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ का अंत हो गया। उनका निधन हम सà¤à¥€ के लिठअपूरà¥à¤£à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¤¿ है। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ डॉ. सिंह ने सà¥à¤‚दर लाल पटवा के निधन पर अपनी गहरी संवेदना वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ उनकी आतà¥à¤®à¤¾ की शांति के लिठईशà¥à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की है। धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमने à¤à¤• यà¥à¤—दृषà¥à¤Ÿà¤¾, करà¥à¤®à¤¶à¥€à¤² और कà¥à¤¶à¤² संगठक खो दिया है।
दो बार रहे मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के सीà¤à¤®
- 1957-67, 1977–97 और 1998 : मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ विधानसà¤à¤¾ में तीन बार विधायक रहे
- 1957-67 : विधानसà¤à¤¾ में विपकà¥à¤·à¥€ दल के चीफ वà¥à¤¹à¥€à¤ª
- 1975 : जनसंघ के महासचिव, मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ से
- 1977 : जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ के कारà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¿à¤¤à¤¿ सदसà¥à¤¯
- 1980 जनवरी से फरवरी 1980 में पहली बार मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बने
- 1980-85 : विधानसà¤à¤¾ में नेता पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤•à¥à¤·
- 1990 मारà¥à¤š से 1992 दिसंबर तक दूसरी बार मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बने
- 1986 : मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·
- 1997 : 11वीं लोकसà¤à¤¾ में सांसद बने
- 1999 : 13वीं लोकसà¤à¤¾ में दूसरी बार सांसद बने
- 13 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 1999 से 30 सितंबर 2000 तक केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ विकास मंतà¥à¤°à¥€ रहे
- 30 सितंबर 2000 से 7 नवंबर 2000 तक केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ रसायक और उरà¥à¤µà¤°à¤• मंतà¥à¤°à¥€ रहे
- 7 नवंबर 2000 से 1 सितंबर 2001 तक केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ खनन मंतà¥à¤°à¥€ रहे .