Homeअपना मध्यप्रदेश,
कांग्रेस की छह सीटें होल्ड, सिंधिया और शिवराज के सामने प्रत्याशी के नाम पर माथापच्ची जारी

मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में नाम निर्देशन फॉर्म भरना शुरू हो गए हैं। भाजपा ने सभी 29 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है। कांग्रेस कड़ी मशक्कत के बाद 28 में से अभी तक सिर्फ 22 नाम ही घोषित कर सकी है। खजुराहो सीट कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी को दे दी है। कांग्रेस की छह सीटें- मुरैना, ग्वालियर, गुना, विदिशा, खंडवा और दमोह में प्रत्याशियों के चयन को लेकर माथपच्ची अभी भी जारी है। 

गुना- भाजपा ने गुना सीट पर सांसद केपी यादव का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रत्याशी बनाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने गुना सीट से सिंधिया को टक्कर देने की इच्छा जताई है। यहां पर यादव समाज बड़ी संख्या में है। चर्चा है कि केपी यादव का टिकट काटने से यादव वोटर नाराज हैं। इसका फायदा अरुण यादव उठाना चाहते हैं, हालांकि, केंद्रीय नेतृत्व अरुण यादव को खंडवा सीट से लड़ाने के पक्ष में है और गुना से किसी स्थानीय को उतारने के पक्ष में है। इसको लेकर ही गुना सीट पर अभी पेच फंसा हुआ है। बताया जा रहा है कि गुना से अरुण यादव का नाम लगभग फाइनल हो गया था, लेकिन दिग्गी गुट ने उनको बाहरी बताकर पेंच फंसा दिया। इसके पीछे आशंका जताई जा रही कि यादव दिग्विजय सिंह के पुत्र व पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह के लिए भविष्य में दिक्कत बन सकते हैं।

विदिशा- इस सीट पर सांसद रमाकांत भार्गव का टिकट काटकर भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया है। यह भाजपा की सबसे सुरक्षित सीट है। यहां से शिवराज सिंह चौहान 1991 से 2004 तक पांच बार सांसद रहे। इस सीट पर संभावित उम्मीदवारों में वरिष्ठ नेता प्रताप भानु शर्मा, सिलवानी से विधायक देवेंद्र पटेल और पूर्व विंग कमांडर अनुमा आचार्य का नाम लेकर पेच फंस गया है। यहां पर शर्मा का नाम लगभग तय माना जा रहा था, लेकिन अब महिला को प्राथमिकता देने को लेकर मामला फंसा हुआ है।   

खंडवा- इस सीट पर भाजपा ने सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल को प्रत्याशी बनाया है। पाटिल 2021 में उप चुनाव में जीते। कांग्रेस खंडवा से अरुण यादव को चुनाव लड़ाने के पक्ष में हैं। अरुण यादव 2009 में लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन अरुण यादव ने गुना सीट से लड़ने की इच्छा जताई है। यही वजह है कि यहां पर पेच फंसा हुआ है। यहां पर अरुण यादव के बाद सनावद से गुर्जर नेता नरेंद्र पटेल का नाम भी संभावित प्रत्याशियों में है। वहीं, यदि कांग्रेस महिला को टिकट देती है तो सुनीता सकरगाये भी प्रत्याशी हो सकती हैं। 
 

मुरैना- यहां पर भाजपा ने शिवमंगल सिंह तोमर को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर कांग्रेस से जौरा विधायक पंकज उपाध्याय और पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार का नाम चर्चा में है। यहां पर पार्टी जातिगत समीकरण को देखते हुए प्रत्याशी के चयन को लेकर उलझी हुई है। 

ग्वालियर- भाजपा ने ग्वालियर में सांसद विवेक शेजवलकर का टिकट काट कर भारत सिंह कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है। मुरैना सीट के चलते ग्वालियर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर पेच फंसा हुआ है। यहां से पूर्व सांसद रामसेवक सिंह बाबू जी और पूर्व विधायक प्रवीण पाठक का नाम आगे है। हालांकि, इसके अलावा भी इस सीट पर कई दावेदार बताए जा रहे हैं। 

दमोह- भाजपा ने यहां पर राहुल लोधी को प्रत्याशी बनाया है। यह सीट लोधी और कुर्मी वोटर बहुल है। इस सीट पर बड़ामलहरा विधायक रामसिया भारती और पूर्व विधायक तरवर सिंह लोधी के साथ ही अब राजमणि पटेल का नाम भी चर्चा में है। पटेल ओबीसी के नेता हैं और कुर्मी जाति से हैं। यहां पर जातिगत समीकरण के साथ ही महिला कोटे को लेकर पेच फंसा हुआ है। 

बता दें कांग्रेस ने अभी तक 28 सीटों में से 22 सीटों पर प्रत्याशियों को उतारा है। इसमें पांच विधायक, एक सांसद, एक राज्यसभा सांसद के साथ ही सिर्फ एक महिला प्रत्याशी है। खजुराहो सीट इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को दी है। इस सीट पर समाजवादी पार्टी ही प्रत्याशी का चयन करेगी। खजुराहो सीट उत्तर प्रदेश की सीमा से लगती है। यहां पर भाजपा ने सांसद व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को फिर प्रत्याशी बनाया है।
 
 
 
 
 

Share This News :