खरगे बोले- नतीजों में दिखेगा सरकार के खिलाफ अंडर करंट
भाजपा के अबकी बार, चार सौ पार के नारे और पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे दावा करते हैं कि लोगों में सरकार के खिलाफ नाराजगी है। खरगे का कहना है कि मोदी की गारंटी उसी तरह फ्लॉप होगी, जैसे 2004 में इंडिया शाइनिंग हुई थी। खरगे बेरोजगारी और महंगाई को दो सबसे बड़े मुद्दे बताते हैं और उम्मीद जताते हैं कि विपक्षी गठबंधन सत्ता में आएगा। सीटों की संख्या पर कांग्रेस अध्यक्ष कहते हैं कि मोदी सरकार को हटाने और विपक्षी गठबंधन की सरकार बनाने के लिए जितनी सीटें चाहिए, उतनी या उससे ज्यादा सीटें आएंगी।
आम धारणा है कि विपक्ष अपने मुद्दों के प्रचार में कमजोर है?
लोकतंत्र में मुद्दों के प्रचार प्रसार में मीडिया की बड़ी भूमिका है, उसमें हमें जगह कम मिलती है। इससे लगता है कि जैसे हम कुछ कर ही नहीं रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। हम अपना गारंटी कार्ड, जिस पर मेरे और राहुल के हस्ताक्षर हैं, लेकर लोगों के बीच जा रहे हैं। इसमें सभी वर्गों के लिए पांच न्याय और 25 गारंटियां दी गई हैं, जिनमें युवाओं को साल भर की अप्रेंटिस और एक लाख रुपए देने, परिवार की मुखिया महिला को सालाना एक लाख रुपए देने, किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी, तीस लाख खाली सरकारी नौकरियों में भर्ती, अग्निवीर योजान समाप्त करना आदि शामिल हैं।
आपके मुताबिक इन चुनावों का सबसे बड़ा मुद्दा क्या है।
बेरोजगारी और महंगाई दो सबसे बड़े मुद्दे हैं। पीएम मोदी ने जो वादे किए थे, वो नहीं निभाए। वह हमेशा असत्य बोलते रहे। हर साल दो करोड़ नौकरियां, विदेशों से काला धन लाकर हर एक को 15-15 लाख रुपए देने जैसी उनकी कई घोषणाएं झूठ साबित हुईं। हम उनसे पूछ रहे हैं, लेकिन उनके पास इनका जवाब नहीं है।
भाजपा कहती है कि उसने अनुच्छेद 370 हटाने, राम मंदिर बनवाने के अपने वादे पूरे किए हैं।
आस्था अच्छी बात है, लेकिन पेट भरना उससे भी पहले आता है। क्या मंदिर बनने से पहले लोग पूजा नहीं करते थे। लोग आस्थावान हैं और अपने घरों में भी पूजा की जगह बनाकर देव अर्चना करते हैं, लेकिन भाजपा लोगों की इस आस्था का राजनीतिक फायदा उठाती है।
पीएम मोदी और भाजपा कांग्रेस के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल न होने को मुद्दा बनाकर आपको राम विरोधी करार दे रहे हैं।
यह बिल्कुल झूठ बात है कि हमने अपनी पार्टी में किसी को भी अयोध्या जाने से रोका। हमारे अनेक लोग अयोध्या गए हैं और अब भी जा रहे हैं। मोदी जी बताएं कि क्या अयोध्या में कोई सर्वदलीय कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जैसे संसद में बिजिनेस एडवाइजरी कमेटी में सभी दलों के लोग बुलाए जाते हैं। मंदिर सिर्फ मोदी जी के चुनाव प्रचार या भाजपा के लिए नहीं है। वह सबके लिए है।
पीएम मोदी के नाम से अगर सारे काम होते हैं, तो गलत क्या है। वह प्रधानमंत्री हैं।
हमने कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना में कांग्रेस की गारंटी की बात की, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर मोदी की गारंटी की बात हो रही है। गारंटी पार्टी या सरकार की होती है, किसी व्यक्ति की नहीं। मोदी की गारंटी थी कि दो करोड़ रोजगार हर साल देंगे, 15 लाख रुपए सबके खाते में आएंगे, किसानों की आमदनी दोगुनी होगी। क्या ये सब हुआ। कहां गई मोदी की गारंटी। मोदी की गारंटी का मतलब है- विफलता की गारंटी।