Homeराज्यो से ,
यूपी चुनावः भाजपा की दूसरी सूची में 155 नामों का एलान, नोएडा से पंकज सिंह को टिकट

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है. पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में रविवार शाम को 155 नामों की सूची जारी कर दी गई. साहिबाबाद से सुनील शर्मा और नोएडा से पंकज सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है.

अमेठी से संजय सिंह की पत्नी गरिमा को टिकट मिला है.  à¤µà¤¹à¥€à¤‚ लखनऊ कैंट से रीता बहुगुणा जोशी को उम्मीवार बनाया गया है. इलाहाबाद पश्चिम से सिद्धार्थनाथ सिंह कमल के निशान से चुनाव लड़ेंगे. वहीं कैराना सीट से सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को टिकट मिला है.

इससे पहले यह सूची शुक्रवार-शनिवार की देर शाम जारी की जाने वाली थी. उम्मीदवारों के नाम तय होने के बावजूद कई सीटों पर एक नाम पर अंतिम सहमति न बनने से इसे रविवार को जारी करना पड़ा. भाजपा में बाहरी नेताओं तो टिकट दिए जाने से घमासान भी मचा हुआ है. भाजपा ने पहली सूची में 149 उम्मीदवारों के नाम जारी किए थे.

केशव प्रसाद मौर्य ने इस मौके पर सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सपा के राज में विकास बाधित हुई और गुंडागर्दी कई गुनी रफ्तार से बढ़ी. छात्रों और युवाओं से किए गए वादे पूरे नहीं किए. रोजगार का कोई मौका नहीं बनाया जा सका और न ही बेरोजगारी भत्ते का वादा पूरा नहीं किया गया.

मौर्य ने कहा कि प्रदेश में बहन-बेटियों की सुरक्षा खतरे में रही. लोगों की जमीन पर कब्जा किया गया. कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप है. स्वास्थ्य सेवा बदहाल है. इस मद में तय रकम की 14 फीसदी रकम ही खर्च की जा सकी. उन्होंने कहा कि जनता अखिलेश यादव के घोषणापत्र के धोखे में आने वाली नहीं है. सपा-कांग्रेस-बसपा तीनों दल भाजपा के खिलाफ हैं.

यूपी में सात चरणों में होगा चुनाव

उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी के अखिलेश धड़े के बीच गठबंध के बावजूद बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद जिस तरह से बीजेपी को दिल्ली और बिहार में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है.

उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. मुख्यमंत्री चेहरे को सामने न लाकर एक बार फिर बीजेपी ने पीएम मोदी के चेहरे पर दांव खेला है. इसका कितना फायदा उसे इन चुनावों में मिलेगा वह 11 मार्च को सामने आ ही जाएगा.

इन बड़े मुद्दों पर होगा चुनाव

इस बार उत्तर प्रदेश चुनावों में समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के अलावा प्रदेश की कानून व्यवस्था, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी और विकास का मुद्दा प्रमुख रहने वाला है. जहां एक ओर बीजेपी और बसपा प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश सरकार को घेर रही हैं, वहीँ विपक्ष नोटबंदी के फैसले को भी चुनावी मुद्दा बना रहा है.

यह है मौजूदा राजनीतिक गणित

यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं. 2012 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने 224 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी. पिछले चुनावों में बसपा को 80, बीजेपी को 47, कांग्रेस को 28, रालोद को 9 और अन्य को 24 सीटें मिलीं थीं.

Share This News :