यहां आज à¤à¥€ मौजूद है संजीवनी बूटी पहाड़
रामायण में संजीवनी बूटी लकà¥à¤·à¥à¤®à¤£ के पà¥à¤°à¤¾à¤£ वापस लाने और हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ के संजीवनी परà¥à¤µà¤¤ को पूरा उठा लाने वाला पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग सà¤à¥€ जानते हैं. वैध सà¥à¤·à¥‡à¤£ ने संजीवनी को चमकीली आà¤à¤¾ और विचितà¥à¤° गंध वाली बूटी बताया है. संजीवनी परà¥à¤µà¤¤ आज à¤à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का में मौजूद है. माना जाता है कि हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¥€ ने इस पहाड़ को टà¥à¤•à¤¡à¥‡à¤¼ करके इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° विशेष में डाल दिया था.
रूमासà¥à¤¸à¤²à¤¾ परà¥à¤µà¤¤ के नाम से जाना जाता है ये
यह चरà¥à¤šà¤¿à¤¤ पहाड़ शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का के पास रूमासà¥à¤¸à¤²à¤¾ परà¥à¤µà¤¤ के नाम से जाना जाता है. शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का की खूबसूरत जगहों में से à¤à¤• उनावटाना बीच इसी परà¥à¤µà¤¤ के पास है. शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का के दकà¥à¤·à¤¿à¤£ समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ किनारे पर कई à¤à¤¸à¥€ जगहें हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वहां हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ के लाठपहाड़ के गिरे टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ हैं.
यहां के पेड़-पौधे हैं खास
इस जगह की खास बात ये कि जहां-जहां ये टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ गिरे, वहां-वहां की जलवायॠऔर मिटà¥à¤Ÿà¥€ बदल गई. इन जगहों पर मिलने वाले पेड़-पौधे शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का के बाकी इलाकों में मिलने वाले पेड़-पौधों से काफी अलग हैं. रूमासà¥à¤¸à¤²à¤¾ के बाद जो जगह सबसे अहम है वो है रीतिगाला.
जब हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ पूरा परà¥à¤µà¤¤ उठा लाà¤
हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जब संजीवनी का पहाड़ उठाकर शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का पहà¥à¤‚चे तो उसका à¤à¤• टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤¾ रीतिगाला में गिरा. रीतिगाला की खासियत है कि आज à¤à¥€ जो जड़ी-बूटियां उगती हैं, वो आसपास के इलाके से बिलà¥à¤•à¥à¤² अलग हैं. शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का के नà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर हाकागाला गारà¥à¤¡à¤¨ में हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ के लाठपहाड़ का दूसरा बडा़ हिसà¥à¤¸à¤¾ गिरा. इस जगह की à¤à¥€ मिटà¥à¤Ÿà¥€ और पेड़ पौधे अपने आसपास के इलाके से बिलà¥à¤•à¥à¤² अलग हैं.