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प्रदेश में बिजली की कमी नहीं 17 हजार मेगावाट तक बिजली दी गई

वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया ने कहा है कि प्रदेश में जरूरत के मुताबिक बिजली है जरूरत पड़ने पर 17 हजार मेगावाट तक बिजली जनरेट की गई है। उन्होंने कहा कि आज से 12 वर्ष पूर्व प्रदेश में 4300 मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ करता था। श्री मलैया आज दमोह जिले के राजघाट पिपरिया सहित 9 ग्राम में 61 सौर उर्जित प्रकाश स्तंभ के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। विधायक श्री लखन पटेल भी मौजूद थे।

वित्त मंत्री ने इस कार्य के लिये पावर ग्रिड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कार्पोरेशन ने सामाजिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया है। आदिवासी छात्रावासों में 500 पलंग, हटा अस्पताल के लिये एम्बुलेंस दी गयी और मेडिकल केम्प लगाये। वित्त मंत्री ने कहा कि‍जिले के समन्ना में एक वर्ष के भीतर 1800 मकान बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि गरीब वर्ग के लोगों को आवास बनाने के लिये 5 लाख 50 हजार रुपये दिये जा रहे हैं। इसमें 3 लाख रुपये की सब्सिडी है। हितग्राही को केवल 2 लाख 50 हजार रुपये में से मात्र 20 हजार रुपये देना है शेष 15 साल की किश्त में देना होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 तक जिले में हर व्यक्ति के पास अपना खुद का आवास होगा।

आवासीय यूनिट का भूमि-पूजन

वित्त मंत्री ने दमोह में करीब 139 करोड़ लागत के 1884 आवासीय यूनिट निर्माण का भूमि-पूजन किया। श्री जयंत मलैया ने कहा कि चयनित क्षेत्र में 5000 आवास बनाये जायेंगे। यहाँ सभी बुनियादी सेवाएँ उपलब्ध करवाई जायेगी। नगर पालिका अध्यक्ष दमोह श्रीमती असाटी ने बताया कि नगर में सर्वे के बाद 8684 परिवार आवासहीन चिन्हित किये गये हैं। अब तक 1356 लोगों का चयन हो चुका है।

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