'लड़कियों! थोड़ा बेशरà¥à¤®, थोड़ा सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ हो जाओ', महिला दिवस पर सà¥à¤µà¤°à¤¾ का संदेश
लड़कियों, थोड़ा बेशरà¥à¤®, थोड़ा सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ हो जाओ, ये कहना है 24 मारà¥à¤š को रिलीज हो रही फिलà¥à¤® 'अनारकली ऑफ आरा' की अनारकली उरà¥à¤« सà¥à¤µà¤°à¤¾ à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•à¤° का. लड़कियों को à¤à¤¸à¥€ सलाह देने की वजह पर सà¥à¤µà¤°à¤¾ कहती हैं कि चूंकि लड़कियों को बचपन से ही अपने अलावा बाकी सबके बारे में सोचने, सबकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ लेने और अपने अलावा बाकी सबका खà¥à¤¯à¤¾à¤² रखने की सलाह दी जाती है. उनके सिर पर बचपन से ही जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का बोठडाल दिया जाता है.
बकौल सà¥à¤µà¤°à¤¾, जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° होना अचà¥à¤›à¥€ बात है, लेकिन जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° लड़की अगर थोड़ी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ अपनी जिंदगी, अपने सपनों और अपनी खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¥€ ले ले तो बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ होगा. सà¥à¤µà¤°à¤¾ कहती हैं कि समाज के पास लड़की को देने के लिठदो ही सबसे बड़े खजाने होते हैं- शरà¥à¤® और डर. हम लड़कियों को इस शरà¥à¤® और डर से मà¥à¤•à¥à¤¤ होने की जरूरत है.
मदद का à¤à¤• हाथ लड़की को अपनी ओर à¤à¥€ बà¥à¤¾à¤¨à¤¾ चाहिठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कि शरà¥à¤® और डर से मà¥à¤•à¥à¤¤ हो चà¥à¤•à¥€, अपनी ओर मदद की हाथ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ वाली आजाद लड़की ही दूसरों की ओर à¤à¥€ मदद का हाथ बà¥à¤¾ सकती है.
तो इस महिला दिवस पर लड़कियां अपने जीवन की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ लें, शरà¥à¤® और डर से मà¥à¤•à¥à¤¤ हों और अपनी ओर मदद का हाथ बà¥à¤¾à¤à¤‚ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये हाथ बà¥à¤¾à¤¨à¤¾ दरअसल बेहतर इंसान बनने और बेहतर जिंदगी की दिशा में पहला कदम बà¥à¤¾à¤¨à¤¾ है.