हिमाचल से चली बीमारी सà¥à¤•à¥à¤°à¤¬ टाइफस से 24 की मौत, जानिठइससे कैसे निपटें
हिमाचल के जंगलों से निकली à¤à¤• नई बीमारी अब शहरों में मौजूद घरों तक à¤à¥€ अपनी पहà¥à¤‚च बनाने लगी है। इस नई बीमारी का नाम सà¥à¤•à¥à¤°à¤¬ टाइफस (Scrub Typhus) है और इसके चलते अà¤à¥€ तक 24 लोगों की मौत हो चà¥à¤•à¥€ है और करीब सरकारी आंकड़ों के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• 855 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोग इसकी चपेट में है। इसके लकà¥à¤·à¤£ à¤à¤•à¤¦à¤® डेंगू और चिकनगà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की तरह हैं और इसी के चलते लोगों में आमतौर पर इसका पता लगाना और à¤à¥€ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हो जाता है। ये बीमारी घास में मौजूद पिसà¥à¤¸à¥à¤“ं के काटने से होती है और देखà¤à¤¾à¤² न किठजाने पर इससे मौत à¤à¥€ हो सकती है।
आइये जानते हैं कà¥à¤¯à¤¾ है ये बीमारी
सà¥à¤•à¥à¤°à¤¬ टाइफस घास में मौजूद à¤à¤• विशेष पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के पिसà¥à¤¸à¥‚ (Leptotrombidium deliense) की वजह से होता है। इस पिसà¥à¤¸à¥‚ के काटने से उसकी लार में मौजूद à¤à¤• बेहद खतरनाक बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ रिकà¥à¤Ÿà¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ सà¥à¤¸à¥à¤—ामà¥à¤¶à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के रकà¥à¤¤ में फैल जाता है। सà¥à¤¸à¥à¤—ामà¥à¤¶à¥€ दो शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से मिलकर बना है जिसका मतलब होता है सà¥à¤¸à¥à¤—ा यानी के छोटा और बेहद खतरनाक और मà¥à¤¶à¥€ मतलब माइट। इसके काटने से डेंगू की तरह पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤²à¥‡à¤Ÿà¥à¤¸ की संखà¥à¤¯à¤¾ घटने लगती है। ये खà¥à¤¦ तो संकà¥à¤°à¤¾à¤®à¤• नहीं है लेकिन इसकी वजह से शरीर के कई अंगों में संकà¥à¤°à¤®à¤£ फैलने लगता है। इसकी वजह से लिवर, दिमाग व फेफड़ों में कई तरह के संकà¥à¤°à¤®à¤£ होने लगते हैं और मरीज मलà¥à¤Ÿà¥€ ऑरà¥à¤—न डिसऑरà¥à¤¡à¤° के सà¥à¤Ÿà¥‡à¤œ में पहà¥à¤‚च जाता है। ये पिसà¥à¤¸à¥‚ पहाड़ी इलाके, जंगल और खेतों के आस-पास जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पाठजाते हैं।
इस बीमारी à¤à¤¸à¥‡ पहचान सकते हैं
इस बीमारी के जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° लकà¥à¤·à¤£ चिकनगà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और डेंगू से मिलते-जà¥à¤²à¤¤à¥‡ हैं। इस पिसà¥à¤¸à¥‚ के काटने से पहले तेज़ बà¥à¤–ार (करीब 103 से 104 डिगà¥à¤°à¥€ फारेनहाइट) चà¥à¤¤à¤¾ है। इसके साथ ही सिरदरà¥à¤¦, खांसी, मांसपेशियों में दरà¥à¤¦ और शरीर में कमजोरी à¤à¥€ आने लगती है। सबसे ख़ास बात ये है कि पिसà¥à¤¸à¥‚ के काटने वाली जगह पर फफोलेनà¥à¤®à¤¾ काली पपड़ी जैसा निशान दिखता है। इस बीमारी का इलाज़ वक़à¥à¤¤ पर न किया जाठतो ये गंà¤à¥€à¤° रूप ले लेता है और निमोनिया में बदल जाता है। इससे बीमार कà¥à¤› रोगियों में देखा गया है कि लीवर और किडनी à¤à¥€ इस बीमारी के होने पर ठीक से काम नहीं करते जिससे लोग बेहोश तक हो जाते हैं। पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤²à¥‡à¤Ÿà¥à¤¸ के घटने को इसका सबसे सामानà¥à¤¯ लकà¥à¤·à¤£ माना जाता है।
कà¥à¤¯à¤¾ करें अगर इसका शक हो
इसकी पहचान जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ के आधार पर ही की जाती है। हालांकि बà¥à¤²à¤¡ टेसà¥à¤Ÿ, सीबीसी काउंट और लिवर फंकà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤‚ग टेसà¥à¤Ÿ के जरिठइसका ठीक-ठीक पता लगाया जा सकता है। à¤à¤²à¤¾à¤‡à¤œà¤¾ टेसà¥à¤Ÿ और इमà¥à¤¯à¥à¤¨à¥‹à¤«à¥à¤²à¥‹à¤°à¥‡à¤¸à¥‡à¤‚स टेसà¥à¤Ÿ से सà¥à¤•à¥à¤°à¤¬ टाइफस à¤à¤‚टीबॉडीज का पता लगाते हैं। इसके लिठ7-14 दिनों तक दवाओं का कोरà¥à¤¸ चलता है। इस दौरान मरीज को लिकà¥à¤µà¤¿à¤¡ डाइट लेने और तेल से बनी चीज़ों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। कमजोर इमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤Ÿà¥€ या जिन लोगों के घर के आसपास यह बीमारी फैली हà¥à¤ˆ है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डॉकà¥à¤Ÿà¤° हफà¥à¤¤à¥‡ में à¤à¤• बार पà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤‚टिव दवा à¤à¥€ देते हैं।
हिमाचल में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बिगड़ी और शहरों तक à¤à¥€ पहà¥à¤‚ची बीमारी
बता दें कि दिलà¥à¤²à¥€ के AIIMS में à¤à¥€ इस बीमारी से जूठरहे 30 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मरीज़ इलाज करा रहे हैं। जानकारों के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• शहरों में à¤à¥€ बारिश के मौसम में जंगली पौधे या घने घास के पास इस पिसà¥à¤¸à¥‚ के काटने का खतरा बना हà¥à¤† है। केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ जे. पी. नडà¥à¤¡à¤¾ ने 'सà¥à¤•à¥à¤°à¤¬ टाइफस' बीमारी से निपटने में हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सरकार को हर संà¤à¤µ मदद का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ दिया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ को 'सà¥à¤•à¥à¤°à¤¬ टाइफस' पर हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सरकार की विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ रपट मिल गई है। नडà¥à¤¡à¤¾ ने कहा कि केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ राजà¥à¤¯ सरकार के अनà¥à¤°à¥‹à¤§ पर à¤à¤• विशेषजà¥à¤ž समिति à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ के लिठतैयार है। नडà¥à¤¡à¤¾ ने जोर देकर कहा, "मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ बहà¥à¤¤ ही बारीकी से इस पर नजर बनाठहà¥à¤ है और इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से निपटने के लिठमंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ हिमाचल सरकार को हर तरह की मदद देगा।"
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इससे हिमाचल सरकार को à¤à¥€ अवगत करा दिया गया है।सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ ने समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर लोगों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठजाने वाले निवारक कदम के बारे में सघन जागरूकता अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥‚ करने की जरूरत पर बल दिया। सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ के अधिकारियों को सजग और किसी à¤à¥€ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के लिठतैयार रहने का à¤à¥€ निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिया à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤•à¥à¤°à¤¬ टाइफस के बारे में जागरूकता फैलाने, रोकथाम और नियंतà¥à¤°à¤£ के लिठकिठजा रहे उपायों के बारे में à¤à¥€ जानकारी रखने को कहा है।सà¥à¤•à¥à¤°à¤¬ टाइफस ओरिà¤à¤Ÿà¤¿à¤¯à¤¾ सà¥à¤¤à¤¸à¥à¤—ामà¥à¤¸à¥€ जीवाणॠके कारण होने वाली à¤à¤• गंà¤à¥€à¤° बीमारी है, जो मिटà¥à¤Ÿà¥€ में मौजूद संकà¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ लारà¥à¤µà¤¾ घà¥à¤¨ के काटने से फैलता है। हिमाचल à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¿à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° है जहां सà¥à¤•à¥à¤°à¤¬ वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤šà¥à¤° मातà¥à¤°à¤¾ में पाई जाती है।