वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ का दरबार चमकाने वाले दमका रहे महाकाल का आंगन
उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨à¥¤ माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ का दरबार चमकाने वाले दिलà¥à¤²à¥€ के सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤•à¤¾à¤° अब राजाधिराज महाकाल का आंगन दमका रहे हैं। रविवार को सà¥à¤¶à¥€à¤² शरà¥à¤®à¤¾ व बलदेवजी के साथ टीम के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने गरà¥à¤à¤—ृह दà¥à¤µà¤¾à¤° और चांदी गेट की सफाई की। कà¥à¤› ही घंटों में दोनों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दमकने लगे। इनकी आà¤à¤¾ देखते ही बन रही थी।
सà¥à¤¶à¥€à¤² शरà¥à¤®à¤¾ ने बताया कि 10 सालों से महाकाल मंदिर आ रहे हैं। देखने में आता था कि सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ कारीगर कई दिनों की मेहनत के बाद इन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की सफाई करते थे। हमने मंदिर पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ से आगà¥à¤°à¤¹ किया कि हमें à¤à¤• मौका दें। हम कई दिनों के काम को कà¥à¤› घंटों में कर देंगे। इस पर पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤• सà¥à¤œà¤¾à¤¨à¤¸à¤¿à¤‚ह रावत ने अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दी।
रविवार को सहायक पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• अधिकारी दिलीप गरूड़ की देखरेख में दोनों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की सफाई की गई। शà¥à¤°à¥€ शरà¥à¤®à¤¾ ने बताया हम वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€, दिलà¥à¤²à¥€ के कालकाजी सहित देश के कई पà¥à¤°à¤®à¥à¤– मंदिरों में सेवा देते हैं। महाकाल में पहली बार निशà¥à¤²à¥à¤• सेवा दे रहे हैं। इनकी ओर से मंदिर में 5 हजार मीटर कारपेट à¤à¥€ दान किया है। यह कारपेट विशेष तौर से मेटà¥à¤°à¥‹ कंपनी से तैयार कराया गया है।