डेड बॉडी की होती है जूतों से पिटाई, à¤à¤¸à¥‡ होता है किनà¥à¤¨à¤°à¥‹à¤‚ का अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤°
किनà¥à¤¨à¤°à¥‹à¤‚ की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ आम आदमी से हर मायने में अलग होती है। किनà¥à¤¨à¤°à¥‹à¤‚ के बारे में काफी कम जानकारी ही आम लोगों को मिल पाई है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि जब किसी किनà¥à¤¨à¤° की मौत हो जाती है, तब उसकी डेड बॉडी के साथ कà¥à¤¯à¤¾ किया जाता है? à¤à¤¸à¥‡ होता है किनà¥à¤¨à¤°à¥‹à¤‚ का अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤°...
-किनà¥à¤¨à¤°à¥‹à¤‚ के अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° को गोपनीय रखा जाता है। बाकी धरà¥à¤®à¥‹à¤‚ से ठीक उलट किनà¥à¤¨à¤°à¥‹à¤‚ की अंतिम यातà¥à¤°à¤¾ दिन की जगह रात में निकाली जाती है।
-किनà¥à¤¨à¤°à¥‹à¤‚ के अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° को गैर-किनà¥à¤¨à¤°à¥‹à¤‚ से छिपाकर किया जाता है। इनकी मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अगर किसी किनà¥à¤¨à¤° के अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° को आम इंसान देख ले, तो मरने वाले का जनà¥à¤® फिर से किनà¥à¤¨à¤° के रूप में ही होगा।