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राशि के अनुसार इस तरह करे देवी की आराधना, मिलेगा ऐसा फल

नवरात्रि के अवसर पर देवी आदिशक्ति की आराधना से बड़े से बड़े कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। भक्त माता की आराधना कर अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करते है और सुख-समृद्धि से भरे जीवन की ओर अग्रसर होते हैं। मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान माता की आराधना से सभी राशिवालों की पीड़ा का भी निवारण हो जाता है। इसके लिए शास्त्रों में कुछ विशेष तरह के प्रावधान किए गए हैं और नवरात्रि के दिनों में नौदेवियों की आराधना से सभी राशि के जातकों की पीड़ा का या तो नाश हो जाता है या पीड़ा कम हो जाती है। अब जानते हैं किस राशि के जातकों को किस देवी की औऱ कैसे आराधना करना चाहिए।

मेष राशि

 

मेष राशि के लोगों को स्‍कंदमाता की आराधना करना चाहिए। इसके साथ ही नवरात्रि में दुर्गा सप्‍तशती या दुर्गा चालीसा का पाठ करें। मेष राशि मंगल से संबंधित होती है। इस दौरान लाल या पीले रंग के कपड़े धारण करने चाहिए और गरबे के दौरान लाल चंदन या खेर की लकड़ी से बने डांडिया का प्रयोग करें। माता की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

वृषभ राशि

 

वृषभ राशि के जातकों को देवी महागौरी की उपासना करना चाहिए। साथ ही ललिता सहस्र का पाठ करें और सफेद और गुलाबी रंग के वस्‍त्र धारण करे। ललिता सहस्र के पाठ से विवाह योग्‍य कन्‍याओं को लाभ होता है।

मिथुन राशि

 

मिथुन राशि के लोगों को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा के साथ पूजा स्थल में देवी यंत्र की स्‍थापना करें और नियमित रूप से तारा कवच का पाठ करें। देवी के इस उपाय से शिक्षा के क्षेत्र में आ रही कठिनाईयां और कार्यों की बाधाएं दूर होती है।

कर्क राशि

 

कर्क राशि वाले लोगों को देवी शैलपुत्री की उपासना करने के साथ लक्ष्‍मी सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए। नवरात्रि के दौरान सफेद या हल्‍के रंग के वस्‍त्र धारण करें। इस उपाय को करने से चंद्र देव की कृपा प्राप्त होती है और मानसिक शांति मिलती है।

सिंह राशि

 

सिंह राशि वालों को मां कूष्‍मांडा की पूजा करना चाहिए और इसके साथ मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। सिंह राशि का अधिपति ग्रह सूर्य है और मां कूष्‍मांडा की उपासना से सूर्य के दोषों में कमी आती है। इस दौरान पीले रंग के वस्‍त्र धारण करें।

कन्‍या राशि

 

कन्‍या राशि वालों को देवी ब्रह्माचारिणी की पूजा करनी चाहिए और साथ में मां लक्ष्‍मी के मंत्रों का जाप करना चाहिए। ज्ञान और शिक्षा के लिए इस उपाय से लाभ होता है। नवरात्रि के दौरान इस राशि के जातकों को हरे रंग के वस्‍त्र पहनने चाहिए।

तुला राशि

 

तुला राशि के जातकों को काली चालीसा या सप्‍तशती के प्रथम चरित्र का पाठ करना चाहिए और साथ में महागौरी की आराधना करना चाहिए। इस दौरान सफेद या हल्‍के रंग के वस्‍त्र पहनने चाहिए। विवाह योग्‍य कन्‍याओं को इस उपाय से योग्य जीवनसाथी की प्राप्‍ति होती है।

वृश्चिक राशि

 

वृश्चिक राशि के लोगों को स्‍कंदमाता की उपासना करना चाहिए और दुर्गा सप्‍तशती का पाठ करना चाहिए। नवरात्रि में लाल एवं केसरिया रंग के वस्‍त्र धारण करना चाहिए।

धनु राशि

धनु राशि के लोगों को मां चंद्रघंटा की उपासना करना चाहिए और मां चंद्रघंटा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। धनु राशि का स्‍वामी बृहस्‍पति है इसलिएॉ नवरात्रि में पीले रंग के वस्‍त्रों का प्रयोग शुभ रहता है।

मकर राशि

मकर राशि वालों को देवी कालरात्रि की पूजा करनी चाहिए। इस उपाय से मकर राशि वालों की सभी समस्‍याओं का निवारण हो सकता है साथ ही नर्वाण मंत्र का जाप करें। नवरात्रि में इस राशि के भक्त को नीले रंग के वस्‍त्र पहनने चाहिए।

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों को देवी कालरात्रि की उपासना करना चाहिए और नवरात्रि में देवी कवच का पाठ करना चाहिए। इस दौरान नीले रंग के वस्‍त्र धारण करने से शनि देव और मां कालरात्रि की कृपा प्राप्त होती है।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों को मां चंद्रघंटा की पूजा करना चाहिए और हल्‍दी की माला से मां बगुलामुखी के मंत्रों का जाप करना चाहिए। नवरात्रि में केसरिया, पीले या हल्‍के रंग के वस्‍त्र धारण करना चाहिए।

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