संगीत में रà¥à¤šà¤¿ रखते छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को निःशà¥à¤²à¥à¤• में सिखा रहे गिटार और संगीत
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²à¥¤ आज के आधà¥à¤¨à¤¿à¤• अरà¥à¤¥ यà¥à¤— में कोचिंग कà¥à¤²à¤¾à¤¸ में जहाठफीस के न होने से शिकà¥à¤·à¤¾ अधूरी रह जाती है वहीं राजधानी में à¤à¤• संगीत का कोचिंग सेंटर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को निःशà¥à¤²à¥à¤• संगीत और गिटार सिखा रहा है। à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² के à¤à¤®à¤ªà¥€ नगर में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ गिटार सिटी कà¥à¤²à¤¾à¤¸, संगीत में रूचि रखने वाले आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से कमजोर छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को फà¥à¤°à¥€ में गिटार और संगीत सिखा रहा है। कोचिंग सेंटर के संचालक शà¥à¤à¤® राय और बरखा हिंगवासिया ने बताया है, की जो छातà¥à¤° संगीत में रà¥à¤šà¤¿ रखते है लेकिन उनकी आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ कमजोर होने से कोचिंग की फीस नही दे सकते, तो उन छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को हम निशà¥à¤²à¥à¤• संगीत सिखाते है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि कोचिंग से अब तक हजारों की संखà¥à¤¯à¤¾ में सà¥à¤Ÿà¥‚डेंट गिटार सीख चà¥à¤•à¥‡ है। जिनमें कई छातà¥à¤° तो à¤à¤¸à¥‡ à¤à¥€ रहे जिनकी आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¤à¤¿ ठीक नही थी और कोचिंग की फीस देने में असमरà¥à¤¥ थे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कला और संगीत का संबंध पैसे से नही होना चाहिà¤, à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ काल से संगीत कला की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ शैली और परंपराओं से लोगों का मनोरंजन होता आरहा है। à¤à¤¸à¥‡ में संगीत की शिकà¥à¤·à¤¾ को पैसे से नही खरीदा जा सकता है, संगीत सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿, पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾, साधना और मनोरंजन का साधन है। इसलिठही हम आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से कमजोर छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को निःशà¥à¤²à¥à¤• संगीत सिखा रहे है।
गिटार सिटी की शिकà¥à¤·à¤¿à¤•à¤¾ बरखा हिंगवासिया ने बताया कि कà¥à¤²à¤¾à¤¸ से संगीत और गिटार कि कोचिंग लेने के बाद सà¥à¤Ÿà¥‚डेंट मà¥à¤‚बई à¤à¥€ पहà¥à¤šà¥‡à¤‚ है, और वहां काम कर रहे है। बरखा ने बताया कि संगीत में à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ तलाश रहे यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही सफलता मिलती है।