कà¥à¤› घंटों बाद पृथà¥â€à¤µà¥€ के करीब आने वाला है विशाल
आखिर वह पल आने ही वाला है जिस पर देश व दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ की नजरें गढ़ी हैं। अब से कà¥à¤› ही घंटों बाद यानी 29 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को à¤à¤• विशालकाय Asteroid उलà¥à¤•à¤¾ पिंड पृथà¥à¤µà¥€ के करीब आने वाला है। अà¤à¥€ तक पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ जानकारी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यह पृथà¥à¤µà¥€ से लगà¤à¤— 40 लाख मील के फासले से गà¥à¤œà¤° जाà¤à¤—ा और हम सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ बच जाà¤à¤‚गे। हालांकि NASA इसके मूवमेंट पर पूरी नज़र बनाठहà¥à¤ है। यदि यह अपनी ककà¥à¤·à¤¾ से थोड़ा à¤à¥€ हिलता है तो यह मà¥à¤¸à¥€à¤¬à¤¤ पैदा कर सकता है। यह ईसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¨ टाइम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° सà¥à¤¬à¤¹ 5 बजकर 56 मिनट पर और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समयानà¥à¤¸à¤¾à¤° दोपहर साढ़े तीन बजे के आसपास पृथà¥à¤µà¥€ के निकट होकर गà¥à¤œà¤¼à¤°à¥‡à¤—ा। इस घटना के बारे में हम आपको सारी अपडेट यहां देंगे।
उलà¥à¤•à¤¾ पिंड को लेकर हर अपडेट यहां मिलेगी
नासा के आधिकारिक टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° हैंडल नासा à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¥‰à¤¯à¤¡ वॉच पर इस à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¥‰à¤¯à¤¡ से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ सारी ताजा जानकारी व अपडेट उपलबà¥à¤§ है। विशà¥à¤µ à¤à¤° के लोगों के मन में यदि इसे लेकर कोई सवाल, जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¤¾ है तो उसके लिठà¤à¥€ खà¥à¤²à¤¾ मंच रखा गया है। कोई à¤à¥€ यहां अपने सवाल पूछ सकता है जिस पर नासा के विशेषजà¥à¤ž जवाब देंगे और जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¤¾ मिटाà¤à¤‚गे। नासा के सेंटर फॉर नियर अरà¥à¤¥ सà¥à¤Ÿà¤¡à¥€à¤œ का कहना है कि 29 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को ईसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¨ टाइम सà¥à¤¬à¤¹ 5.56 पर यह à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¥‰à¤¯à¤¡ पृथà¥à¤µà¥€ के निकट होकर गà¥à¤œà¤¼à¤° जाà¤à¤—ा। इसकी पृथà¥à¤µà¥€ से टकराने की फिलहाल कोई संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ नहीं है
पढ़ें खास बातें à¤à¤• नजर में
- वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ और आम लोगों सà¤à¥€ के लिठयह आकरà¥à¤·à¤£ का केंदà¥à¤° है। यह बेहद तेज है और विशाल à¤à¥€à¥¤ करीब 1.2 मील चौड़ा यह पिंड अपने निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ समय पर बिजली की गति से तेजी से नजदीक आता जा रहा है।
- इसकी रफà¥à¤¤à¤¾à¤° 19 हजार किलोमीटर पà¥à¤°à¤¤à¤¿ घंटा है। इसकी ताजा तसà¥à¤µà¥€à¤° सामने आई है। मजे की बात यह है कि इसकी आकृति किसी मॉसà¥à¤• लगाठचेहरे जैसी नज़र आ रही है। मॉसà¥à¤• जैसी आकृति का कारण इस पर मौजूद पहाड़ी नà¥à¤®à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ और खाली मैदानों की लकीरें हैं।
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जब यह धरती के पास होगा तब इसकी दूरी पृथà¥à¤µà¥€ व चांद की दूरी की 15 गà¥à¤¨à¤¾ दूरी के समान होगी। धरती से चांद की दूरी 3 लाख किमी है, यानी यह उलà¥à¤•à¤¾ पिंड पृथà¥à¤µà¥€ से 30 लाख से à¤à¥€ अधिक किमी की दूरी से गà¥à¤œà¤¼à¤° जाà¤à¤—ा।
- यह अपने आप में बड़े आकार का है। 1998 में नासा ने इसका पता लगा लिया था, इसी के चलते इसका नाम 1998 OR2 रखा गया है।- यही उलà¥à¤•à¤¾ पिंड आज से 59 साल बाद यानी वरà¥à¤· 2079 में वापस सौर मंडल में आà¤à¤—ा। अरेबिको वेधशाला के सà¥à¤ªà¥‡à¤¶à¤²à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ फà¥à¤²à¥‡à¤µà¤¿à¤¯à¤¨ वेंडीटी का कहना है कि 2079 में यह खतरनाक साबित हो सकता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तब इसकी पृथà¥à¤µà¥€ से दूरी महज 3.5 गà¥à¤¨à¤¾ ही रह जाà¤à¤—ी। यानी अà¤à¥€ इसकी आरà¥à¤¬à¤¿à¤Ÿ का निरीकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ जरूरी है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में यह कà¤à¥€ à¤à¥€ पृथà¥à¤µà¥€ के लिठबड़ा संकट बन सकता है।यह à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¤¾à¤¯à¤¡ आकार में बहà¥à¤¤ बड़ा है। इसका आकार कम से कम à¤à¤• मील चौड़ा या 1.8 किमी है और पृथà¥à¤µà¥€ के आकाश की गणना पर आधारित 4.1 किमी जितना विशाल है। नासा à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¤¾à¤¯à¤¡ वॉच ने दोहराया कि हालांकि यह à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¤¾à¤¯à¤¡ पृथà¥à¤µà¥€ पर à¤à¤• संà¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ खतरनाक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पैदा कर सकता है, बावजूद बहà¥à¤¤ संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है कि इसका पृथà¥à¤µà¥€ पर या पृथà¥à¤µà¥€ पर कोई सीधा पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ेगा।