रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन पर इस बार पांच घंटे का सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤
शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£ शà¥à¤•à¥à¤² पूरà¥à¤£à¤¿à¤®à¤¾ सोमवार तीन अगसà¥à¤¤ को रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन का तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° मनाया जाà¤à¤—ा। इस बार रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन के दिन दोपहर 2 से शाम 7 बजे तक करीब पांच घंटे का सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ रहेगा। हालांकि दोपहर में अà¤à¤¿à¤œà¥€à¤¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ रहेगा, जो 53 मिनट दोपहर 12ः06 से 12ः59 बजे तक रहेगा। इस दौरान बहनें अपने à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ की कलाई पर रकà¥à¤·à¤¾ सूतà¥à¤° बांधेंगी तो शà¥à¤ फलदायी होगा।
राखी अपराध काल वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¿à¤¨à¥€ और पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· यà¥à¤•à¥à¤¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ में बांधना सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ होती है। सà¥à¤¬à¤¹ उपाकà¥à¤°à¤® व ऋषि तरà¥à¤ªà¤£ किया जाता है। इसके बाद शà¥à¤°à¤µà¤£ पूजन होती है और à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾ निकलने के बाद राखी बांधना शà¥à¤°à¥‚ किया जाता है। इस बार तीन अगसà¥à¤¤ सà¥à¤¬à¤¹ 9ः29 बजे के बाद à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾ समापà¥à¤¤ हो जाà¤à¤—ी। इसके बाद राखी बांधी जा सकेगी।
महिलाओं में उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹, घर पर बना रहीं राखियां
कोरोनाकाल के बावजूद महिलाओं में रकà¥à¤·à¤¾à¤¬à¤‚धन परà¥à¤µ को लेकर खासा उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ है, हालांकि लॉकडाउन के चलते बाजारों में राखियों की रौनक नहीं है। बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ समाज, अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² समाज समेत अनà¥à¤¯ समाजों की महिलाओं ने तो संकलà¥à¤ª लिया है कि बाजारों से खरीदी हà¥à¤ˆ राखियां अपने à¤à¤¾à¤ˆ की कलाई पर नहीं बांधेगी। जबकि कà¥à¤› परिवारों के घरों में ही राखियां बनाई जा रही हैं।
चौघड़िया के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° राखी के मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤
- शà¥à¤ चौघड़िया : सà¥à¤¬à¤¹ 9ः29 से 10ः54 बजे तक।
- अà¤à¤¿à¤œà¥€à¤¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ : दोपहर 12ः06 से 12ः59 बजे तक।
- चर का चौघड़िया : दोपहर 2ः12 से 3ः51 बजे तक।
- लाठका चौघड़िया : दोपहर 3ः51 से 5ः30 बजे तक।
- अमृत का चौघड़िया : शाम 5ः30 से 7ः10 बजे तक।