चाणकà¥à¤¯ नीति - आखिरी समय तक साथ देती हैं ये 4 चीजें, किसी सचà¥à¤šà¥‡ मितà¥à¤° से कम नहीं
आचारà¥à¤¯ चाणकà¥à¤¯ ने अचà¥à¤›à¥‡ मितà¥à¤° को लेकर कई सारी बातें बताई हैं. वहीं चाणकà¥à¤¯ ने अपने नीति शासà¥à¤¤à¥à¤° गà¥à¤°à¤‚थ में जीवन à¤à¤° साथ निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ वाले मितà¥à¤° के सà¥à¤µà¤°à¥‚प पर à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ की है. आचारà¥à¤¯ चाणकà¥à¤¯ ने अपनी किताब 'चाणकà¥à¤¯ नीति' में à¤à¤¸à¥‡ मितà¥à¤° का à¤à¥€ जिकà¥à¤° किया है जो इंसान के आखिरी समय तक साथ निà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं. आइठजानते हैं चाणकà¥à¤¯ से जीवन à¤à¤° साथ निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ वाले उन मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के बारे में...
विदà¥à¤¯à¤¾ मितà¥à¤°à¤‚ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸à¥‡à¤·à¥ à¤à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¾ मितà¥à¤° गृहेषॠच।
वà¥à¤¯à¤¾à¤§à¤¿à¤¤à¤¸à¥à¤¯à¥Œà¤·à¤§à¤‚ मितà¥à¤° धरà¥à¤®à¥‹ मितà¥à¤°à¤‚ मृतसà¥à¤¯à¥¤à¥¤
इस शà¥à¤²à¥‹à¤• में आचारà¥à¤¯ चाणकà¥à¤¯ कहते हैं कि बाहरी शखà¥à¤¸ जो अपने घर से बाहर रहता हो उसके लिठजà¥à¤žà¤¾à¤¨ से बड़ा कोई मितà¥à¤° नहीं होता है. जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपनों से दूर रहता है उसके लिठजà¥à¤žà¤¾à¤¨ ही अंतिम समय तक उसकी मदद करता है.
चाणकà¥à¤¯ ये à¤à¥€ कहते हैं कि जो पतà¥à¤¨à¥€ अपने पति की सबसे अचà¥à¤›à¥€ मितà¥à¤° हो, जिसकी पतà¥à¤¨à¥€ अचà¥à¤›à¥€ हो उसे समाज में हमेशा मान-समà¥à¤®à¤¾à¤¨ मिलता है. वहीं, अगर पतà¥à¤¨à¥€ में अवगà¥à¤£ हैं तो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को कई मौके पर अपमानित होना पड़ता है. पतà¥à¤¨à¥€ का साथ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को विकट समय में संयमित करता है और परेशानी से लड़ने की ताकत देता है.
चाणकà¥à¤¯ कहते हैं कि जिस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ खराब हो उसके लिठदवा ही सचà¥à¤šà¥€ मितà¥à¤° होती है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दवा ही बीमार शखà¥à¤¸ को ठीक कर सकती है.
वहीं, चाणकà¥à¤¯ ने इस शà¥à¤²à¥‹à¤• के आखिर में धरà¥à¤® को इंसान का चौथा सबसे अचà¥à¤›à¤¾ मितà¥à¤° बताया है. चाणकà¥à¤¯ कहते हैं कि किसी à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लिठजिंदा रहते हà¥à¤ धरà¥à¤® के मारà¥à¤— पर चलते हà¥à¤ किठगठकाम ही याद रखे जाते हैं. चाणकà¥à¤¯ कहते हैं कि इस दौरान जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जैसा पà¥à¤£à¥à¤¯ कमाता है मरने के बाद उसे वैसे ही याद किया जाता है.