मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शिवराज सिंह चौहान ने पेश की मिसाल
मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chouhan) ने गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° की सà¥à¤¬à¤¹ à¤à¤¸à¤¾ काम किया जो अनà¥à¤¯ नेताओं के लिठउदाहरण है। दरअसल मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के ससà¥à¤° और उनकी धरà¥à¤®à¤ªà¤¤à¥à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ साधना सिंह के पिता का बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° रातà¥à¤°à¤¿ दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे लंबे समय से à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² के à¤à¤• निजी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ थे।
अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° के लिठउनका पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ शरीर गोंदिया सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ उनके निवास पर जाना था। à¤à¤¸à¥‡ में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने निरà¥à¤£à¤¯ लिया कि उनका पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ शरीर बजाय किसी सरकारी हवाई साधन के निजी हवाई सेवा के माधà¥à¤¯à¤® से ले जाया जाà¤à¤—ा और उसका खरà¥à¤šà¤¾ निजी तौर पर वह वहन करेंगे। इसके लिठà¤à¤• निजी कारà¥à¤—ो कंपनी से संपरà¥à¤• किया गया और फिर पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ शरीर उसी के माधà¥à¤¯à¤® से गोंदिया ले जाया गया जहां पर उनका अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° किया जाà¤à¤—ा। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में राजनेताओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सरकारी संसाधनों की की जा रही दà¥à¤°à¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— की कई कहानियां सामने आती रहती है, लेकिन à¤à¤¸à¥‡ समय में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने यह उदाहरण पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करके न केवल à¤à¤• मिसाल पेश की है बलà¥à¤•à¤¿ आम जनता को यह बताने की à¤à¥€ कोशिश की है कि आम जनता की गाढ़ी कमाई केवल और केवल जनता के हित के लिठपà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— होती है और शिवराज उसी के लिठलगातार कृत संकलà¥à¤ªà¤¿à¤¤ हैं।