Homeअपना शहर ,प्रमुख खबरे,slider news,
विधायक डॉ सिकरवार ने विधानसभा में उठाये यह महत्वपूर्ण मुद्दे

ग्वालियर। काॅग्रेस के वरिशष्‍ठ नेता एवं ग्वालियर पूर्व से विधायक डाॅ. सतीश सिंह सिकरवार ने आज विधानसभा में समग्र स्वच्छता अभियान पर इस साल में पंचायतों में कितनी राशि खर्च होने, जे.ए.एच में एक हजार बिस्तर निर्माण की समय सीमा क्या तय है और लोकनिर्माण विभाग से जुडे़ मामले पर सड़क निर्माण तथा ग्वालियर की राज्य महिला हाॅकी अकादमी में फिजियोथैरेपिस्ट की नियुक्ति का सवाल उठाया। संबंधित सवालों के मंत्रियों द्वारा जबाब दिए गए है।

विधायक डाॅ. सतीश सिंह सिकरवार द्वारा पंचायत मंत्री डाॅ. महेन्द्र सिंह सिसौदिया से पूछा गया कि ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र की पंचायतो में वर्ष 2011 से जनवरी 2021 तक समग्र स्वचछता अभियान में कितनी राशि कितनी पंचायतो पर खर्च की गई वर्ष वार, पंचायतो के नाम सहित जानकारी दी जावें। क्या सही है कि ग्रामीण क्षेत्र की अनुसूचित जनजाति पंचायतो में समग्र स्वच्छता अभियान में की राशि का अत्याधिक अपव्यय हुआ है, जितना कार्य होना उतना कार्य नही किया गया है। अधिकारी कर्मचारियों द्वारा कार्य की गुणवत्ता की कोई माॅनिटरिंग नही की गई जानकारी दी जावें। उक्त अवधि में कितनी अनुसूचित जनजाति को पंचायतो में कितने कार्य स्वीकृत हुए व कितने कार्य पूर्ण व कितने अपूर्ण है अुनसूचित जनजाति पंचायतो के नाम पूर्ण अपूर्ण कार्यो के नाम सहित जानकारी दी जावें। क्या यह सही है कि अनेक षिकायतों के बावजूद अधिकारी कर्मचारियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों पर कार्यवाही नही की गई है क्यो। विधायक डाॅ.सिकरवार के सवाल के जबाब में पंचायत मंत्री डाॅ. महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने कहा कि ग्वालियर (ग्रामीण) क्षेत्रांतर्गत समग्र स्वच्छता अभियान/निर्मल भारत अभियान/स्वच्छ भारत मिशन के तहत 297 ग्राम पंचायतों पर राशि रूपये 7593.13 लाख खर्च की गई। वर्षवार, पंचायतों के नाम साहित जानकारी पुस्तकालय में रखे परिशिष्‍ट के प्रपत्र-अ अनुसार है। जी नही, स्वीकृत शौचालयों में से 130 शौचालय अपूर्ण पाये गये है, जानकारी पुस्तकालय में रखे परिशिष्‍ट के प्रपत्र-ब अनुसार है, जी नही, अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा समय पर गुणवत्ता की माॅनिटरिंग की गई है। आरक्षित अवधि वर्ष 2010-15 में कुल 13 पंचायतों में 1631 कार्य स्वीकृत होकर 1501 पूर्ण 130 अपूर्ण है एवं आरक्षित अवधि वर्ष 2015-2020 (वर्तमान तक) में कुल 15 पंचायतो में 4575 कार्य स्वीकृत होकर पूर्ण हुये। जानकारी पुस्तकालय में रखे परिशिष्‍ट के प्रपत्र-ब अनुसार है। जी नही अपूर्ण एवं अनियमितता के लिये 08 ग्राम पंचायतों के संबधित आधिकारी/कर्मचारी/पंचायत प्रतिनिधियों के विरूद्ध सक्षम कार्यवाही की गई है। जानकारी पुस्तकालय में रखे परिशिष्‍ट के प्रपत्र-स अनुसार है।

     à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¯à¤• डाॅ. सिकरवार ने दूसरा सवाल उठाते हुये कहा कि क्या यह सही है कि ठाठीपुर (ग्वालियर) से सिविल अस्पताल से चम्बल काॅलोनी तक की 1200 मीटर का सड़क का टुकड़ा लोक निर्माण, जल संसाधन, नगर निगम के विवाद में कई वर्षो से उलझा हुआ है जनवरी 2021 में इस विवाद की क्या स्थिति है जानकारी दी जावें। उक्त सड़क मार्ग से कृष्‍णा विहार, न्यू दर्पण काॅलोनी, चम्बल काॅलोनी, सिटी सेन्टर, हर्ष नगर, सचिन तेन्दुलकर मार्ग, लिंक रोड़ सहित आठ पाॅश काॅलोनी से मुख्य बाजाार का टे्रफिक निकलता है इतनी बड़ी जनसंख्या वाले क्षेत्र की सड़क का निर्माण नही होना अधिकारियों की अनदेखी का प्रमाण है, शासन ने क्या कार्यवाही की है जानकारी दी जावे। क्या यह सही है कि उक्त सड़क मार्ग के निर्माण का विवाद पिछले पांच वर्ष में तीनों विभाग हल नही कर सके है क्यो? शासन कब तक उक्त मार्ग के विवाद को समाप्त कर सड़क बनाने हेतु निर्णय कर सकेगा समय सीमा बताई जावें। विधायक डाॅ. सिकरवार के सवाल का जबाब देते हुये लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि कार्यपाल यंत्री हरसी जल संसाधन विभाग संभाग डबरा से प्राप्त उत्तर पुस्तकालय में रखे परिशिष्‍ट अनुसार है।

     à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¯à¤• डाॅ. सिकरवार ने तीसरा सवाल उठाते हुये कहा कि ग्वालियर की राज्य महिला हाॅकी एकेडमी के माध्यम से वर्ष 2019-20 में किन प्रतियोगिताओं में कहां-कहां महिला हाॅकी टीम ने भाग लिया जानकारी दी जावें। क्या यह सही है कि पूर्व में महिला हाॅकी खिलाड़ियों को चोट लगने पर उनकी फिजियाथैरेपी हेतु भोपाल पटियाला जाना पड़ता था या वीडियों काॅलिंग पर उन्ही की सलाह पर ग्वालियर में ही उनकी चिकित्सा होती थी जानकारी दी जावें। क्या यह भी सही है कि जनवरी 2021 में महिला हाॅकी खिलाड़ियों की प्रैक्टिस मैच में चोट लगने से खिलाड़ियों की फिजियोथैरेपी की व्यवस्था ग्वालियर में ही की गई है इस हेतु कितने फिजियोथैरेपिस्ट नियुक्त किये गये है उनकी निुयक्ति दिनांक चिकित्सको के नाम सहित जानकारी दी जावें। विधायक डाॅ. सिकरवार के सवाल का जबाब देते हुये खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि महिला हाॅकी टीम ने वर्ष 2019-2020 में जिन प्रतियोगिताओं में भाग लिया उसकी जानकारी संलग्न परिशिष्‍ट अनुसार है। महिला हाॅकी अकादमियों की खिलाडियों को साधरण चोट लगने पर अकादमी में ही फिजियोथैरेपिस्ट की व्यवस्था उपलब्ध है। गंभीर चोट लगने पर खिलाडियों को भोपाल में विभागीय मेडिसिन सेंटर भेजा जाता है। महिला हाॅकी खिलाडियों को प्रैक्टिस मैच के दौरान चोट लगने से खिलाडियों की फिजियोथैरेपी की व्यवस्था ग्वालियर में ही की गई है, इस हेतु 01 फिजियोथेरेपिस्ट(ग्रेड-ई) श्रीमती प्रीति यादव की नियुक्ति दिनांक 05.08.2019 से की गई है।

    विधायक डाॅ. सिकरवार ने चौथा सवाल उठाते हुये कहा कि ग्वालियर के जयारोग्य परिसर में एक हजार बिस्तर के अस्पताल निर्माण कार्य की अवधि कब से कब तक नियत की गई थी, जनवरी 2021 तक निर्माण की क्या प्रगति है पूर्ण जानकारी दी जावें। क्या यह सही है कि कार्य की धीमी गति के कारण जो समय अवधि निर्माता कम्पनी को दी है उस अवधि में कार्य पूर्ण होना संभव नही है। समय सीमा में कार्य पूर्ण नही होने की दशा में निर्माता कम्पनी को दी है उस अवधि में कार्य पूर्ण होना संभव नही है, समय सीमा में कार्य पूर्ण नही होने की दशा में निर्माता कम्पनी पर पेनल्टी लगाई जावेगी जानकारी दी जावें। क्या यह सही है कि एक हजार बिस्तर वाले अस्पताल निर्माण में निर्माता ऐजेन्सी द्वारा चम्बल अभ्यारण में प्रतिबंधित रेत का उपयोग किया जा रहा है, क्यो उक्त निर्माण में कहां से रेत उपयोग की शर्ते थी क्या जांच कर कार्यवाही की जावेगी जानकारी दी जावें। विधायक डाॅ. सिकरवार के सबाल का जबाब देते हुये लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि निर्माण कार्य की अवधि दिनांक 17.12.2018 से 16.06.2021 तक जनवरी 2021 तक ब्लाॅक-सी में लगभग 60 प्रतिशत ब्लाॅक-बी में 40 प्रतिशत ब्लाॅक-ए में 40 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। कार्य की धीमी गति का जबाब देते हुये कहा कि जी हाॅ गुण-दो के आधार पर निर्धारित की जायेगी। चम्बल अभ्यारण से रेत आने का जबाब देते हुये कहा कि जी नही, प्रशन ही उपस्थित नही होता। इस निर्माण अनुबंध में किसी विशिष्‍ट स्थल का प्रावधान नही है। प्रशन उपस्थित नही होता।

Share This News :