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चंबल संभाग में 5 लाख 41 हजार 600 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल लेने की तैयारी

चंबल संभाग में 5 लाख 41 हजार 600 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल लेने की तैयारी की गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 25 हजार 56 हेक्टेयर क्षेत्र अधिक है। पिछले वर्ष 5 लाख 16 हजार 04 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल की पूर्ति की गई थी।   

    à¤šà¤‚बल संभाग के कमिश्नर श्री आशीष सक्सेना ने पिछले दिनों कृषि उत्पादन आयुक्त की आयोजित हुई बैठक का हवाला देते हुये बताया कि चंबल संभाग के मुरैना जिले में 2 लाख 27 हजार 90 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की फसल लेना प्रस्तावित है। इस वर्ष खरीफ में 5 हजार 14 हेक्टेयर क्षेत्र में बढ़ौत्री की गई है, पिछले वर्ष मुरैना जिले में 2 लाख 22 हजार 76 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल ली गई थी। इसी तरह भिण्ड जिले में इस वर्ष 1 लाख 69 हजार 80 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल लेने की तैयारी की गई है। इस वर्ष भिण्ड में खरीफ फसल क्षेत्र में 13 हजार 46 हेक्टेयर क्षेत्र की बढ़ौत्री की गई है। पिछले वर्ष भिण्ड जिले में 1 लाख 53 हजार 34 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल ली गई थी।  
    à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤ªà¥à¤° जिले में इस वर्ष 1 लाख 43 हजार 90 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल लेना प्रस्तावित की गई है। इस वर्ष जिले में 4 हजार 51 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल की बढ़ौत्री की गई है। पिछले वर्ष जिले में 1 लाख 39 हजार 39 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल ली गई थी।
    à¤šà¤‚बल संभाग में इस वर्ष खरीफ अभियान के दौरान 72 हजार 90 हेक्टेयर क्षेत्र में धान, 4 हजार 30 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का, 22 हजार 15 हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार, 28 हजार 40 हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, 7 हजार 80 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग, 10 हजार 70 हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर, 56 हजार 30 हेक्टेयर क्षेत्र में तिल, 1 हजार 20 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंगफली, 30 हजार 60 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन, 2 लाख 76 हजार 30 हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरा, 13 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार, 15 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना और 17 हजार 80 हेक्टेयर क्षेत्र में अन्य फसलें लेना प्रस्तावित है।
    à¤®à¥à¤°à¥ˆà¤¨à¤¾ जिले में खरीफ फसल अभियान के दौरान सर्वाधिक 1 लाख 74 हजार 30 हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरा, 10 हजार 50 हेक्टेयर हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार, 3 हजार 90 हेक्टेयर क्षेत्र में धान, 10 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का, 1 हजार 15 हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार, 3 हजार 90 हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, 1 हजार 80 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग, 7 हजार 80 हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर, 12 हजार 30 हेक्टेयर क्षेत्र में तिल, 50 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंगफली, 1 हजार 10 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन, 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना और 10 हजार 50 हेक्टेयर क्षेत्र में अन्य फसलें लेना प्रस्तावित है।
    à¤­à¤¿à¤£à¥à¤¡ जिले में 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान, 20 हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार, 4 हजार 20 हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, 4 हजार 50 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग, 1 हजार 50 हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर, 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में तिल, 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरा और 4 हजार 30 हेक्टेयर क्षेत्र में अन्य फसलें लेना प्रस्तावित की गई है।  
    à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤ªà¥à¤° जिले में 44 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान, 4 हजार 20 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का, 1 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार, 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, 1 हजार 50 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग, 1 हजार 40 हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर, 14 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में तिल, 70 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंगफली, 29 हजार 50 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन, 22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरा, 2 हजार 50 हेक्टेयर क्षेत्र में ग्वार, 10 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना और 3 हेक्टेयर क्षेत्र में अन्य फसलें ली जायेगी।  

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