कोविड-19 के लकà¥à¤·à¤£ आते ही चिकितà¥à¤¸à¤• से लें परामरà¥à¤¶ - कलेकà¥à¤Ÿà¤° बी. कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯à¤¨
मà¥à¤°à¥ˆà¤¨à¤¾. कलेकà¥à¤Ÿà¤° शà¥à¤°à¥€ बी. कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯à¤¨ ने कहा है कि कोविड-19 वैकà¥à¤¸à¥€à¤¨à¥‡à¤¶à¤¨ के साथ-साथ मासà¥à¤• लगाना, दो गज की दूरी बनाये रखना, हाथों को सेनेटाइज करना या साबà¥à¤¨ और पानी से हाथ धोना, à¤à¥€à¤¡ à¤à¤°à¥€ जगह पर ना जाना आदि की दी है।
कलेकà¥à¤Ÿà¤° शà¥à¤°à¥€ कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯à¤¨ ने कोविड-19 के वारà¥à¤¡ व टीकाकरण कराने आने वाले लोगों को सलाह दी है कि à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जो बà¥à¤²à¤¡ पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤°, डायबिटीज, किडनी, असà¥à¤¥à¤®à¤¾, कैंसर आदि से पीडि़त हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सरà¥à¤¦à¥€, जà¥à¤–ाम, खांसी, बà¥à¤–ार, सांस लेने में तकलीफ, सिर दरà¥à¤¦, à¤à¥‚ख न लगना, दसà¥à¤¤ लगना आदि के लकà¥à¤·à¤£ होने पर वे अपने घर पर ही पारंपरिक उपचार लेते हैं। ठीक होने की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ में 5 से 7 दिन गà¥à¤œà¤¾à¤° देते हैं, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ लाठहोने के बजाय उनकी बीमारी और जटिल हो जाती है। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ करना पड़ता है, à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में कोविड-19 जांच पॉजिटिव आती है तो उपचार और जटिल हो जाता है। à¤à¤¸à¥‡ मरीजों को ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ सपोरà¥à¤Ÿ या आईसीयू में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ कर उपचार करना पड़ता है। à¤à¤¸à¥‡ बीमारियों से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सलाह दी है कि वे सरà¥à¤¦à¥€, खांसी, बà¥à¤–ार, सांस लेने में तकलीफ, सिर दरà¥à¤¦, हाथ पैरों में दरà¥à¤¦, शरीर में à¤à¤ न, à¤à¥‚ख न लगना, खाने व सूंघने में सà¥à¤µà¤¾à¤¦ का पता न लगना आदि लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ के आते ही चिकितà¥à¤¸à¤• से परामरà¥à¤¶ लेकर आवशà¥à¤¯à¤• जांच करवाकर समय रहते पूरà¥à¤£ उपचार लेकर सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ हो जिससे वे समय पर परिवार को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रख सकें।