विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठअचà¥à¤›à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ और सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ दोनों महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ : मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ चौहान
गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° । मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान ने कहा है कि विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठअचà¥à¤›à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ और सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, दोनों ही हमारे लिठमहतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ हैं। पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में कोरोना संकà¥à¤°à¤®à¤£ को देखते हà¥à¤ धीरे-धीरे हमने ककà¥à¤·à¤¾à¤à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकी हैं। नवीं à¤à¤µà¤‚ दसवीं की ककà¥à¤·à¤¾à¤à¤‚ à¤à¥€ 5 अगसà¥à¤¤ से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकी जा रही हैं। अà¤à¥€ ये ककà¥à¤·à¤¾à¤à¤ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में दो-दो दिन ही लगेगी।
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान ने कहा कि कोरोना काल में सà¥à¤•à¥‚ल, कॉलेज तो बंद थे, परनà¥à¤¤à¥ शिकà¥à¤·à¤£ कारà¥à¤¯ निरंतर चलता रहा। फिर चाहे वो ऑनलाइन कà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥‡à¤¸ हों अथवा टीवी कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®, रेडियो, वाटà¥à¤¸à¤à¤ª गà¥à¤°à¥à¤ª आदि के माधà¥à¤¯à¤® से हों। इसमें अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• और शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ ने à¤à¥€ अपनी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆ है।
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ शिवराज सिंह चौहान ने आज ‘विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ संवाद कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®’ में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ निवास से विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€, शिकà¥à¤·à¤• à¤à¤µà¤‚ अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ से वरà¥à¤šà¥à¤…ल चरà¥à¤šà¤¾ की। संवाद कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में सà¥à¤•à¥‚ल शिकà¥à¤·à¤¾ राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ (सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°) शà¥à¤°à¥€ इंदर सिंह परमार à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ लकà¥à¤·à¥à¤¯ करें निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान ने कहा कि विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अपना लकà¥à¤·à¥à¤¯ निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ करना चाहिà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को अपने लकà¥à¤·à¥à¤¯ को अरà¥à¤œà¥à¤¨ की तरह सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करने के लिठकहा। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तीरंदाजी के पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ के समय गà¥à¤°à¥ दà¥à¤°à¥‹à¤£à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ के यह पूछने पर कि उसे कà¥à¤¯à¤¾ दिखाई दे रहा है, अरà¥à¤œà¥à¤¨ ने कहा था कि उसे न पेड़ दिखाई दे रहा है और न चिड़िया, उसे सिरà¥à¤« चिड़िया की आà¤à¤– दिखाई दे रही है, उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤¤ होकर अपनी पà¥à¤¾à¤ˆ करनी चाहिà¤à¥¤
हमारा घर - हमारा विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान ने कहा कि इस चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€à¤ªà¥‚रà¥à¤£ समय में को-à¤à¤œà¥à¤•à¥‡à¤Ÿà¤° के रूप में अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ की à¤à¥‚मिका और अधिक बॠजाती है। आप लोग परिवार में पà¥à¤¾à¤ˆ के लिठअनà¥à¤•à¥‚ल माहौल बनाà¤à¤ और "हमारा घर - हमारा विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯" की परिकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ को साकार करें। अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ से जीवंत संपरà¥à¤• बनाठरखें और बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को पà¥à¤¾à¤ˆ के साथ खेलकूद, वà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤®, पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤¯à¤¾à¤® आदि फिजिकल à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤µà¤¿à¤Ÿà¥€ à¤à¥€ कराते रहें।
माता-पिता हैं पहले शिकà¥à¤·à¤•
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान ने कहा कि बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के पहले शिकà¥à¤·à¤• माता-पिता ही होते हैं। आप उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कैसे संसà¥à¤•à¤¾à¤° देते हैं, यह बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ तय करता है। मà¥à¤à¥‡ याद है कि मेरे दोनों बेटों के जनà¥à¤® के बाद मैंने उनके कान में सबसे पहले गायतà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ था। आज à¤à¥€ मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धारà¥à¤®à¤¿à¤• गà¥à¤°à¤‚थों के अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करता रहता हूà¤à¥¤
नवमà¥à¤¬à¤° में ‘नेशनल अचीवमेंट सरà¥à¤µà¥‡’
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान ने कहा कि नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति के तहत नवमà¥à¤¬à¤° में à¤à¤¨.à¤.à¤à¤¸ (राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ उपलबà¥à¤§à¤¿ सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£) à¤à¥€ आयोजित किया जायेगा, जिसमें मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ राजà¥à¤¯ को टॉप 10 में लाने का लकà¥à¤·à¥à¤¯ रखें। नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति में वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ पर अधिक जोर दिया गया है। विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को विशà¥à¤µ-सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ और गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤£ शिकà¥à¤·à¤¾ उपलबà¥à¤§ कराने के लिठ‘कलà¥à¤šà¤° ऑफ à¤à¤•à¥à¤¸à¥€à¤²à¥‡à¤‚स’ विकसित करने और फà¥à¤¯à¥‚चर जॉबà¥à¤¸ के लिठतैयार करने की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में सीà¤à¤® राइज सà¥à¤•à¥‚ल खोले जायेंगे।
अपने सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ का à¤à¥€ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान ने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से कहा कि पà¥à¤¾à¤ˆ के साथ अपने सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ का à¤à¥€ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें। अचà¥à¤›à¤¾ à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯à¤µà¤°à¥à¤§à¤• à¤à¥‹à¤œà¤¨ करें। à¤à¥‹à¤œà¤¨ तीन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का करें। हित à¤à¥‹à¤—- जो हितकारी हो, मित à¤à¥‹à¤—- जो à¤à¥‚ख से कम खाया जाठऔर ऋतॠà¤à¥‹à¤—- जो मौसम के अनà¥à¤°à¥‚प हो।
“गà¥à¤œà¤°à¤¾ जमाना बचपन का..........”
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान ने “गà¥à¤œà¤°à¤¾ जमाना बचपन का” पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ गाते हà¥à¤ कहा कि मà¥à¤à¥‡ आज à¤à¥€ अपने बचपन के दोसà¥à¤¤, अपने टीचर, शैतानियाठऔर खान-पान सब याद आता है। हम à¤à¥€ सà¥à¤•à¥‚ल में बेर, कबीट, आम आदि खाया करते थे। आज आप लोग पिजà¥à¤œà¤¾, बरà¥à¤—र, कोलà¥à¤¡ डà¥à¤°à¤¿à¤‚क जैसे जंक फूड जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ खा रहे हैं, जो सेहत के लिठनà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨à¤¦à¤¾à¤¯à¤• हैं। आप ये खायें, परंतॠकà¤à¥€ कà¤à¥€à¥¤
संवाद कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान ने विदिशा की कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ आसà¥à¤¥à¤¾ तिवारी, दमोह के पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤‚त, जबलपà¥à¤° की मानà¥à¤¯à¤¾ साहू, रायसेन के मोहित शरà¥à¤®à¤¾ à¤à¤µà¤‚ à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² की शà¥à¤°à¥à¤¤à¤¿ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ से चरà¥à¤šà¤¾ की। पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सचिव सà¥à¤•à¥‚ल शिकà¥à¤·à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ रशà¥à¤®à¥€ अरूण शमी ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की रूपरेखा रखी। संचालक राजà¥à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¾ केंदà¥à¤° शà¥à¤°à¥€ à¤à¤¸. धनराजू à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।