अमित शाह-अमरिंदर की मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ , 45 मिनट चली बैठक में किसान आंदोलन और नठकृषि कानून वापस लेने पर की बात
पंजाब के CM की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ छोड़ने के बाद कैपà¥à¤Ÿà¤¨ अमरिंदर सिंह की दिलà¥à¤²à¥€ में केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ गृह मंतà¥à¤°à¥€ अमित शाह से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ खतà¥à¤® हो गई है। शाह के आवास पर यह बैठक करीब 45 मिनट चली। इस दौरान लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन पर चरà¥à¤šà¤¾ की। साथ ही नठकृषि कानूनों को वापस लेने और MSP की गारंटी देने की मांग की। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ के मीडिया सलाहकार रवीन ठà¥à¤•à¤°à¤¾à¤² ने इस संबंध में टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ किया है।
हालांकि चरà¥à¤šà¤¾ है कि गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को कोई बड़ा कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸à¥€ नेता à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ में शामिल हो सकता है। इसे कैपà¥à¤Ÿà¤¨ से जोड़कर देखा जा रहा है। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ मंगलवार को दिलà¥à¤²à¥€ पहà¥à¤‚चे थे। इसके बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने किसी राजनीतिक वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ से इनकार किया था। फिर à¤à¥€ अब वह शाह से मिलने गठहैं। चरà¥à¤šà¤¾ है कि अमरिंदर को à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ के रासà¥à¤¤à¥‡ सरकार में à¤à¥€ ला सकती है और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कृषि मंतà¥à¤°à¥€ बनाया जा सकता है।
पंजाब में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ नवजोत सिंह सिदà¥à¤§à¥‚ के इसà¥à¤¤à¥€à¤«à¥‡ के बाद उलà¤à¥€ हà¥à¤ˆ है। à¤à¤¸à¥‡ में कैपà¥à¤Ÿà¤¨ की इस मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ ने पंजाब में सियासी गरà¥à¤®à¤¾à¤¹à¤Ÿ को और बà¥à¤¾ दिया है। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ का दिलà¥à¤²à¥€ दौरा पंजाब की सियासत के मायने से काफी अहम है। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ को अपमानित होकर CM की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ छोड़नी पड़ी। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ रहते वह अकà¥à¤¸à¤° पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी और गृह मंतà¥à¤°à¥€ अमित शाह से मिलते रहे हैं। हालांकि अब यह मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ हो रही है तो इसके सीधे सियासी मायने लगाठजा रहे हैं।
कृषि कानून वापसी के जरिठबनेगी कैपà¥à¤Ÿà¤¨ की राह
कैपà¥à¤Ÿà¤¨ अमरिंदर सिंह की अमित शाह से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ के बाद अब कई तरह की चरà¥à¤šà¤¾à¤à¤‚ शà¥à¤°à¥‚ हो गई हैं। सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की मानें तो अब कृषि सà¥à¤§à¤¾à¤° कानून कैपà¥à¤Ÿà¤¨ के लिठबड़ा टासà¥à¤• हो सकता है। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ अब कानून को लेकर आंदोलनकारी किसानों से मिल सकते हैं। इसे केंदà¥à¤° सरकार और संयà¥à¤•à¥à¤¤ किसान मोरà¥à¤šà¤¾ के बीच मधà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¥à¤¤à¤¾ से जोड़कर à¤à¥€ देखा जा रहा है। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ यह काम पहले करेंगे या फिर केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ कृषि मंतà¥à¤°à¥€ के तौर पर करेंगे, इसको लेकर चरà¥à¤šà¤¾à¤à¤‚ जारी हैं।
शà¥à¤°à¥‚ से किसान आंदोलन के समरà¥à¤¥à¤¨ में रहे
कैपà¥à¤Ÿà¤¨ शà¥à¤°à¥‚ से ही किसान आंदोलन के समरà¥à¤¥à¤¨ में रहे हैं। पंजाब में आंदोलन करीब à¤à¤• महीने तक शांतिपूरà¥à¤£ ढंग से चलता रहा। इसके बाद किसान दिलà¥à¤²à¥€ गठतो कैपà¥à¤Ÿà¤¨ ने कोई रोक-टोक नहीं की। यहां तक कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने केंदà¥à¤° सरकार के किसानों को रोकने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ को à¤à¥€ ठà¥à¤•à¤°à¤¾ दिया। किसानों के साथ कैपà¥à¤Ÿà¤¨ के रिशà¥à¤¤à¥‡ à¤à¥€ अचà¥à¤›à¥‡ हैं। जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने धरने के बाद गनà¥à¤¨à¥‡ की कीमतें बà¥à¤¾à¤ˆ तो à¤à¥€ संयà¥à¤•à¥à¤¤ किसान मोरà¥à¤šà¤¾ नेताओं बलबीर राजेवाल, मनजीत सिंह राय व अनà¥à¤¯ नेताओं ने लडà¥à¤¡à¥‚ खिलाकर उनका सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। उसके बाद सियासी तौर पर इसकी खूब चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆ थी।
à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ को बता चà¥à¤•à¥‡ हैं विकलà¥à¤ª
कैपà¥à¤Ÿà¤¨ ने CM की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ छोड़ी तो बड़ा सवाल था कि उनका सियासी à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ होगा? कैपà¥à¤Ÿà¤¨ से सीधे तौर पर à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ में शामिल होने के बारे में à¤à¥€ पूछा गया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सब विकलà¥à¤ª खà¥à¤²à¥‡ हैं। वह इसके बारे में सोच रहे हैं। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ का इससे पहले 2017 में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ हाईकमान से टकराव हà¥à¤† था। तब कैपà¥à¤Ÿà¤¨ ने जाट महासà¤à¤¾ बनाकर कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ काे चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ दी थी। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ ने बाद में इसका खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ किया था कि वो à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ में जाने का मन बना चà¥à¤•à¥‡ थे।
कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ छोड़ने के बाद सिदà¥à¤§à¥‚ और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ हाईकमान पर किया था हमला
कैपà¥à¤Ÿà¤¨ ने कहा था कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपमानित होकर मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ छोड़नी पड़ी। इसके बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नवजोत सिंह सिदà¥à¤§à¥‚ पर बड़ा हमला किया था। सिदà¥à¤§à¥‚ को à¤à¤‚टी नेशनल बताते हà¥à¤ à¤à¤²à¤¾à¤¨ कर दिया कि वो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पंजाब का CM नहीं बनने देंगे। सिदà¥à¤§à¥‚ को जीतने से रोकने के लिठमजबूत कैंडिडेट उतारेंगे। वहीं, राहà¥à¤² गांधी और पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का गांधी को अनà¥à¤à¤µà¤¹à¥€à¤¨ तक बता दिया था। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ ने कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के वरिषà¥à¤ नेताओं अजय माकन और केसी वेणà¥à¤—ोपाल पर à¤à¥€ हमला किया था। तà¤à¥€ कयास लगाठजा रहे थे कि वो सियासत में नई पारी शà¥à¤°à¥‚ करने जा रहे हैं।
PM और शाह के करीबी हैं कैपà¥à¤Ÿà¤¨
कैपà¥à¤Ÿà¤¨ अमरिंदर सिंह पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी और गृह मंतà¥à¤°à¥€ अमित शाह के करीबी समà¤à¥‡ जाते हैं। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के शीरà¥à¤· नेतृतà¥à¤µ को कैपà¥à¤Ÿà¤¨ का राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤² खूब पसंद है। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर कैपà¥à¤Ÿà¤¨ कई बार पारà¥à¤Ÿà¥€ लाइन तोड़ चà¥à¤•à¥‡ हैं। जब à¤à¥€ देश व सेना की बात आती है तो कैपà¥à¤Ÿà¤¨ केंदà¥à¤° की मोदी सरकार के साथ खड़े हो जाते हैं। कैपà¥à¤Ÿà¤¨ CM रहते जब à¤à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ गठतो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ या गृह मंतà¥à¤°à¥€ से मिलने में कोई परेशानी नहीं होती थी।