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न आ है और न शीश
नेताजी को चटकीले -भड़कीले पहनना पसंद है .मंत्रियों की जी हजूरी के अलाबा इनका कोई शोक नहीं है .जनता में इनकी लोकप्रियता शून्य है .फिर भी चुनाव लड़ने की दम्भ भर रहे हैं.इनके साथी कहते हैं की न आ है और न शीश काहे पर चुनाव लड़ेगा .