लोकायुक्त टीम ने दो बाबुओं को रिश्वत लेते पकड़ा

भोपाल। लोकायुक्त की दस सदस्यीय पुलिस टीम सोमवार शाम पांच बजे कोलार के रतनपुर वृत और बैरागढ़ चीचली वृत नायब तहसीलदार के कार्यालय में पहुंच गई। लोकायुक्त टीम ने एक साथ दो बाबुओं को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
दोनों ने नामातंरण के प्रकरण जानबूझकर रिश्वत के लिए लटकाकर रखे थे। इसमें रतनपुर वृत का बाबू फोती नामांतरण के 50 हजार रूपये की रिश्वत मांग रहा था और बैरागढ़ चीचली वृत का नायब तहसीलदार 15 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। दोनों को एक ही साथ एक समय पर एक बिल्डिंग में रिश्वत लेते पकड़ा गया है। दोनों के खिलाफ अलग - अलग शिकायत हुई थी।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक मनू प्यास के मुताबिक तहसील कार्यालय कोलार के रतनपुर वृत की नायब तहसीलदार शिवांगी खरे के बाबू लक्ष्मी नारायण मिश्रा के विरूद्ध सचिन सेन निवासी मिसरोद ने शिकायत की कि उनके परिचित ओमप्रकाश मीना और बबलू मीना निवासी तहसील कोलार के फोती नामांतरण के प्रकरण नायब तहसीलदार शिवांगी खरे की कोर्ट में छह माह से लंबित थे।इन प्रकरण में नायब तहसीलदार के कार्यालय में पदस्थ बाबू लक्ष्मीनारायण मिश्रा नायब तहसीलदार को देने के नाम से एक फाइल के 50 हजार रुपये रिश्वत के मांग रहे हैं। बिना रिश्वत लिए फाइल रोककर रखी थी। शिकायत का सत्यापन पुलिस अधीक्षक ने निरीक्षक रजनी तिवारी से करवाया। आवेदक की शिकायत सही पाने पर लोकायुक्त की टीम ने सोमवार शाम पांच बजे कोलार तहसील में नायब तहसीलदार शिवांगी खरे के रीडर लक्ष्मीनारायण मिश्रा को 50 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो पकड़ा।
एसपी मनू प्यास ने बताया कि दूसरी शिकायत ओमप्रकाश पाटीदार वार्ड नंबर 52 पटेल सदन मिसरोद ने की थी। उसमें उन्होंने बताया कि नयापुरा कोलार मीना बिष्ट निवासी नयापुरा कोलार की भूमि का नामांतरण का केस नायब तहसीलदार बैरागढ़ चीचली आदित्य झंगाले के यहां लंबित था।
इन फाइलों में नामांतरण आदेश कराने के एवज में नायब तहसीलदार झंगाले के कार्यालय में पदस्थ बाबू सौदान सिंह द्वारा 15 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा था । शिकायत का सत्यापन सही पाए जाने पर सोमवार को टीम ने बाबू सौदान सिंह को 12 हजार रूपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा ।लोकायुक्त की टीम में डीएसपी संजय शुक्ला, डीएसपी वीरेन्द्र सिंह,और निरीक्षक नीलम पटवा समेत 10 सदस्य शामिल थे। आरोपित बाबू सौदान सिंह ने रूपये लेकर पेंट की जेब में रख लिए थे। साक्ष्य जमा करने के लिए लोकायुक्त ने कार्यालय में सौदान सिंह पेंट उतारकर उसकी जांच की तो पेंट की जेब रंग गई। दोनों बाबुओं पर प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।