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कई घरों को लगाई आग, हिंसा बढ़ी

मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद मणिपुर के साथ-साथ पड़ोसी राज्य मिजोरम में भी हालात बिगड़ने की आंशका जताई जा रही है। यहां रहने वाले मैतेई समुदाय के सैकड़ों लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। ये लोग असम और मणिपुर लौट रहे हैं। सरकार ने भी इनके लिए विशेष फ्लाइट सर्विस शुरू की है। उधर, मणिपुर के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। यहां चुराचांदपुर और इंफाल के पास मैतेई और कुकी समुदाय के बीच शनिवार को रातभर फायरिंग हुई। इस दौरान ऑटोमैटिक रायफल्स, पॉम्पी गन्स और अन्य विस्फोटकों से हमला किया गया। बिष्णुपुर में भीड़ ने एक स्कूल और कई घरों में आग लगा दी। मौके पर सुरक्षाबलों के जवान तैनात हैं। इसके अलावा थोरबुंग, कांगवाय के अंदरूनी इलाकों में भी फायरिंग हो रही है। मणिपुर के पड़ोसी राज्य मिजोरम में रहने वाले मैतेई समुदाय के लोग घबराए हुए हैं। आंकड़ों को देखें तो यहां करीब 10 हजार से अधिक मैतेई समुदाय के लोग हैं। मिजोरम में रहने वाले कुकी समुदाय के लोगों ने 24 जुलाई को आईजोल में बड़ी रैली करने का एलान किया है। ऐसे में यहां रहने वाले मैतेई समुदाय के लोगों को डर है कि इस रैली के बाद कहीं उन्हें भी निशाना न बनाया जाए। यही कारण है कि दहशत के चलते इन लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। वे मणिपुर और असम वापस लौट रहे हैं। मिजोरम सरकार ने मैतेइयों की सुरक्षा के लिए राजधानी आइजोल में चार बटालियन कैंप बनाए हैं। मणिपुर-मिजोरम सीमा पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। मिजोरम के पूर्व उग्रवादी संगठन पामरा ने मणिपुर से वीडियो सामने आने के बाद यहां रहने वाले मैतेइ समुदाय के लोगों को सतर्कता बरतने की एडवाइजरी जारी की थी। शनिवार देर शाम को मिजोरम सरकार ने पामरा संगठन के प्रतिनिधियों से बातचीत की। पामरा ने कहा कि हमने मिजोरम में रहने वाले मैतेइयों को जाने के लिए नहीं कहा है। मिजो सरकार ने कहा कि हम मणिपुर पर नजर बनाए हुए हैं। 

मणिपुर से पलायन कर रहे कुकी समुदाय के लोगवहीं, कुकी समुदाय के लोग भी मणिपुर से पलायन करके मिजोरम पहुंच रहे हैं। मिजोरम सरकार के अनुसार, अब तक 12,584 कुकी राज्य में आ चुके हैं।चार मई चार लड़कियों के साथ हुआ था गैंगरेप

चार मई को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। उस दिन दो नहीं, बल्कि चार लड़कियों के साथ गैंगरेप की बात सामने आ रही है। आरोप है कि उसी दिन कांगपोकपी जिले के कोनुंग ममांग इलाके में दो अन्य लड़कियों के साथा गैंगरेप हुआ और उनकी हत्या कर दी गई। अभी तक पुलिस को दोनों लड़कियों के शव  बरामद नहीं हुए हैं। 

पीड़ितों के साथ काम करने वाले एक शख्स ने मीडिया के सामने ये बात बताई। रिपोर्ट के मुताबिक, एक लड़की की उम्र 21 और दूसरी की 24 साल थी। दोनों गैराज में काम करती थीं। उस दिन भीड़ में महिलाएं भी आई थीं। उन महिलाओं ने ही भीड़ में मौजूद मर्दों से उनसे दुष्कर्म करने के लिए कहा था। इसके बाद दरिंदों ने लड़कियों के साथ कुकर्म किया। हैवानियत के बाद लड़कियों के बाल कटे हुए पाए गए और उन्होंने उनके शरीर पर कपड़ा तक नहीं छोड़ा। मामले में 16 मई को पीड़िताओं के परिजनों ने एफआईआर दर्ज करवाई है।

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