सरकार की मंशा रात में रौनक, पुलिस की चाह सुनसान

प्रदेश की मोहन यादव सरकार की मंशा है कि रात में भी बाजार में रौनक रहे। बाजार खुलें और खरीदारी हो। लेकिन ग्वालियर में पुलिस की चाहत इसके ठीक विपरीत है। पुलिस रात 11 बजे के पहले ही डंडे के जोर पर बाजार बंद करा देती है, जिससे सुनसान हो जाती है। हद तो तब हो गई जब 17 साल बाद टी-20 वर्ल्ट कप में भारत की जीत का जश्न शनिवार-रविवार रात शहर में मना।
शहर की सड़कों पर लोगों का हुजूम था, शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़ा पर सबसे ज्यादा भीड़ थी। यहां हजारों की संख्या में लोग पहुंचे, लोग आतिशबाजी कर रहे थे, नाच रहे थे और भारत माता की जय-जयकार कर रहे थे। क्रिकेट वर्ल्ट कप जीत का महाउत्सव मनाने आए लोगों की खुशी में पुलिस ने खलल डाला। कोतवाली पुलिस ने यहां से कुछ देर बाद लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया।
रात एक बजे तक तो पुलिस ने पूरा महाराज बाड़ा लोगों को हड़काकर खाली करा दिया। यहां सिर्फ पुलिस ही नजर आ रही थी, गलती से कोई यहां आ गया तो उसे फटकार लगाकर उल्टे पैर लौटा दिया। पूरे देश में जश्न का माहौल था, प्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर सहित अन्य शहरों में जमकर लोगों ने जश्न मनाया, लेकिन ग्वालियर में पुलिस ने जश्न में विघ्न डाला। इसे लेकर आम लोगों में अब रोष व्याप्त होने लगा है, क्योंकि पुलिस हर रोज रात 10.30 बजे से ही बाजारों में घूम-घूमकर 11 बजे बाजार बंद कराने के लिए अनाउंसमेंट शुरू कर देती है। रात 11 बजे के बाद तो डंडा चलना शुरू हो जाता है।